Guru festival begins at Advait Shivshakti Paramdhampeeth Duha with the departure of Kalash Yatra

कलश यात्रा निकलने के साथ अद्वैत शिवशक्ति परमधामपीठ डुहा में गुरु-पर्वोत्सव शुरू

कलश यात्रा निकलने के साथ अद्वैत शिवशक्ति परमधामपीठ डुहा में गुरु-पर्वोत्सव शुरू

सिकन्दरपुर (बलिया). तहसील क्षेत्र सिकन्दरपुर अंतर्गत अद्वैत शिवशक्ति परमधामपीठ डूहा में आयोजित 5 दिवसीय गुरुपूजा एवं अद्वैत शिवशक्ति यज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को सुबह जलकलश यात्रा निकालने के साथ हुआ.

समस्त विकारों को समझ शिष्य को आत्मतत्व को बोध कराता है गुरु

ब्रम्ह परमात्मा को छोड़कर ब्रह्मादिक पंच ब्रम्ह एवं समस्त लोक-लोकांतर नश्वर है. ब्रम्हा, विष्णु, रुद्र, महाविष्णु और सदाशिव सभी अपनी शतायु पूरी कर क्रमशः अपने कारण तत्व में लीन होते हैं. यह विचार है परीब्रजकाचार्य स्वामी ईश्वरदास ब्रह्मचारी का. 

परम ब्रह्म के दर्शन के लिए सर्वस्व न्योच्छावर करना पड़ता है

वेद वाणी को जिस परम ब्रम्ह परमात्मा का स्वरूप बताया गया है, उसे लौकिक मानव नहीं देख सकते. उस परम सत्ता का दर्शन तभी संभव है, जब हम पूर्ण रूप से गुरुदेव के शरणागत होकर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दें.

त्रिदोष का निवारण यज्ञ के दर्शन पूजन परिक्रमा से ही संभव है – स्वामी ईश्वर दास

जिस यज्ञ में सभी धर्म यहां तक की संपूर्ण विश्व ब्रह्मांड प्रतिष्ठित रहता है, उस यज्ञ की सफलता के निमित्त सभी देवी-देवता सहयोग करते हैं.

गुरु के शरणागत होने में ही भक्तों का कल्याण निहित है – स्वामी ईश्वरदास

गुरु की महिमा अपरंपार है. उसके शरणागत होने में ही भक्तों का कल्याण निहित है. यह विचार है श्री वनखंडी नाथ मठ डुहा बिहरा सेवा समिति के अध्यक्ष स्वामी ईश्वरदास ब्रह्मचारी का.

चार दिन के अंतराल में दो युवकों की मौत ने डूहा को झकझोर कर रख दिया

डूंहा में चार दिनों के अंतराल पर घाघरा नदी में डूबकर दो युवकों की हुई. इन मौतों ने गांव वालों को झकझोर कर रख दिया है. वह समझ नहीं पा रहे हैं कि दैव आखिर गांव से नाराज क्यों है?

तैर कर घाघरा पार करने के चक्कर में गवां दी जान

डूहा गांव निवासी सुदीन राजभर (35) की मंगलवार को घाघरा नदी में डूबकर मौत हो गई. दियारा से इस पार आने के लिए नाव आने में विलंब होने पर वह तैर कर नदी पार करना चाहता था.

आरती रोते-रोते बेहोश हो जा रही और बच्चे एक टक मां को निहार रहे

वहां वह क्षण कितना मार्मिक और हतप्रभ करने वाला होता है, जब किसी खुशी के मौके पर मांगलिक गीत अचानक शोक गीत में बदल जाए.

उधर कोहरत के भात की तैयारी थी, इधर घाघरा में डूबे दामाद की लाश निकाली जा रही थी

सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के डूंहा गांव में शनिवार को घाघरा नदी में स्नान करते समय दिवाकर प्रजापति (30) की डूबने से  मौत हो गई.

गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोष, गुरु बिन लखै न सत्य को, गुरु बिन मैटैं न दोष

महाशक्ति पीठ श्री बनखंडी नाथ मठ के अध्यक्ष स्वामी ईश्वरदास ब्रहमचारी ने कहा कि क्षर से परे व अक्षर से जो स्थान न्यारा लगता है, हम सभी को उसी का चिंतन मनन करना चाहिए, जो स्वयं जैसा बनाने में सक्षम हो.

अद्वैत शिव शक्ति महायज्ञ की तैयारियों को फाइनल टच दिया

श्री वनखंडी नाथ मठ डुंहा के प्रांगण में भक्तों की एक बैठक हुई. इसमें अगले 7 मई से शुरू होने वाले अद्वैत शिव शक्ति महा यज्ञ की सफलता हेतु तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया.

अद्वैत शिव शक्ति सत्संग आश्रम में यज्ञ का शुभारंभ

अद्वैत शिव शक्ति सत्संग आश्रम में आयोजित यज्ञ का शुभारंभ शनिवार को कलश यात्रा निकालने के साथ हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु नर-नारियों ने भाग लिया.

बिजली के तार से लगी आग में पांच झोपड़ियां राख

डूहां गांव में बिजली के तार से लगी आग में पांच झोपड़ियों सहित हजारों रुपये का सामान जल कर नष्ट हो गया. साथ ही आग की चपेट में आकर एक बकरी की मौत हो गई.

शिद्दत से याद किए गए डॉ. सीताराम गुप्त

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. सीताराम गुप्त की पुण्यतिथि के अवसर पर श्री बनखंडी नाथ मठ डूंहा के प्रांगण में शुक्रवार को आयोजित सर्वदलीय सभा में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

जिसे जीव से प्रेम नहीं, वह परमात्मा को भी स्वीकार्य नहीं

जिस जीव को प्रेम नहीं आता, जो स्वयं को बड़ा जपी तपी साधक व पंडित होने का ढोंग रचता है व रोजाना लाखों मनके फेरता हो, उसे परमात्मा कभी स्वीकार नहीं करते. परमधाम डूंहा में आयोजित अद्वैत शिवशक्ति यज्ञ एवं गीता प्रवचन कार्यक्रम में द्विजानंद ब्रह्मचारी ने यह विचार व्यक्त किया.