Category: लाइफ मंत्रा
पुराणों के अनुसार आदिकाल में हिरण्यकश्यप नामक एक शैतान राजा राज्य करता था जिसे ब्रह्मा द्वारा आशीर्वाद प्राप्त था कि उसे कोई आदमी, जानवर या हथियार नहीं मार सकता. इस वरदान के बाद वह इतना अहंकारी हो गया कि उसने अपने राज्य में भगवान की पूजा करना मना कर दिया एवं स्वयं की पूजा कराने लगा लेकिन किसी घटना ने उसके ही संतान की आंखें खोल दी और उसके पुत्र प्रह्लाद ने उसके आज्ञा का उल्लंघन करना शुरू कर दिया, जिसके कारण हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद को मारने के लिए अनेक कुचक्र रचा.
लोक कलाकार एवं संगीतकार विद्यार्थी ने कहा कि आज किसी भी समारोह, उत्सव और त्योहार के अवसर पर डीजे की अश्लील धुनों पर डांस करना फैशन बन गया है. युवाओं को इससे दूर रहने की आवश्यकता है. तेज आवाज वाले डीजे की ध्वनि हृदय, अस्थमा एवं कमजोर व्यक्तियों के लिए घातक साबित हो सकता है. होली के अवसर पर कुछ लोग शराब एवं अन्य नशीले पदार्थों का सेवन कर धमा-चौकड़ी करते हैं. ऐसी घटनाएं होली त्योहार की पवित्र परंपरा को नष्ट करती है.
महिलाएं ही अपने त्याग, समर्पण और परिश्रम से हमारे जीवन में रंग भरती हैं. ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो ऋग्वेद दौर तक देश में महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त थे, परंतु कालांतर में स्थिति बिगड़ने लगी. कहा कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर समुचित भागीदारी के बिना महिला सशक्तीकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता.
महाविद्याल के संस्थापक व प्रबन्धक श्री लल्लन सिंह ने व्यक्त किया. पुरातन छात्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए बिहार में शिक्षक एवं ब्राह्मण स्वयंसेवक संघ के प्रदेश महासचिव राजेश मिश्र ने कहा कि महाविद्यालय मानव निर्माण की अवधारणा पर काम करता है महाविद्यालय के विकास में पुरातन छात्रों की सहभागिता हमेशा बनी रहेगी राजेश मिश्र ने कहा कि महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके निकलने वाले अधिकार छात्र छात्राएं आज सरकारी सेवाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर महाविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं विशिष्ट अतिथि डॉ० गरिमा सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुरातन छात्र सम्मेलन समारोह का आयोजन महाविद्यालय की विशिष्टता और उसकी अलग पहचान को स्पष्ट अभिव्यक्त करता है.
मुख्य अतिथि प्रो0 उपाध्याय ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि महाविद्यालय की यह पहल सराहनीय है और मैं इसके आयोजक को शत-शत नमन करता हूं.
डॉ० सिन्हा ने बताया कि यदि मां कोविड पॉजिटिव है या रह चुकी है तब भी उसको स्तनपान कराना है. बस साफ-सफाई का ध्यान देते हुए मास्क लगाकर ही स्तनपान कराना है. यह भी ध्यान रखें कि बच्चे के ऊपर किसी प्रकार की छींक या खांसी की ड्रॉपलेट न जाए. उन्होंने बताया कि हर जनपद में कोविड अस्पताल संचालित हैं. साथ ही सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देश है कि संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करें. कोविड पॉजिटिव महिलाओं को प्रसव के लिए कोविड अस्पताल ले जाने की व्यवस्था है.
गाँधीजी ने कहा है कि, ” मैं आपको एक मंत्र दे रहा हूँ. जब भी आप संशग्रस्त हों अथवा भ्रमित हों तो या स्वार्थ से वशीभूत हो जाएँ तो आप यह उपाय करके देखिए- “आप अपने सामने आए हुए किसी अति दरिद्र असहाय एवं लाचार व्यक्ति का चेहरा अपने आँखों के सामने लाइए और आपने जो योजना तैयार की है, उस योजना से वह व्यक्ति लाभान्वित होगा कि नहीं? आप स्वयं से ऐसा प्रश्न कीजिए. इस प्रश्न को जो उत्तर मिलेगा, वही वास्तव में विकास एवं प्रगति को मापने का मापक होगा.”