गंगा की महाआरती में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु

गंगा भक्त राम दल द्वारा शुक्रवार को नदी के तट गंगा मंदिर घाट पर गंगा की महाआरती आयोजित की गई. इसमें प्रसिद्ध संत मौनी बाबा गोपालदास भरत उपाध्याय आदि संत मौजूद रहे. गंगा आरती काशी के विद्वान नमामि शंकर तथा मथुरा व हरिद्वार के विद्वानों ने संपन्न कराया गया.

छठ महापर्व में यहां नहीं है कहीं भी नहाने लायक घाट

जेपी के गांव सिताबदियारा में गंगा और घाघरा दो नदियों का संगम है, किंतु छठ में व्रत धारियों को नहाने लायक घाट कहीं भी सही हाल में नहीं है. यहां विगत चार-पांच वर्षों में कटान ने हर घाट की दशा ही बिगड़ दी है.

भृगु क्षेत्र में स्नान से मिलती है भुक्ति और मुक्ति

मनुष्य एक विचारवान प्राणी है. यह एक ओर जहां अपनी सांसारिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सचेष्ट और प्रयत्न शील रहता है, वहीं दूसरी ओर अपनी मुक्ति के लिए भी आतुर और चिंतित रहता है. ऋषि-महर्षियों चिंतकों मनीषियों और धर्म धुरंधरों ने मानव की इसी चित्त-वृत्ति को देखते हुए लोकमंगल की भावना से समय समय और स्थान स्थान पर मुक्ति के साधन और स्थल को भी रेखांकित किया है.

अंत्येष्टि में गए तीन युवक गंगा में डूबे, मौत

एक महिला की अंत्येष्टि में गए चार युवक गंगा में स्नान करते समय शनिवार की शाम दयाछपरा में गंगा में डूबने लगे. एक को लोगों ने बचा लिया, लेकिन तीन गंगा में डूब गए. ग्रामीणों ने देर शाम गंगा से तीनों के शव निकाल लिए.

किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत रह जाएंगे परती

जयप्रकाशनगर रेगुलेटर से धीमी गति से पानी निकलने के कारण यहां के किसानों के सैकड़ो एकड़ खेत परती ही रह जाएंगे.

बैरिया में नेता मस्त, बाढ़ पीड़ित त्रस्त

सार्वजनिक वितरण अन्तर्गत बैरिया तहसील में वितरण के लिए अन्त्योदय का लगभग 2436 कुन्तल गेहूं, 1135 कुन्तल चावल व 865 कुतल चीनी तथा पात्र गृहस्थ परिवारों के लिये 8 हजार कुन्तल गेंहू व लगभग 5 हजार कुन्तल चावल प्रतिमाह आता है. फिर भी लाभार्थियों में नहीं मिलने का राग ही सुनने को मिलता है. होने वाली शिकायतें दबा दी जाती हैं.

युवती का शव मिला, सहेली की तलाश में जुटे लोग

दुबहर थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर घाट पर जीवित्पुत्रिका के दिन गंगा में नहाते समय डूबी रूमन (18) पुत्री रामजी साहनी का शव शनिवार की दोपहर में काफी खोजबीन के बाद बरामद कर लिया, जबकि उसके साथ डूबी दौलत (18) पुत्री राजेंद्र साहनी को काफी मशक्कत के बाद भी खबर लिखे जाने तक ढूंढा नहीं जा सका है.

जिउतिया नहाने गईं दो युवतियों समेत छह डूबे

सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत श्रीरामपुर घाट पर शुक्रवार को देर शाम जिउतिया नहाने गईं दो युवततियां गंगा में डूब गईं. बड़ी मशक्कत के बाद भी उन्हें निकाला नहीं जा सका. उधर, नरहीं थाना क्षेत्र के पलिया खास घाट पर गंगा में डूबने से एक बालक की मौत हो गई.

रिजवी ने मृतक आश्रितों को बांटा सहायता राशि का चेक

प्रदेश सरकार पीड़ितों को हर संभव सहायता करने के लिए दृढ़ संकल्प है. किसानों एवं आखिरी पायदान पर खड़े लोगों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं. यह विचार है विधायक मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी का.

अब गंगा की उतरती लहरों का कहर

जगदीशपुर गांव में गंगा की उतरती लहरों से शनिवार शाम चार बजे के लगभग कटान तेजी के साथ शुरू हो गया. देखते ही देखते राम अनन्त पांडेय, राजनाथ पाण्डेय, रामदेव पाण्डेय, श्रीनिवास पाण्डेय के सांझे मकान गंगा में समाहित हो गए. वहीं चतुरी गोड़, भुआली गोड़, भभूति गोड़ के मकान भी गंगा के आगोश में चले गए.

बाढ़ शरणालय बने रहने से पठन पाठन में बाधा

बाढ़ के दिनों में रामनाथ पाठक इण्टर कॉलेज मुरारपट्टी को बाढ़ शरणालय बनाया गया था. यहां दर्जनों बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग शरण लिए थे.

जिले में नदियों का जलस्तर

बुधवार को गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 56.26 मी, घाघरा का जलस्तर डीएसपी हेड पर 62.270 मी, चांदपुर पर 56.14 मी, माझी पर 53.52 मी है. टोंस का जलस्तर पिपरा घाट पर 56.90 मी है.

गंगा से कटान रोकने के हरसम्भव उपाय करेंगे – डीएम

रामगढ़ के पास गंगा नदी से कटान होने की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने कटानस्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. उन्होंने ग्रामीणों से भी बातचीत की. कटान की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली. बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि कटान को रोकने की हरसम्भव प्रयास जारी रखें.

गंगा का जलस्तर घटाव पर, मगर कटान से धुकधुकी

गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 56.02 मीटर है, जो घटाव पर है और खतरा बिन्दु से नीचे है. मगर गंगा का कटान द्वाबा के तटवर्तियों की धुकधुकी बढाए हुए है. इसीके मद्देनजर मंगलवार को रामगढ़ में गंगा के कटान का जायजा लेने पहुंचे जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस और पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी.

हर हाल में जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने की कवायद

बाढ खत्म होने के बाद जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस का पूरा ध्यान अब हर पीड़ितों के बीच राहत सामग्री पहुंचाने पर है. उन्होंने रविवार को सदर तहसील क्षेत्र में हो रही राहत सामग्री वितरण व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने अधीनस्थों को निर्देष दिया कि गरीब, मजदूर किसानों को वरीयता के आधार पर राहत सामग्री का वितरण होना चाहिए.

राहत बांटने में भी भेदभाव कर रही है सपा – भरत सिंह

केंद्र सरकार की मदद के बावजूद प्रदेश सरकार बाढ़ पीड़ित लोगों को मदद पहुंचाने में नाकाम रही है. सामग्री वितरण में भी समाजवादी पार्टी के लोगों को चिन्हित करके राहत दी जा रही है. यह घोर अन्याय है. ऐसा कहना है जिले के सांसद भरत सिंह का.

गंगा ने तटवर्तियों की फिर बढ़ाईं धड़कनें

गंगा प्रति घंटा आधा सेमी की रफ्तार से बढ़ रही है. हालांकि फिलहाल खतरा बिन्दु से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर डीएसपी हेड पर 62.190 मी, चांदपुर में 56.80 मी तथा माझी में 53.85 मी है. टोंस नदी का जलस्तर पिपरा घाट पर 57.700 मी है, जो बढ़ाव पर है.

बाढ़ विस्थापितों के लिए रहनुमा बने शिक्षा के मशाल वाहक

बाढ़ की त्रासदी से दो चार हुए विस्थापितों के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने नजीर प्रस्तुत किया, वह अपने आप में अतुलनीय है. बाढ़ विस्थापितों की मदद को निकले शिक्षकों ने अपनी सेवा, लगन व जज्बे के दम पर जहां पीड़ितों दुआ से लवरेज हुए, वहीं प्रशासनिक अमले ने भी शिक्षा विभाग की जमकर पीठ थपथपाई.

पांच ट्रक राहत सामग्री रसड़ा विधायक ने रवाना किया

विधायक उमाशंकर सिंह ने फेफना विधानसभा के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री से लदे ट्रकों को बृहस्पतिवार को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. पांच ट्रक राहत सामग्री में थाली, गिलास, ब्रेड, आटा, आलू, चुड़ा, लाई, गुड़, बिस्कुट, मोमबत्ती, दवाई, माचिस तथा मवेशियो के लिये भूसा और पराग डेयरी आदि सामान शामिल था.

बाढ़ राहत से ज्यादा राजनीति की चिंता

बाढ़ की भयंकर तबाही से हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गए, पीड़ितों की जिंदगी थम सी गई, वे सड़क पर जीवन बसर करने को मजबूर हैं. वहीं कुछ लोगों के लिए बाढ़ पीड़ितों के बहते आंसू सेल्फी लेने और सोशल मीडिया पर अपनी राजनीति चमकाने का जरिया बन गये है.

बाढ़ में मरे लोगों के आश्रितों को चार-चार लाख बंटे

जिला पंचायत के डाक बंगले में सोमवार को बाढ़ में डूब कर मरे कुल चार लोगों के परिजनों को दैवी आपदा राहत कोष से चार-चार लाख की सहायता राशि विधायक जयप्रकाश अंचल ने प्रदान की. विधायक अंचल ने बताया कि दुबेछपरा रिंग बन्धे व बन्धे के भीतर बसे गांवों की सुरक्षा के लिए स्परों का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए प्रस्ताव भेज दिया गया हैं.

चिकित्सा शिविरों में हुआ बाढ़ पीड़ितों का उपचार

वरिष्ठ कांग्रेस नेता सीबी मिश्र के सौजन्य से रविवार को पाण्डेयपुर ढ़ाला पर होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर लगाया गया. इसी क्रम में चांद दियर बाढ़ विभाग के डाक बंगले में समाजवादी लोहिया वाहिनी की ओर से चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.

कुल पौने तीन लाख लोग रहे बाढ़ की चपेट में

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 42,296 लोग और 678 पशुओं का उपचार किया गया है. 2,85,640 लोग और 16,115 पशु प्रभावित हुए है. राहत शिविरों में 26,600 लोग शरण लिए हुए हैं और 45,935 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. 41 मेडिकल टीमों को प्रभावित गांवों में मोबाईल टीम के रूप में लगा दिया गया है.

बाढ प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव हो-नारद

प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि बाढ पीडितों को राहत सामग्री एवं बाढ्र से प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई, फागिंग, दवा का छिड़काव, क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत युद्ध स्तर पर किया जाय.

सोहावं में बाढ़ पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

पूर्वांचल ग्रामीण चेतना समिति राघोपुर ने कारितास इण्डिया के सहयोग से शुक्रवार को बाढ़ पीड़ित 235 परिवारों को सोहांव स्थित मिशन पर भोजन सामग्री के अलावा दैनिक उपभोग की बस्तुएं वितरित किया