स्वतंत्रता संग्राम के महानायक शहीद मंगल पांडे की 193 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई

स्वतंत्रता संग्राम के महानायक शहीद मंगल पांडे की 193 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई

मंगल पांडे के पैतृक आवास पर जाकर मंगल पांडे विचार सेवा समिति ने उनके परिजन को किया सम्मानित

स्मारक सोसाइटी के सचिव ओमप्रकाश तिवारी ने जरूरतमंदों में बांटा कंबल

शहीद मंगल पांडे की जयंती मनाने की तैयारी जोरों पर

शहीद मंगल पांडेय स्मारक समिति के सचिव ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि स्मारक के सुंदरीकरण के अंतर्गत स्मारक परिसर में मंच का नया निर्माण किया गया है.

Darkness in the village of freedom struggle legend Mangal Pandey on August Kranti Day, electricity not restored even after 8 days

अगस्त क्रांति दिवस पर स्वतंत्रता संग्राम के महानायक मंगल पांडे के गांव में अंधेरा, 8 दिन बाद भी नहीं बहाल हुई बिजली

अगस्त क्रांति दिवस पर स्वतंत्रता संग्राम के महानायक मंगल पांडे के गांव में अंधेरा, 8 दिन बाद भी नहीं बहाल हुई बिजली

दुबहर, बलिया. क्षेत्र के नगवा गांव पश्चिम टोला में शनिचरा बाबा मंदिर के पास लगा 100 केवीए का ट्रांसफार्मर पिछले 8 दिनों से जल जाने के कारण गांव में अंधेरा व्याप्त है.

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बलिया की खास – खास ख़बरें / 8 April 2023

मेहनत के बल पर दिनेश ने अपना मुकाम हासिल किया चहुंओर खुशी खुशी [Read Full Post]

बाइक रोककर मनबढ़े युवकों ने चालक को चाकू से किया घायल प्राथमिकी दर्ज [Read Full Post]
तहसील दिवस पर आ धमके डीएम और एसपी

स्वतंत्रता संग्राम के नायक वीरवर कुंवर सिंह की स्मृति में स्मारक बनाने का लोगों ने लिया संकल्प

स्वतंत्रता संग्राम के नायक वीरवर बाबू कुंवर सिंह को याद करते हुए इस जगह पर स्थित 12 कट्ठा भूमि पर उक्त स्थल की मिट्टी को लेकर जुटे लोगों ने संकल्प लिया कि यहां कुंवर बाबू की स्मृति में एक आकर्षक स्मारक निर्मित कराया जाएगा.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने बलिया में जन विश्वास यात्रा का किया शुभारंभ

केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों की उपलब्धियों को गिनाते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में मोदी और योगी की डबल इंजन की सरकार है. प्रधानमंत्री द्वारा यूपी और योगी को मिलाकर उपयोगी की संज्ञा दिए जाने को विस्तार देते हुए श्री चौहान ने कहा कि मोदी प्लस योगी मतलब 86 लाख किसानों का कर्ज माफ. मोदी प्लस योगी का मतलब गन्ना किसानों का एक लाख 44 हजार करोड़ का भुगतान. पीएम फसल बीमा योजना के 26 सौ करोड़ का भुगतान.

देश शहीद सेनानियों के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकता – रामविचार पांडेय

बांसडीह डाक बंगला पर स्थित शहीद पंडित रामदहीन ओझा की प्रतिमा पर माल्यापर्ण

लोकतंत्र की पहली पाठशाला बैरिया, जाति-धर्म भूल कर एकजुट हो वीरों ने दी थी आहुति

18 अगस्त 1942 को ही हो गया था आजाद, द्वाबावासियों के लिए गौरव का दिन

सुखपुरा में उन्हें याद किया गया जो लौट के घर न आए

23 अगस्त को सुखपुरा कस्बा स्थित शहीद स्मारक पर झण्डातोलन कर पुष्पाजंलि अर्पित की गई. स्मारक समीति के अध्यक्ष महाबीर प्रसाद ने झण्डा फहराया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शहीदों का सपना देश को गुलामी से मुक्त कर स्वर्णिम भारत का निर्माण करना हैं.

23 अगस्तः सुखपुरा में भी क्रांतिकारियों की फौज खड़ी थी

अगस्त क्रांति 1942 मे बलिया के लोग आजादी पाने के लिए अग्रेजी हूकुमत से लड़ रहे थे. सुखपुरा मे भी क्रांतिकारियों की फौज खड़ी थी. बलिया के तरफ जा रहे पांच सिपाहियों का बंदूक 18 अगस्त को सुखपुरा में क्रांतिकारियों ने छीन लिया.

जूनियर वर्ग में उपेन्द्र व सीनियर वर्ग में मनीष ने मारी बाजी

बलिया बलिदान दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला एथलेटिक एसोसिएशन बलिया एवं कम्युनिस्ट अवेयरनेस रिसर्च एण्ड एजुकेशन सोसाइटी के तत्तावधान में एक सद्भावना दौड़ का आयोजन छाता क्रासिंग के दवनी फील्ड तक सम्पन्न हुआ.

19 अगस्त 1942, आज ही के दिन बलिया हुआ था स्वाधीन

बैरिया मैं तिरंगा फहराने तथा पुलिस फायरिंग में भारी संख्या में लोगों के शहीद होने के बाद जहां ब्रिटिश हुकूमत घबरा गई थी, वहीं पर बलिया के बच्चे, बूढ़े, जवान सभी में अंग्रेजी सरकार के खिलाफ बगावत कूट-कूट कर भर गया था.

जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आजादी

गुरुवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन की अध्यक्षा राधिका मिश्रा के नेतृत्व में शहीद श्रद्धांजलि यात्रा को हरी झंडी दिखाकर अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल ने बैरिया के लिए रवाना किया.

जिला कारागार से आज निकलेगा जुलूस

19 अगस्त 1942 को ही स्वतंत्र होने का बलिया को गौरव प्राप्त है. 3 दिन आजाद रहने तथा चित्तू पांडेय की समानांतर सरकार चलने के बाद अंग्रेजों ने पुनः बलिया पर कब्ज़ा कर लिया था.

जॉर्ज पंचम की ताजपोशी के विरोध में निकला महावीरी झंडा जुलूस

जंगे आजादी में युवाओं के योगदान, छात्र शक्ति राष्ट्र शक्ति की बानगी है बलिया का महावीरी झंडा जुलूस. ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर पांडुलिपि संरक्षण मिशन के जिला समन्वयक शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि ब्रितानी गुलामी के अमंगल को मिटाने के लिए प्रथम बलिदानी मंगल पांडेय की धरती पर उनकी बगावत के 52 साल बाद जॉर्ज पंचम की ताजपोशी के विरोध में महावीरी झंडा जुलूस की शुरुआत हुई थी.

18 अगस्त 1942, बैरिया में कौशल किशोर सिंह ने फहराया था तिरंगा

बैरिया थाने पर कब्जा करने की नीयत से बलिया के कोने-कोने से हजारों लोगों का हुजूम इकट्ठा हुआ. सबसे पहले बैरिया थाने पर लोग टूट पड़े और घुड़साल को लोगों ने जमींदोज कर दिया. इस घटना से भड़की ब्रिटिश पुलिस ने भीड़ पर गोलियों की बौछार कर दी. नारायणगढ़ निवासी युवा कौशल किशोर सिंह बैरिया थाने पर तिरंगा फहराते हुए पुलिस की गोली से शहीद हो गए.

लोहापट्टी में नारेबाजी करती महिलाएं गिरफ्तार कर ली गईं

1942 के अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 16 अगस्त 1942 को बलिया में महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया था. बलिया शहर में धारा 144 को तोड़ने के लिए महिलाओं ने भारी तादाद में इकट्ठी हो जुलूस निकाला.

15 अगस्त 1942 को ही बलिया में फहराया गया था तिरंगा

अन्याय, अत्याचार, जुल्म के खिलाफ संघर्ष के लिए जाना जाता रहा है बलिया. ब्रिटिश हुकूमत की शक्तियों की बिना परवाह किए 15 अगस्त 1942 को ही यहां जगह जगह तिरंगा फहरा दिया गया था. 15 अगस्त 1942 को ही ब्रिटिश हुकूमत के यूनियन जैक में आग लगाकर जगह जगह तिरगा लहराया गया था.

13 अगस्त 1942, महिलाओं ने संभाला था मोर्चा

जब ब्रिटिश हुकूमत ने बलिया में स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ रहे लोगों पर कहर ढाना शुरू किया तो 13 अगस्त 1942 को महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. महिलाएं बलिया चौक में एकत्रित हुईं और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

12 अगस्त 1942, जब छात्रों ने किया क्रांति का शंखनाद

1942 का आंदोलन बलिया में उग्र होता जा रहा था. अंग्रेजों का जुल्म भी बढ़ता जा रहा था. आंदोलन को दबाने के लिए ब्रिटिश हुकूमत ने जिला अधिकारी एवं पुलिस कप्तान को व्यापक अधिकार दे रखे थे.

अब भी बलिया के युवकों में बयालीस का खून उबलता है

महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो नारे का प्रभाव बलिया में बढ़ता जा रहा था, न केवल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, बल्कि विद्यार्थी एवं महिलाएं भी इस आंदोलन में कूद पड़ी थी.