बांसडीह (बलिया)। बलिया की पौराणिक ऐतिहासिक संस्कृति और राजनीतिक परम्परा के विरासत के प्रतिनिधि चंद्रशेखर मानवीय मूल्यों एवं जनसरोकारों का समाजवादी राजनीतिक चिंतक की दसवी पुण्यतिथि बांसडीह स्थित सिनेमाहाल पर मनाई गई. सर्व प्रथम पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. तत्पश्चात सपा कार्यालय पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई.
इस अवसर पर सपा विधानसभा इकाई अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने कहा कि जनपक्षधरता की राजनीति के सजग प्रहरी चंद्रशेखर सृजन में विश्वास रखते थे. देश व समाज को तोड़ने वाली समरसता और भाईचारे को नष्ट करने वाली ताकतें आज और मजबूती के साथ खड़ी है, जिनके खिलाफ चंद्रशेखर ने आजीवन संघर्ष किया. जयप्रकाश नारायण, डॉ. लोहिया एवं आचार्य नरेन्द्रदेव जैसे समाजवादी विचारों की कड़ी में चंद्रशेखर को जोड़ते हुए कहा आज सत्ता और सियासत के साथ अपने स्वार्थ के लिए समझौता करनेवाली षडयंत्रकारी और विघटनकारी ताकतों के खिलाफ चंद्रशेखर के विचारों को आत्मसात किए बिना नहीं लड़ा जा सकता और ना ही उनके मंसूबों को ध्वस्त किया जा सकता है. उन्होंने नवजवानों, मजदूरों, किसानों, समाज के सभी तबकों को समाजवादी आंदोलन को मजबूत बनाने में सहयोग की अपील की.
यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.
विचार गोष्ठी में मुख्य रूप से अशोक यादव, छितेश्वर सिंह, शिवजी सिंह, रविन्द्र सिंह, उमेश मिश्र, गोपालजी उपाध्याय, नंदलाल यादव, अरविंद केजरीवाल, मणिप्रकाश श्रीवास्तव, कन्हैया यादव, अनमोल चौधरी, एजाज अहमद, छोटक राजभर, अध्यक्षता डॉ. हरिमोहन सिंह व कौशल पाण्डेय ने किया.