Ballia Live Navratri Special: A temple in Sikandarpur is a symbol of renunciation and sacrifice

बलिया लाइव नवरात्रि स्पेशल: सिकंदरपुर का एक मंदिर, त्याग और बलिदान का है प्रतीक

श्रीभगवान राय कहते हैं कि मां जल्पा के दर्शन के लिए जिले ही नहीं आसपास के जिलों के लोग आते हैं. मन्नतें पूरी होने पर चढ़ावा चढ़ाने का रिवाज है.

बलिया की साहित्यकार किरण सिंह को सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान

बलिया की साहित्यकार किरण सिंह को सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें उत्तर प्रदेश हिंदी साहित्य संस्थान की तरफ से दिया जाएगा। लखनऊ में गुरुवार को …

मानव ही नहीं प्रकृति की हर रचना से था डॉ. केदार को प्रेम

देश के प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार स्व. डॉ केदारनाथ सिंह की जयंती उनके पैतृक गांव चकिया (तहसील-बैरिया) में मनाई गई.

बलिया की नाट्य संस्था ‘संकल्प’ का ‘संकल्प रंग उत्सव’ 27 दिसंबर से

बलिया के रंगमंच, साहित्य एवं कला की संस्था ‘संकल्प’ के 15 वर्ष दिसंबर में पूरे होंगे. ‘संकल्प’ का तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव ‘संकल्प रंगोत्सव’ आयोजन होगा.

रामव्यास बाबा – तिकवत का बाड़…… आगे बढ़ मरदे….. बाबा एगो हइए हवन

कद काठी से हल्के फुल्के थे ही, मगर उनकी यह हरकत प्रेमचंद की ‘बूढ़ी काकी’ की याद दिला रही थी कि ‘बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरामन होता है.’

बलिहार के दुलरुआ साहित्यकार कृष्णबिहारी मिश्र को पद्मश्री सम्मान

कोलकाता से कमलेश मिश्र कुछ दिनों पूर्व देश ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी. वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण बिहारी मिश्र को भी पद्म पुरस्कारों की सम्मान सूची में राष्ट्र ने रखा. भारत के राष्ट्रपति …

केदारनाथ सिंह नहीं रहे, घड़ी भर को मानो हिंदी ने साँस रोक ली

हिंदी कविता में नए बिंबों के प्रयोग के लिए जाने जाने वाले वरिष्ठ शब्द शिल्पी केदरानाथ सिंह का सोमवार को दिल्ली में निधन हो गया. वह पिछले कुछ समय से अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एम्स) में भर्ती थे.

प्रख्यात साहित्यकार ब्रह्मा शंकर पांडेय का निधन

प्रख्यात साहित्यकार ब्रह्मा शंकर पांडेय का 30 जनवरी को दोपहर लगभग 12 बजे निधन हो गया. यह जानकारी उनके भतीजे अमृत ने दी है. वह लक्ष्मी अस्पताल (कैंट) में भर्ती थे.

जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं साहित्यकार ब्रह्माशंकर पांडेय, हालत चिंताजनक

साहित्यकार ब्रह्मा शंकर पांडेय गंभीर रूप से बीमार हैं. उम्र लगभग 100 वर्ष. रेलवे के मंडलीय अस्पताल (कैंट) में भर्ती हैं. उनके भतीजे अमृत से सूचना मिलने पर शुक्रवार दोपहर में उन्हें देखने मैं भी अस्पताल पहुंच गया.

पुण्य तिथि पर भावपूर्ण स्मरण – एक जनपक्षधर सांस्कृतिक योद्धा थे भगवतशरण उपाध्याय

भगवतशरण उपाध्याय का जन्म सन्‌ 1910 में बलिया (उत्तर प्रदेश) में तथा निधन 12 अगस्त 1982 में मॉरीशस में हुआ.

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शत्रुघ्न पाण्डेय को पौत्र शोक

राहुल सांकृत्यायन सम्मान से सम्मानित जनपद में जाने माने वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शत्रुघ्न पाण्डेय के 24 वर्षीय पौत्र के असामयिक निधन पर संत साधना समिति एवं अखिल भारतीय विकास संस्कृति साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में संत साधना समिति के टैगोर नगर कार्यालय पर शोक सभा आयोजित हुई.

सियासी दिग्गज बोले, विवेकी राय की रचनाओं में गंवई माटी की सोंधी महक

प्रख्यात साहित्यकार डॉ. विवेकी राय को सियासी दिग्गजों ने शनिवार को श्रद्धांजलि दी. नगर के बड़ीबाग स्थित डॉ. विवेकी राय के घर पर पहुंचकर बलिया सांसद भरत सिंह, जहूराबाद विधायक शादाब फातिमा, पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता सच्चिदानंद राय ने डॉ. राय के कृतियों व उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें याद किया.

डॉ.विवेकी राय का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

हिंदी और भोजपुरी के प्रख्यात आंचलिक साहित्यकार डॉ. विवेकी राय का पार्थिव शरीर मंगलवार की शाम मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिका घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गया. मुखाग्नि छोटे पुत्र दिनेश राय पोते एश्वर्य राय, यशवन्त राय एवं आनन्द राय ने दी.

बहुत कचोट रहा डॉ. विवेकी राय का जाना

प्रख्यात साहित्यकार डॉ. विवेकी राय के निधन पर सांस्कृतिक संस्था अंकुर के सदस्यों की एक बैठक संत यतीनाथ परिसर मे आहूत की गई, जिसमें उनका भाव पूर्ण स्मरण किया गया.

दूधनाथ सिंह को 80वीं सालगिरह की मंगलकामनाएं

साठोत्तरी दशक में पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक, नैतिक एवं मानसिक सभी क्षेत्रों में उत्पन्न विसंगतियों को अपनी कहानियों में उकेरनेवाले हमारे समय के वरिष्ठ कथाकार, कवि दूधनाथ सिंह जी को उनके अस्सीवीं सालगिरह की अनंत व अशेष मंगलकामनाएं!

प्रेमचंद की नायिका अमूमन सामाजिक सवालों से टकराती है

मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में स्त्री त्याग, क्षमा, दया और शील की प्रतिमूर्ति देखने को मिलती है. स्त्रियों के कुछ आदर्श को प्रेमचंद ने अपने साहित्य में स्थापित किया. जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय ने रविवार को प्रेमचंद साहित्य में स्त्री विषय पर गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उक्त विचार व्यक्त किया.

साहित्यकारों को भी मिल सकती है आर्थिक मदद

उप्र हिन्दी संस्थान हजरतगंज, लखनऊ द्वारा साहित्यकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रस्ताव मांगा गया है. यह जानकारी निदेशक मनीष शुक्ला ने दी. उन्होंने बताया है कि साहित्यकार कल्याण कोष योजना के तहत विषम आर्थिक स्थिति ग्रस्त या रूग्ण साहित्यकारों को, जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतों से पांच लाख तक है, उन्हें अधिकतम पचास हजार तक की अनातर्वक आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.