मुहम्मदाबाद पहुंची बलिया से निकली परिवर्तन यात्रा

परिवर्तन यात्रा का बलिया जनपद से गाजीपुर में प्रवेश करते ही विशाल सिंह चंचल सदस्य विधान परिषद, भाजपा नेता डॉ. मुकेश सिंह निदेशक वर्ल्ड ग्रीन हास्पिटल एवं ट्रामा सेण्टर सैदपुर, आनन्द राय मुन्ना, वीरेन्द्र राय, पूर्व विधायक पशुपतिनाथ राय, जितेन्द्र नाथ पाण्डेय, विजय शंकर राय, राजेन्द्र निषाद, राम प्रताप सिंह पिंटू समेत हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने जोरदार ढंग से स्‍वागत किया.

परिवर्तन यात्रा के स्वागत की भांवरकोल में जबरदस्त तैयारी

बलिया से परिवर्तन यात्रा चलकर 11 नवम्बर को गाजीपुर में प्रवेश करेगी. इस यात्रा का भव्य स्वागत मुहम्मदाबाद विधान सभा क्षेत्र के भांवरकोल ब्लाक के मिर्जाबाद मनिया चट्टी पर भाजपा नेता आनन्द राय मुन्ना के नेतृत्व में किया जाएगा.

11000 अखंड दीप जलाए गए मां के दरबार में

सोमवार को लगभग ग्यारह हजार की संख्या में अखंड दीपक जलाये गए. देश के कोने कोने से लोग आकर मां का दर्शन पूजन करते है, वर्ष भर मां के धाम में शादी, मुंडन, कीर्तन एवं रामायण का आयोजन होता रहता है. मां के दर्शन मात्र से ही मानव का कल्याण हो जाता है, रामनवमी के दिन मा के धाम पर विराट मेले का आयोजन किया जाता है

मां कष्टहरणी के भक्त लक्ष्मण ने की थी लखनेश्वरडीह की स्थापना

मां कष्टहरणी का दर्शन करने के पश्चात बक्सर जाते समय लक्ष्मण ने बाराचवर ब्लाक के उत्तर दिशा में रसड़ा के लखनेश्वरडीह नामक स्थान पर लखनेश्वर महादेव की स्थापना की थी, जो आज भी लखनेश्वर नाथ के नाम से जाना जाता है.

सिद्धाश्रम बक्सर जाते वक्त राम ने किया कष्टहरणी का दर्शन

त्रेतायुग में भगवान राम, लक्ष्मण महर्षि विश्वामित्र के साथ अयोध्या से सिद्धाश्रम बक्सर जाते समय यहां पर रूक कर मां कष्टहरणी का दर्शन पूजन किए थे. उसके पश्चात कामेश्वर नाथ धाम कारो जो बलिया एवं गाजीपुर के सीमा पर स्थित है, वहां पहुंचने का प्रमाण है.

दैहिक-दैविक-भौतिक सब ताप हरती हैं मां कष्टहरणी

गाजीपुर जनपद में मुहम्मदाबाद-चितबड़ागांव मार्ग पर करीमुद्दीनपुर थाने के समीप मां कष्टहरणी देवी का धाम आस्था, श्रद्धा व विश्वास से सराबोर अपनी पहचान बनाये हुए है. सदैव अपनें भक्तों के कष्टों को हरने वाली देवी मां का नाम ही है मां कष्टहरणी. जिन्हें दया की सागर, ममतामयी, करूणामयी आदि रूपों की देवी भी कहा जाता है.