सुमेर हत्‍याकांड के बाद प्रधान पति सूर्यभान ने भी की सुरक्षा की मांग

अभी तत्‍काल हुई प्रधान पति सुमेर सिंह हत्‍याकांड के बाद कई स्‍थानों से महिला प्रधानों के प्रतिनिधियों ने खुद की सुरक्षा को लेकर अपनी आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है.

द्वाबा के इस ‘योगी’ से, तब भी हिल गया था बलिया

बैरिया तहसील क्षेत्र में ही बिहार की सीमा से सटे एक पंचायत है, इब्राहिमाबाद नौबरार. इसे लोग अठगांवा के नाम से भी जानते हैं. घाघरा कटान से तबाही की एक भयानक किस्‍से को समटे इस गांव की बची आबादी आज भी तब के हालात की कल्‍पना कर कांप जाती है.

लोक नायक के गाँव की महिला प्रधान ने की नई पहल

बैरिया(बलिया)। मुरलीछपरा के ग्राम पंचायत कोड़हरा नौबरार यानी जेपी के गाँव की महिला प्रधान रूबी सिंह ने जेपी के विचारो का अपने कर्तव्यों मे उतारने की कोशिश शुरू कर दी है. जयप्रकाशनगर में शुक्रवार को बुर्जगों की संयुक्‍त बैठक में एक अलग ही संविधान जारी हुआ.

प्रधान ने खुली बैठक मे नियमों का उल्लंघन करने का लगा आरोप, उपजिलाधिकारी को सौंपा पत्र

ग्राम पयांयत में कोटेदार मैनेजर सिंह की दुकान निरस्त है. वह मामला न्यायालय मे विचाराधिन है. जनता की सुविधा के लिए नई दुकान प्रस्ताव की खुली बैठक हुई. जिसमे मारपीट भगदड़ हो गयी.

डीपीआरओं ने देखा स्‍वच्‍छ भारत मिशन का साकार होता सपना

विकासखंड मुरलीछपरा के ग्राम पंचायत कोड़हरा नौबरार जयप्रकाशनगर में स्‍वच्‍छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण की जांच करने मंगलवार को डीपीआरओं राकेश कुमार यादव जयप्रकाशनगर पहुंचे.

प्रधान रूबी सिंह अपने निजी खर्चे से ग्राम पंचायत में लगवा रही 200 हाइलोजन लैम्प पोस्ट

मुरली छपरा ब्लॉक अंतर्गत कोडरहा नौबरार (जयप्रकाशनगर) ग्राम पंचायत की महिला प्रधान रूबी सिंह अपने ग्राम पंचायत में प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित कराने में जोर-शोर से लग गई है.

25/03/2017 – अब तक की खबरें पढ़ें सिर्फ 1 मिनट में

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जी हां ! इस ड्रेस में तो पढ़ाकू भी गंवार ही लगते हैं

नई सरकार के गठन के सांथ-सांथ प्रदेश स्‍तर पर कुछ बड़ी चुनौतियां भी पहले से ही मुंह बाए खड़ी हैं. इन्‍हीं में से एक है प्रदेश की बिगड़ी शैक्षिक व्‍यवस्‍था. प्राथमिक विद्यालय हो या मिडिल स्‍कूल सभी के पठन-पाठन की व्‍यवस्‍था पर हमेशा अंगुलिया उठते रही हैं.

टेम्पो की पुली में फंसा गमछा बना मौत का सबब, बुजर्ग ने दम तोड़ा

जनाड़ी ढाला के समीप गुरुवार को टेम्पो पर सवार एक व्यक्ति की मौत टेम्पो की पुली में गले का लिपटा गमछा फंस जाने से घटनास्थल पर ही हो गई.

तो बैरिया से रूबी सिंह भी उतर सकती हैं चुनावी अखाड़े में

363 बैरिया विधानसभा के चुनावी समर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव से महिला प्रत्याशी के तौर पर रूबी सिंह भी बतौर निर्दल प्रत्याशी मैदान में उतर सकती है.

जेपी का गांव : जब हो गए कंगाल, तब याद आई सिताबदियारा सुरक्षा बांध

वर्ष 2011 से 2016 तक यूपी-बिहार ने मिलकर लगभग 70 करोड़ रुपये घाघरा में कटान रोकने के नाम पर बहा दिए. इसके बावजूद भी गांव घाघरा कटान से सुरक्षित नहीं हो सके.

बैरिया से सपा नेता सूर्यभान सिंह ने भी पेश की दावेदारी

वरिष्ठ समाजसेवी व सपा नेता सूर्यभान सिंह ने भी समाजवादी पार्टी से बैरिया 363 विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी की दावेदारी ठोक दी है. सपा सुप्रीमो मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष के यहां अपना आवेदन देते हुए सूर्यभान सिंह ने तर्क रखा है कि अगर बैरिया विधानसभा क्षेत्र में टिकट बदलता है तो उन्हें प्राथमिकता दी जाए.

रंग लाई सूर्यभान सिंह की पाती, संवर सकती है लोकनायक की थाती

लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव जयप्रकाश नगर ग्राम पंचायत कोडरहा नौबरार के समाजसेवी सूर्यभान सिंह द्वारा बीते तीन अगस्त को मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को गांव की समस्याओं को लेकर आठ बिंदुओं वाला पत्र लिखा गया था, जिसके जवाब में पत्र आयुक्त आजमगढ़ मंडल व जिलाधिकारी से होते हुए बैरिया उप जिलाधिकारी तक आया और उस पर जांच में तेजी आ गई है.

बाढ़ पीड़ितों को राहत पुहंचाने वाले सम्मानित

तहसील सभागार में मंगलवार को उप जिलाधिकारी बैरिया अरविंद कुमार ने बाढ़ आपदा के समय बेहतर समाचार कवरेज करने वाले पत्रकारों व तन, मन, धन से बाढ़ पीड़ितों तक सेवा पहुंचाने वाले ग्राम प्रधानों तथा समाजसेवियों को स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.

बाढ व कटान क्षेत्र में गूंजा -होखी ना सुरूज देव सहाय

खास कर बाढ़ व कटान प्रभावित इलाके में आस्था के महापर्व छठ पर रविवार की शाम हर्ष के माहौल में भी व्रती महिलाओं के वेदना के स्वर मे “सुरूज देव होखी ना सहाय” की गूंज रही. मानो सूर्य से अपने परिवार की सुख समृद्धि व आगामी रबी की खेती के लिए याचना कर रही हो.

छठ महापर्व में यहां नहीं है कहीं भी नहाने लायक घाट

जेपी के गांव सिताबदियारा में गंगा और घाघरा दो नदियों का संगम है, किंतु छठ में व्रत धारियों को नहाने लायक घाट कहीं भी सही हाल में नहीं है. यहां विगत चार-पांच वर्षों में कटान ने हर घाट की दशा ही बिगड़ दी है.

बकुल्हाः न एक्सप्रेस ट्रेनें रूकीं, न जनता मानी

सुरेमनपुर और मांझी के बीच स्थित बकुल्हा रेलवे स्टेशन के तकदीर को संवारने की चर्चा वर्षों से चल रही है, किंतु इसकी न तो दशा सुधरी और न ही वर्षों पुरानी इस क्षेत्र की जनता की मांग पूरी हो सकी. यहां एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग भी विगत डेढ़ दशक से हो रही है.

जेपी का गांव – थोड़ी धूप थोड़ा छांव

तो, विफलताओं पर तुष्ट हूं अपनी/ और यह विफल जीवन/ शत–शत धन्य होगा/ यदि समानधर्मा प्रिय तरुणों का/ कण्टकाकीर्ण मार्ग/ यह कुछ सुगम बन जावे ! यह पंक्तियां विफलता – शोध की मंजिलें शीर्षक कविता से उद्धृत हैं. उक्त कविता की रचना 9 अगस्त 1975 को चण्डीगढ़-कारावास में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने की थी. इसमें कोई संशय नहीं कि इस युग पुरुष ने शोध और प्रयोग में ही अपना जीवन गुजार दिया. आज उनकी जयंती है. आइए जानते हैं उन्हीं के शब्दों में उनके गांव के तरुणों का कण्टकाकीर्ण मार्ग किस हद तक सुगम हुआ है. प्रस्तुत है जेपी के गांव से लवकुश सिंह की स्पेशल रिपोर्ट

दुधिया रोशनी में नहाया लोकनायक जेपी का गांव

प्रधान रूबी सिंह ने संध्‍या प्रहरी लाईट जलाकर इसका उद्घाटन किया. इस गांव के भवन टोला निवासी प्रधान प्रतिनिधि सह सपा नेता सूर्यभान सिंह ने कहा कि जयप्रकाशनगर के इस पंचायत में लगभग 20 हजार की अबादी के बीच यही एक बाजार है, जहां लोग हर दिन सब्‍जी से लेकर डेली यूज की वस्‍तुओं की खरीदारी करते हैं. इस बाजार में शाम होने के बाद हमेशा अंधेरे का साम्राज्‍य था.

बाढ़ राहत से ज्यादा राजनीति की चिंता

बाढ़ की भयंकर तबाही से हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गए, पीड़ितों की जिंदगी थम सी गई, वे सड़क पर जीवन बसर करने को मजबूर हैं. वहीं कुछ लोगों के लिए बाढ़ पीड़ितों के बहते आंसू सेल्फी लेने और सोशल मीडिया पर अपनी राजनीति चमकाने का जरिया बन गये है.

राहत सामग्री का लूटपाट कर रहे हैं दबंग – राजश्री

आरोप लगाया कि कई बाढ़ प्रभावित गांवों जैसे नौबरार, इब्राहिमाबाद, उदयपुरा बेलहरी, चांदपुर, शिवपुर नम्बरी, शिवपुर दियर, जवहीं कंसपुर आदि गांवों में जो थोड़ी बहुत राहत पहुंच रही है, उससे दलित, गरीब अति पिछड़े वर्ग के लोग वंचित हो रहे हैं क्योंकि क्षेत्रीय दबंगों द्वारा राहत सामग्रियों का बंदरबंाट किया जा रहा है.

बाढ़ में बह गई मासूम, किशोरी को सांप ने डंसा

बैरिया थाना क्षेत्र बीएसटी बंधे पर इब्राहिमाबाद नौबरार पंचायत के घूरी टोला गांव के सामने रविवार की शाम बाढ़ के पानी की तेज धारा में प्रतिमा (8) पुत्री विशुन तुरहा बह गई. उधर, सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा कोथ के मटुरी गांव में शनिवार की शाम खेत में जाते समय किशोरी को सांप ने डस लिया.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डीएम का तूफानी दौरा

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने गंगा एवं घाघरा नदी के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का शुक्रवार को तूफानी दौरा किया. उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य को युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए. उन्होंने कटान के संवेदनशील स्थानों पर तत्काल सुरक्षा के मुकम्मल उपाय करने का निर्देश सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड के अभियंताओं को दिया.

खतरे की घंटी बजा चुकी गंगा फुल फॉर्म में

जलस्तर में बढ़ोत्तरी की रफ्तार यदि यूं ही बनी रही तो गंगा जल्द ही लाल निशान को पार कर जाएगी. गंगा में बढ़ाव के चलते चौबेछपरा गांव के सामने धसका कटान भी शुरू हो चुका है. इसके भय से चौबेछपरा के लोग अपने ही हाथों न सिर्फ आशियानों पर हथौड़ा चला रहे है, बल्कि सुरक्षित ठौर की तलाश में भी जुटे हैं. लेकिन प्रशासन अब भी कुंभकर्णी नींद से नहीं जग सका है.

घाघरा की खौफनाक लहरें लाल निशान छूने को बेताब

मंगलवार को अपराह्न जलस्तर 61.590 मीटर दर्ज किया गया, जो लाल निशान 64.010 मीटर से 2.420 मीटर कम है. सोमवार को घाघरा का जलस्तर 61.155 मीटर दर्ज किया गया था. यह केंद्रीय जल आयोग का आंकड़ा है. पांच दिन तक लगातार घटाव पर रही घाघरा नदी के जलस्तर में बहुत तेजी से वृद्धि शुरू हो गई है. इसी के साथ कई स्थानों पर कटान से उपजाऊ भूमि नदी में समाती जा रही है. घाघरा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम देखकर तटवर्ती बाशिंदों के होश उड़ गए हैं. पिछले 24 घंटे में नदी के जलस्तर में 0.435 मीटर की अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. करीब 60 डिसमिल ऊपजाऊ भूमि कटान की भेंट चढ़ चुकी है. उधर डुंहा स्थित बनखंडी नाथ मठ की सुरक्षा के लिए कुछ महीने पहले सुरक्षा कवच के ध्वस्त हो जाने से स्थानीय साधु-संतों की भी नींद हराम हो गई है.