बलिया. जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पाण्डेय के निर्देशन में हुआ।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय उद्यमिता माह 20 अक्टूबर से 19 नवंबर तक अंतर्गत जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यशाला का उद्घाटन महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के रिसोर्स पर्सन जे. साईं. सुधीर कुमार द्वारा किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों में शिक्षा कौशल, रोजगार, उद्यमिता का विकास रहा। इस कार्यक्रम में बलिया जिले के विभिन्न महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला के दौरान जे. साईं सुधीर कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से अलग-अलग तरह के संस्थानों में तीन तरह के सेल का गठन किया जाएगा और उन सेल के माध्यम से विद्यार्थीयों को प्रशिक्षित कर उद्यमिता और नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह प्रकोष्ठ, सामाजिक उद्यमिता, स्थिरता और ग्रामीण जुडाव प्रकोष्ठ द्वारा शिक्षा महाविद्यालयों में व्यवसायिक शिक्षा, नई तालीम और प्रायोगिक शिक्षण प्रकोष्ठ और प्रबंधन संस्थानों में ग्रामीण उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ के संस्थागत प्रकोष्ठ होंगे।
उपरोक्त प्रकोष्ठों के माध्यम से देश में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि रोजगार योग्यता और सशक्तिकरण के लिए कौशल विकास (स्किलिंग) का महत्व को अत्याधिक है। अतः महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद् अनेक शैक्षणिक हस्तक्षेपों, संकाय विकास कार्यक्रमों और कार्यशालोंओ के माध्यम से संकाय सदस्यों में क्षमता निर्माण पर ध्यान केन्द्रित करते हुए, देश भर में उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ राज्यवार और जिलेवार काम कर रहा है।
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उद्यमी बनाने के लिए और उनके कौशल विकास के लिए मिलकर भी काम करेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक संसाधन मौजूद हैं ,लेकिन जानकारी व कुशलता के अभाव में लोग उसका उचित उपयोग नहीं कर पाते हैं। ऐसे में उनको प्रशिक्षित करके उद्यमी बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक शैक्षणिक डॉ पुष्पा मिश्रा ने किया। प्रोफेसर धर्मानंद , डॉ जे. बी. सिंह , डॉ विजयानंद पाठक ,प्रोफेसर अरविंद नेत्र पाण्डेय , महाविद्यालय के प्राचार्यगण सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
(विश्वविद्यालय परिसर से विनय कुमार की रिपोर्ट)