आंधी-पानी का जरा भी झोंका नहीं झेल पाती है ‘बिल्थरारोड की बिजली’

स्थानीय तहसील क्षेत्र में आए दिन आंधी पानी आने पर पूरे तहसील क्षेत्र की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो जा रही है. इसका मुख्य कारण बिल्थरारोड में 132 केवीए का सबस्टेशन का न होना माना जा रहा है.

बउल्डीह में गिट्टी लदे ट्रक की चपेट में आए युवक की मौत

उभांव थाना क्षेत्र के तेलमा-फरसाटार मार्ग पर सोमवार को बउल्डीह में साइकिल सवार तुर्तीपार निवासी गुड्डू जायसवाल (40) पुत्र श्रीकिशुन जायसवाल की मौत ट्रक की चपेट में आने से हो गई

दलछपरा हाल्ट रेलवे स्टेशन के पास युवक का शव मिला

श्रीनगर श्रीनगर-तुर्तीपार (टीएस बंधा) बांध के सामने दलछपरा हाल्ट रेलवे स्टेशन से 500 मीटर पूरब रेलवे लाइन पर 25 वर्षीय युवक का शव मिला है. घटना शुक्रवार के भोर की है. ग्रामीणों ने शव की पहचान भी की है.

ऑटवा तुर्तीपार के उच्च माध्यमिक विद्यालय में चोरी

ऑटवा तुर्तीपार स्थित मां शकुंतला देवी उमा विद्यालय के कार्यालय का बुधवार की रात्रि ताला तोड़कर चोरों ने आलमारी में रखा लैपटाप, एक लाख 25 हजार रुपये नगद, विद्यालय के अभिलेख तथा अन्य कागजात चुरा लिए.

उड़ान के जरिए राजश्री बसंत ने दी केंद्र की योजनाओं की जानकारी

बिल्थरारोड विधानसभा सीट (पुराना नाम-सीयर) 357 में भाजपा नेत्री राजश्री बसन्त ने दस गांवों में उड़ान कार्यक्रम आयोजित करवाया. शुक्रवार को हुए इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजना के विषय में जानकारी दी गई.

गंगा ने तटवर्तियों की फिर बढ़ाईं धड़कनें

गंगा प्रति घंटा आधा सेमी की रफ्तार से बढ़ रही है. हालांकि फिलहाल खतरा बिन्दु से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर डीएसपी हेड पर 62.190 मी, चांदपुर में 56.80 मी तथा माझी में 53.85 मी है. टोंस नदी का जलस्तर पिपरा घाट पर 57.700 मी है, जो बढ़ाव पर है.

किसी बाढ़ पीड़ित को लोगों ने भूखा नहीं सोने दिया

गंगा व घाघरा का पानी उतरने के साथ बन्धों पर शरण लिए लोग अब अपने घरों को वापस लौटने लगे हैं. वापस लौटेने वाले लोगों का जीवन अब कुछ दिनों तक आंगन से बाहर तक कीचड़ में गुजरने वाला है. घर से बाहर आकर आश्रय लेने और फिर अपने घर वापसी में परिस्थितियां काफी कुछ बदल गयी है.

वज्रपात से तीन की मौत, चौबेछपरा में संकट गहराया

केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार घाघरा नदी उतार पर है. लेकिन वह अभी भी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान के उपर बह रही है, जबकि तुर्तीपार (बलिया) और अयोध्या में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक बना हुआ है. गंगा प्रतिघंटा तीन सेमी की रफ्तार से बढ़ाव पर है.

गंगा खतरे के निशान से मात्र 80 सेंटीमीटर नीचे

बलिया में गंगा तटीय इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. केंद्रीय जल आयोग गायघाट के अनुसार बुधवार की शाम चार बजे गंगा का जलस्तर 56.80 मीटर दर्ज की गई. खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. वैसे गंगा के जलस्तर में वाराणसी में जारी बढ़ोतरी पर मंगलवार को जहां लगाम लगी है, वहीं दशाश्वमेध, मणिकर्णिका और हरिश्चन्द्र घाट समेत अधिसंख्य घाटों की सीढ़ियां और मंदिर अब भी पानी में हैं. संगम नगरी इलाहाबाद में भी गंगा के जलस्तर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.