छात्र नेताओं का कहना था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा को जब से गोद लिया गया तब से यहां की व्यवस्था और भी बद से बदतर होती जा रही है. इसके पहले यहां पर्याप्त चिकित्सक रोगियों का उपचार करते थे, लेकिन उसके बाद से यहां की व्यवस्था बिगड़ती चली जा रही है.