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जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलसचिव एस०एल०पाल ने बताया है कि परिसर एवं महाविद्यालयों के संचालित पाठ्यक्रमो में सत्र 2022-2023 में प्रवेश शुरू हो चुका है. केवल एम०काम० पाठ्यक्रम तथा एम० एस-सी० (कृषि) हार्टीकल्चर ,एवं एमएससी (कृषि)- एग्रोनामी पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षाएं दिनांक: 17 अगस्त 2022 को सम्पादित होना सुनिश्चित है.
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में एक संस्कार गर्भ संस्कार भी है. इस संस्कार को आत्मसात करके हम शिशु के अंदर अच्छे संस्कार प्रदान कर सकते हैं. गर्भवती महिलाओं के लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण होता है. अधिकतर महिलाएं जागरूकता के अभाव में इस पर ध्यान नहीं देती हैं. उनका मानना है कि भ्रूण से शिशु के साथ उसके संस्कार का भी जन्म होता है.
मुख्य वक्ता बंगलुरु नैक के असिस्टेंट एडवाइजर डॉ. नीलेश पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति सात राज्यों में लागू कर दिया गया है. साल 2017 से नैक एक्रिडिएशन की नई नीति लागू की गई है. महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को नैक कराना जरूरी है, इसको कराए बिना महाविद्यालय, विश्वविद्यालय को रिसर्च ग्रांट समेत अन्य ग्रांट नहीं मिलेंगे. डाटा के साथ किसी भी प्रकार का वैरिएशन नहीं होना चाहिए.
4 फ़रवरी 2014 से विश्वविद्यालय से सटे देवकली गांव में बच्चों के लिए निःशुल्क प्रेरणा कोचिंग निरंतर चल रही है. इस कोचिंग के माध्यम से अब तक 1435 विद्यार्थी लाभान्वित हो चुके है. वर्तमान समय में 1 से 12 तक की कक्षाओं के 135 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे है. विश्वविद्यालय परिसर के विद्यार्थियों का एक समूह इन बच्चों को पढ़ाता है.
उप्र निर्वाचन आयोग द्वारा यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े उन कर्मियों को दिया जाता है, जो मतदाता जागरूकता के लिए राज्य स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करते हैं. यह सम्मान इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में उ. प्र. की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के हाथों दिया जाना था परंतु कोरोना प्रोटोकॉल के चलते इस बार पुरस्कार पाने वालों को समारोह में न बुलाकर उनके स्थानीय पते पर प्रशस्ति- पत्र व स्मृति-चिह्न भेजने की व्यवस्था की गई है.
संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2017 जनपद के 18 केन्द्रों पर व्यवस्थित ढंग से एवं शुचितापूर्वक सम्पन्न हुई. इस परीक्षा के प्रथम पाली में कुल 8653 परीक्षार्थी सम्मिलित होने वाले थे. जिनमें से प्रथम पाली में 7859 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए तथा 794 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. जबकि द्वितीय पाली की परीक्षा में कुल 7855 परीक्षार्थी उपस्थित रहे एवं 798 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे.