परिवहन मंत्री दयाशंकर को एक आवश्यक बैठक में भाग लेने के लिए लखनऊ से बलिया आना था. वह बलिया के लिए निकले ही थे कि अचानक अपनी गाड़ियां छोड़ सरकारी बस से जाने का निर्णय लिया और अवध डिपो पहुंच गए. वहां से वॉल्वो बस में सवार हो गए. इससे बस के कर्मियों व रोडवेज के कर्मी भी हरकत में आ गए. सुबह करीब 6 बजे वह बलिया पहुंचे.