Category: देश दुनिया
मनुष्य एक विचारवान प्राणी है. यह एक ओर जहां अपनी सांसारिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सचेष्ट और प्रयत्न शील रहता है, वहीं दूसरी ओर अपनी मुक्ति के लिए भी आतुर और चिंतित रहता है. ऋषि-महर्षियों चिंतकों मनीषियों और धर्म धुरंधरों ने मानव की इसी चित्त-वृत्ति को देखते हुए लोकमंगल की भावना से समय समय और स्थान स्थान पर मुक्ति के साधन और स्थल को भी रेखांकित किया है.
बुधवार को विद्युत मजदूर पंचायत उप्र जनपद कमेटी के बैनर तले विद्युत वितरण खण्ड द्वितीय, कार्यालय पर विद्युत कर्मचारी तथा प्राइवेट विद्युत कर्मचारियों द्वारा अधिशासी अभियन्ता को एक मांग-पत्र सौंपा गया. मांग पत्र में प्राइवेट विद्युत कर्मचारियों का विभाग में हो रहे शोषण को समाप्त करने तथा अधिशासी अभियन्ता, मऊ एवं मुख्य अभियन्ता, आजमगढ़ के दिए गए निर्देशानुसार उपकेन्द्रों पर कार्य कर रहे प्राइवेट कर्मचारियों का समय से सूची अग्रसारण कर प्रतिमाह भुगतान कराने की मांग शामिल है.