भोजन के पैकेट पहुंचाने में शिक्षकों ने झोंकी ताकत

मंगलवार को भोजन पैकेट से भरे वाहनों को खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार और एडीएम के जिला समन्वयक अजीत पाठक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दुबहर एवं बेलहरी शिक्षा क्षेत्र में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह के निर्देशन में भोजन पैकेट बनाने तथा बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है.

जिनकी रोजी रोटी चली गई, उन्हें तवज्जो

जिलाधिकारी ने एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिसकी आजीविका चली गयी है, उसे प्राथमिकता पर राहत सामग्री पहले दी जाए. मंगलवार को सोहांव ब्लाक से बेलसीपाह, बसंतपुर, गोविन्दपुर भरौली गांव के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री दी जा रही थी.

दवा व्यापारियों ने बांटी भोजन सामग्री व दवाइंया

बीसीडीए के अध्यक्ष आनन्द सिंह के नेतृत्व में जिले के दवा दुकानदारों मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीके सिंह के अनुरोध पर बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ जनित रोगो के इलावा बुखार, सर्दी आदि की ओषधियों और भोजन के पैकेट व फल आदि का एकजुट होकर दवा व्यवसायियों ने बाढ़ पीड़ितों के बीच वितरित किया.

सहायता को आगे आया चेम्बर आफ कॉमर्स

सोमवार को लाइफ लाइन संस्था के सहयोग एवं चैम्बर आफ कामर्स के संयोजकत्व में जनपद में आए भीषण बाढ़ के कारण त्रासदी झेल रहे बाढ़ पीड़ितों के लिए आट, दाल, चावल, चूड़ा, गुड़ एवं साथ ही कुछ दवाइयों के रूप में 4000 पैकेट स्थानीय एनडीआरएफ की टीम को सुपुर्द किया गया.

हेलीकॉप्टर से गिराई राहत सामग्री, हथिया लिए दबंग

इस बाढ़ से पलिया खास की 7500 आबादी बुरी तरह प्रभावित है. सभी विस्थापित हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक मात्र 250 तिरपाल ही उपलब्ध कराये गये हैं. कहा कि विगत 27 अगस्त को हेलीकॉप्टर द्वारा जो राहत सामग्री गिराई गई थी, उसे दबंगों ने हथिया लिया. पीड़ितों तक राहत सामग्री नहीं पहुंच पाई. जिससे उनमें काफी आक्रोश है. इस अवसर पर पलिया खास के वर्तमान प्रधान सत्येन्द्र गोंड़, सहित काफी संख्या में बाढ़ पीड़ितो में राहत सामग्री की बाट जोह रहे है. – शिवनारायण यादव (पलिया खास के पूर्व प्रधान )

बाढ़ पीड़ितों के हमले में सिपाही और लेखपाल घायल

हल्दी थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगापुर गांव में सोमवार को राशन बांटने के दौरान बाढ़ पीड़ितों के हमले में हल्दी थाने का एक सिपाही और लेखपाल घायल हो गया.

नीरज शेखर ने सुनीं बाढ़ से विस्थापितों की पीड़ा

जिला प्रशासन, समाजसेवी संस्थाओं तथा कुछ अन्य लोगों के व्यक्तिगत प्रयास से बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है, लेकिन इस भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगो की संख्या इतनी ज्यादा है कि अब भी तमाम सुदूर क्षेत्रों मे राहत सामग्री नहीं पहुंच पाई है, जिससे लोगो में आक्रोश है.

बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आई हिंयुवा समिति

हिन्दू युवा वाहिनी जिला कार्य समिति की बैठक द्वारिकापुरी कालोनी में हुई, जिसके मुख्य अतिथि प्रदेश संयोजक राकेश राय थे. बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश संयोजक ने कहा कि किसी भी संगठन में कार्यकर्ता ही उसकी रीढ़ होते है.

बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हैं जवान

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने रविवार को बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया. उन्होंने बैरिया तहसील के सुघरछपरा केंद्र पर श्रीनगर के बाढ़ पीड़ितों को 20-20 किग्रा. आटा व चावल, 04 किग्रा दाल, 10 किग्रा आलू, 05 ली किरोसिन, माचिस, मोमबत्ती, साबुन, बिस्किट, नमक एवं बाल पोषाहार का पैकेट दिया.

बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लोग आगे आए

भीषण बाढ़ आपदा के कारण आमजन मानस का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. रसड़ा क्षेत्र के लोग एवं समाज सेवी संस्थाओं ने भी आगे आकार सेवा में लग गये है.

बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए शिविर लगाया

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तथा भारतीय जनता युवा मोर्चा के तत्वावधान में बाढ़ पीड़ितों के लिए सहायता राशि इकट्ठा करने के लिए संयुक्त रूप से शिविर लगाया गया. जिसका उद्घाटन भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रत्याशी एवं वरिष्ठ नेता संजय यादव ने किया.

फेफना विधायक ने राहत में भेदभाव का लगाया आरोप

बाढ़ जैसी दैवीय आपदा में पीड़ितों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है. ऐसे संकट की घड़ी में सच्ची मन से दिल से सेवा होनी चाहिये. बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों के मदद में क्षेत्रवाद, दलवाद और होना चाहिए, लेकिन फेफना विधानसभा क्षेत्र में चन्द लोगो के इशारे पर प्रशासनिक सहायता में भी भेदभाव किया जा रहा है.

कमिश्नर ने मातहतों की कसी नकेल

आयुक्त आजमगढ़ मण्ड़ल नीलम अहलावत ने राहत केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों को सभी सुविधायें एवं मदद समय से मिल जाय. राहत केन्द्र प्रभारियों की यह जिम्मेदारी है कि बाढ़ पीडितों को कोई तकलीफ न हो.

बीसीडीए की टीम अब बाढ़ पीड़ितों में दवा बांटेगी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके सिंह के अनुरोध पर जनपद के लगभग डेढ़ सौ दवा प्रतिनिधियों, चिकित्सकों के संगठन नीमा तथा बलिया केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसो0 के लोगो ने संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आगामी पंद्रह दिनों तक पीड़ितों के बीच दवा वितरण एवं उपचारिता का बीड़ा उठाया है.

दो दर्जन गांवों के पैतीस हजार लोगों का संकट गहराया

दुबेछपरा रिंग बांध टूटने से इलाके के लगभग दो दर्जन गांवों की 35 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. इन ग्रामीणों के सर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिला प्रशासन और स्वयं ग्रामीण बीते कई दिनों से बांध को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे. फिलवक्त दुबेछपरा ढाले पर भगदड़ के हालात हैं. हाईवे पर ट्रैफिक ठहर सा गया है. दुबे छपरा रिंग बांध प्राथमिक विद्यालय के सामने करीब 20 फीट की दूरी में टूटा है.

बाढ़ से मरने वाले के आश्रित को मिलेंगे चार लाख

बाढ़ से मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के आश्रित को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दी जाएगी. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जो कर्मचारी ड्यूटी में लापरवाही करे अथवा मना करे उसके विरूद्ध तत्काल कड़ी कार्रवई की जाएगी.

गंगा, घाघरा घटाव पर, टोंस स्थिर

बाढ़ नियंत्रण कक्ष की सूचना के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 60.360 मी है. घाघरा का जलस्तर डीएसपी हेड पर 62.830 मी, चांदपुर में 58.23 मी तथा माझी में 56.50 मी है. ये दोनों नदियां घटाव पर है. टोंस नदी का जलस्तर पिपरा घाट पर 62.20 मी है जो स्थिर है.

शिवपुर कपूर दियर का शवदाह गृह भी कटान को भेंट

लालगंज के शिवपुर कपूर दियर में स्थित शवदाह गृह कटान की जद में आऩे की वजह से ढह गया है. शवदाह गृह में दो शेडों में एक का अतापता भी नहीं है, जबकि दूसरा वहीं उलटा पड़ा है. शवदाह गृह के साथ वहीं बना कार्यालय और शौचालय भी अस्त व्यस्त हो गया है.

जानिए शुक्रवार को जिले में क्या क्या हुआ

बलिया के नौरंगा गांव से अखिलेश ठाकुर की तस्वीरें यह बयां करने के लिए काफी हैं कि संकट की इस घड़ी में भी बलिया वाले बिंदास खुशी तलाश लेते हैं. संघर्ष कर खुद को स्थापित करना बलिया की माटी की फितरत है. नाव की जरूरत क्या है, यह अपना देसी जुगाड़ है न. इसे चला रही हैं नौरंगा की ओलंपिक मेडल विनर बेटियां. इ हे ह असली बलिया वाली बड़की पूड़ी….जेकरा के देखते दिल्ली बंबई वाला लोग के लार चुए लागेला. प्रधान जी, भी जरूरतमंदों को राहत सामग्री बांटने में मशगूल हैं.

192 गांवों की साढ़े तीन लाख आबादी बाढ़ प्रभावित

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस के निर्देशन में बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. शुक्रवार तक 192 गांवों की कुल 03 लाख 54 हजार 796 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 15,885 हो गयी है.

मोबाइल नेटवर्क प्रॉब्लम है तो कंट्रोल रूम में बताएं

बलिया में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए यह आशंका है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में दूरभाष/मोबाइल टॉवर काम न करे. इसके चलते नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

दुबे छपरा रिंग बांध वेंटिलेटर पर, भगदड़ सरीखे हालात

बैरिया तहसील अंतर्गत गोपालपुर, उदई छपरा और दुबेछपरा को बाढ़ से सुरक्षा देने वाले रिंग बांध की हालत नाजुक है. शासन द्वारा घोषणा कर प्रभावित गांवों को खाली करवाया जा रहा है.

बाढ़ पीड़ितों तक नहीं पहुंच रही राहत सामग्री – तिवारी

सर्वाधिक विषम स्थिति गंगा पार दियारे स्थित ग्रामसभा शिवपुर दीयर नम्बरी, जवहीं तथा परानपुर की है, जहां बाढ़ पीड़ित टकटकी लगाए प्रशासन के राहत कार्यों का प्रतीक्षा कर रहा है.