शिव की बारात में कहरिया बने प्रदेश के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल

विभिन्न प्रकार के बैंड बाजे पर बाराती थिरक रहे थे. इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए सड़कों के किनारे हजारों की संख्या में लोग घंटों से इंतजार कर रहे थे.

महाशिवरात्रि पर भगवान शंकर के बारातियों का वशीभूत हुआ नगर

अबीर-गुलाल में सने शिव की बाराती ‘ऊं नमः शिवाय’, ‘हर हर बम बम’ के जयकारे लगाते हुए रास्ते से गुजर रहे थे. भूत के वेश में बाराती आकर्षण का केंद्र थे.

शिव मंदिरों में आधी रात से लगने लगी थी श्रद्धालुओं की कतार

शिवभक्त मंदिर के गर्भगृह में देर न करें, इसके लिए प्रबंध समिति की तरफ से स्वयंसेवक तैनात थे. प्रार्थना, आरती तथा दीपदान के लिए मंदिर के बाहर व्यवस्था थी.

मंत्रोच्चार के साथ अभिनव व्रतादि पंजिका के छठे अंक का विमोचन

श्रीप्रकाश जी ने पंजिका के संपादक को इसके लिए प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि युवाओं को भारतीय संस्कृति को जानना चाहिए जिसके लिए यह पुस्तक सार्थक है.

बाबा भुटेश्वरनाथ मंदिर से धूमधाम से निकली भगवान शिव की बारात

एक रथ पर सवार सभी देवगण की झांकियां आकर्षण का केंद्र थी.

सबसे बड़ा आकर्षण बैलगाड़ी पर तो बाबा के बाराती में भूत, प्रेत, पिशाच आदि बाराती रहे.

ब्यासी के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में श्रद्धा से मनाया महाशिवरात्रि पर्व

मंदिर में कीर्तन गायक संतोष शर्मा एवं बलवंत सिंह के नेतृत्व में कलाकारों ने विभिन्न धुनों पर कीर्तन कर लोगों को खूब आनंदित किया.में

कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा शुरू

श्री धाम वृंदावन से आये भगवताचार्य राम कुमार शास्त्री जी की अगुवाई में नर नारी देवी देवताओं का जयकारा लगाते हुए पतित पावनी गंगा तट सती घाट बहुआरा पहुंचे.

जलाभिषेक के लिए शिव के मंदिरों में लगी श्रद्धालुओं की कतार

जलाभिषेक करने आये श्रद्धालुओं ने सैदनाथ मंदिर सैदपुरा पर लगे मेले का भी जमकर आनंद उठाया. वहां लोगो ने जमकर खरीदारी भी की.

बाबा गरीबानाथ शिव मंदिर जहां सबकी मनोकामनायें होती हैं पूरी

घर लौटते समय दोनों भाई छाता रेलवे लाइन के किनारे बिछे पत्थर के टुकड़ों में से पांच चिकने पत्थर की पिंडी घर लाए. एक बेल वृक्ष के नीचे रख गंगाजल चढ़ाने लगे.

भगवान चतुर्भुज पोखरे के पानी ने राजा सुरथ हुए थे कुष्ट से मुक्त

नौकर के पानी लाकर देने के बाद राजा ने पानी को जैसे ही अपने अंग पर स्पर्श किया तो उनका कुष्ठ रोग ठीक हो गया. इस बात से राजा को बहुत आश्चर्य हुआ.

शिव मंदिरों सजावट और बारात को तैयार करने में जुटे हैं भक्त

इस बार नगर से निकलने वाली बारात पांच रथों में एक पर भगवान भोलेनाथ दूल्हा बनेंगे, एक रथ पर ब्रह्मा, एक पर विष्णु, एक पर महर्षि नारद तथा एक पर बाराती रहेंगे.

मर्यादा का उल्लंघन करने वाले का जीवन होता है नष्ट : दीपू भाई

कथावाचक दीपू भाई ने मर्यादा के संबंध में रामचंद्रजी की जीवन चरित्र को बताया. उन्होंने कहा कि मर्यादा की बदौलत रामचंद्र जी को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया.

मृत्यु के बाद परमात्मा को अपने कर्मों का हिसाब देता है प्राणी

वह जंगल में शिकार पर गए तो श्रृंगी ऋषि के तपस्या कर रहे पिता की गर्दन में सर्प लपेट दिया. इसके बाद घर चले आए. श्रृंगी ऋषि ने यह सब देखा तो श्राप दे दिया.

प्रज्ञा पाक्षिक के प्रधान संपादक का गायत्री परिवार में हार्दिक स्वागत

पं. उपाध्याय ने शक्तिपीठ पर सर्वप्रथम मां गायत्री का दर्शन कर आशीर्वाद लिया. उसके बाद शक्तिपीठ के प्रांगण के चारों तरफ घूम दिव्य क्षेत्रों का अवलोकन किया.

आचार्यों के वैदिक मंत्रोच्चार से भक्तिमय बना शुभनथहीं का वातावरण

इस हवनात्मक रुद्र महायज्ञ में तिल से 219978 आहुतियां दी जाएंगी. यज्ञ मंडप की परिक्रमा के लिए श्रद्धालु महिला-पुरुष उमड़ रहे हैं.

शुभनथहीं महा रुद्र यज्ञ के उपलक्ष्य में निकली विशाल कलश यात्रा

रंग बिरंगे परिधानों में स्त्री-पुरूष और बच्चे अपने हाथों में कलश लिए यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे. सबसे आगे संत महात्मा और आचार्यगण चल रहे थे.

नौ दिवसीय श्री रुद्रमहायज्ञ 14 फरवरी से, सभी तैयारियां पूरी

यह महायज्ञ अयोध्या से आये श्री श्री 108 श्री परमात्मा दास जी महाराज एवं यज्ञधीश श्री श्री 108 श्री शिवेश्वर दास जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न होगा.

परमेश्वरम महादेव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालु

इस धार्मिक अनुष्ठान में गांव की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया. इस अवसर पर अनेक लोग मौजूद रहे. वही डीजे की भक्ति धुन पर बच्चे एवं ग्रामवासी थिरकते रहे.

गंगा स्नान कर कलश में गंगाजल भर यज्ञ मंडप पहुंचे श्रद्धालु

मंदिर से प्रारंभ इस कलश यात्रा में क्षेत्र के कई गांवों के श्रद्धालुओं से पूरा वातावरण हर-हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान हो गया.

सभी समाज के व्यक्तियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं संत रविदास

प्रवचन में क्षेत्र के सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों ने हिस्सा लिया. इस दौरान संत रविदास के जीवन वृतांत की विस्तृत रूप से चर्चा की गई.

रविदास जयंती पर संत रविदास मंदिर से निकला भव्य जुलूस

वक्ताओं ने कहा कि सत गुरु रविदास जी भारत के उन चुनिंदा महापुरुषों में से एक हैं जिन्होंने अपने रूहानी वचनों से सारे संसार को एकता भाईचारा का संदेश दिया.

स्वामी जी की जयंती पर मठिया में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

सुबह से ही यज्ञकर्ता आचार्यों द्वारा पढ़े जाने वाले मंत्रों की गूंज से वातावरण में भक्तिमय माहौल बना हुआ है. दोपहर से प्रवचन की गूंज इलाके में गूंज रही है.

मां शतचण्डी महायज्ञ के भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया श्रद्धालुओं ने

भगवान कहते हैं कि मैं बैकुण्ठ छोड़ सकता हूं, तपस्वी के हृदय को छोड़ सकता हूं पर जहां मेरा भजन कीर्तन हो उस स्थान को नहीं छोड़ता.

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के लिए संचालन समिति का गठन

संत श्रीधर चौबे की अध्यक्षता में हुई बैठक में संचालन समिति गठित की गयी. इस समिति के तहत आगामी 24 फरवरी से 1 मार्च कथा ज्ञान यज्ञ आयोजित किया जायेगा.

अहंकार त्यागने के बाद होगा प्रेम का अभ्युदय : सन्दीपाचार्य

कामदेव ने जब भगवान शिव की समाधि तोड़ दी तो भगवान शिव ने क्रोधित होकर कामदेव को जला कर भस्म कर दिया. इस घटना का तीव्र आघात कामदेव की पत्नी रति को लगा.