नौ दिवसीय श्री रुद्रमहायज्ञ 14 फरवरी से, सभी तैयारियां पूरी

यह महायज्ञ अयोध्या से आये श्री श्री 108 श्री परमात्मा दास जी महाराज एवं यज्ञधीश श्री श्री 108 श्री शिवेश्वर दास जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न होगा.

परमेश्वरम महादेव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालु

इस धार्मिक अनुष्ठान में गांव की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया. इस अवसर पर अनेक लोग मौजूद रहे. वही डीजे की भक्ति धुन पर बच्चे एवं ग्रामवासी थिरकते रहे.

गंगा स्नान कर कलश में गंगाजल भर यज्ञ मंडप पहुंचे श्रद्धालु

मंदिर से प्रारंभ इस कलश यात्रा में क्षेत्र के कई गांवों के श्रद्धालुओं से पूरा वातावरण हर-हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान हो गया.

सभी समाज के व्यक्तियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं संत रविदास

प्रवचन में क्षेत्र के सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों ने हिस्सा लिया. इस दौरान संत रविदास के जीवन वृतांत की विस्तृत रूप से चर्चा की गई.

रविदास जयंती पर संत रविदास मंदिर से निकला भव्य जुलूस

वक्ताओं ने कहा कि सत गुरु रविदास जी भारत के उन चुनिंदा महापुरुषों में से एक हैं जिन्होंने अपने रूहानी वचनों से सारे संसार को एकता भाईचारा का संदेश दिया.

स्वामी जी की जयंती पर मठिया में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

सुबह से ही यज्ञकर्ता आचार्यों द्वारा पढ़े जाने वाले मंत्रों की गूंज से वातावरण में भक्तिमय माहौल बना हुआ है. दोपहर से प्रवचन की गूंज इलाके में गूंज रही है.

मां शतचण्डी महायज्ञ के भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया श्रद्धालुओं ने

भगवान कहते हैं कि मैं बैकुण्ठ छोड़ सकता हूं, तपस्वी के हृदय को छोड़ सकता हूं पर जहां मेरा भजन कीर्तन हो उस स्थान को नहीं छोड़ता.

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के लिए संचालन समिति का गठन

संत श्रीधर चौबे की अध्यक्षता में हुई बैठक में संचालन समिति गठित की गयी. इस समिति के तहत आगामी 24 फरवरी से 1 मार्च कथा ज्ञान यज्ञ आयोजित किया जायेगा.

अहंकार त्यागने के बाद होगा प्रेम का अभ्युदय : सन्दीपाचार्य

कामदेव ने जब भगवान शिव की समाधि तोड़ दी तो भगवान शिव ने क्रोधित होकर कामदेव को जला कर भस्म कर दिया. इस घटना का तीव्र आघात कामदेव की पत्नी रति को लगा.

सभी को अपने कर्म का फल भोगना पड़ता है संसार में : साधना

प्रवचनकर्ता ने कहा कि राजा दशरथ की भी मृत्यु अपने पुत्र भगवान राम के वियोग में तड़प- तड़प कर ही हुई. भगवान अपने पिता को कर्म फल से छुड़ाने में असमर्थ रहे.

स्वामी महाराज बाबा के जन्मदिन बसंत पंचमी पर भक्ति में रंग गया इलाका

अपरान्ह से रात तक अयोध्या से पधारे प्रवचन कर्ता देवेंद्र जी महाराज तथा मानस कोकिला गौरंगी गौरा के प्रवचन से पूरा इलाका भक्ति रस में सराबोर हो रहा है.

रामकथा में हनुमान जन्म की कथा सुनकर भाव विभोर हुये लोग

राजा दशरथ के पुत्रेष्टि यज्ञ करने के बाद जब तीनों रानियों के बीच खीर का वितरण होने लगा तो एक गिद्ध ने कैकेई के हिस्से के खीर से कुछ अंश झपट लिया और उड़ गई.

रुद्र महायज्ञ की भव्य कलश यात्रा में शामिल हुए कई गांव के लोग

इस यात्रा में कई गांवों के लोग हाथ में कलश लेकर ‘हर हर महादेव’, ‘हर हर गंगे’ जैसे भगवान के जयकारे लगाते गंगा तट के लिए रवाना हुए.

श्री खप्पड़िया बाबा आश्रम के भंडारे में 30 हजार श्रद्धालुओं ने पाये प्रसाद

श्री खप्पड़िया एक ऐसे महान संत थे जिन्होंने विश्व कल्याण बहुत कठोर तपस्या की. उनका गाया भगवन्नाम संकीर्तन का मंत्र आज भी सबसे बड़ी साधना है.

बहुआरा में शतचंडी महायज्ञ के उपलक्ष्य में विशाल शोभायात्रा

शोभायात्रा में यज्ञाचार्य मातलेश्वर पांडेय के साथ पवन तिवारी और वाराणसी से आये कई आचार्य शामिल थे. श्री मद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ 18 जनवरी को संपन्न होगा.

हजरत चन्दन पीर साहब के मजार पर डूंहा के संतों ने की चादरपोशी

अद्वैत शिव शक्ति परमधाम (डूंहा) के संस्थापक स्वामी ईश्वरदास ब्रम्हचारी (मौनी बाबा) के प्रतिनिधि के रूप में आधा दर्जन साधु संतों ने उर्स में शिरकत की.

भाग्य का उदय होने पर ही राम कथा का आयोजन: भगवताचार्य

अगर राम कथा सुनने की फुर्सत न मिले तो केवल राम नाम के जाप से जीव को मुक्ति मिल जाती है. उन्होंने कहा कि बिना राम के जीव का कल्याण सम्भव नहीं.

गंगा स्वच्छता के लिए डीएम ने शक्तिपीठ प्रमुख से मांगा सहयोग

जिलाधिकारी कहा कि गंगा नदी के किनारे बसी 41 ग्राम पंचायतों में कमेटी के माध्यम से घाट, तालाब और हरियाली की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी.

गायत्री महायज्ञ के दीपदान महोत्सव में दर्शन के लिए पहुंचे डीएम

प्रमुख आचार्य शशिकांत सिंह ने जिलाधिकारी को गायत्री शक्तिपीठ के स्थापना के इतिहास के साथ-साथ वर्ष भर होने वाले कार्यक्रमों के बारे में बताया.

संगीतमय प्रवचन कर श्रद्धालुओं को बताया मुक्ति का मार्ग प्रवचनकर्ता ने

आज सभी अपनी आवश्यकताओं को लेकर भटक रहे हैं, समाज दूसरे के बारे में नहीं सोच रहा है.स्थिति यह है कि लोग दूसरे के सुख से खुद दुखी हो जा रहे हैं.

लोक कल्याण की कामना करने वाला ही होता है संत : शशिकांत

सात्विक बुद्धि का मतलब यह है कि समझदारी, ईमानदारी, जिम्मेदारी और बहादुरी. ये चार मंत्र हैं जो देवी-देवताओं के प्रतिनिधित्त्व करते हैं.

सिर पर कलश उठाने से ही सभी मनोकामना पूर्ण : आचार्य शशिकांत

आचार्य ने कहा कि कलशयात्रा अपने आप में यज्ञ है. उन्होंने कहा कि मनुष्य के किसी पुण्य का उदय होता है तो कलशयात्रा या यज्ञ में भाग लेने का अवसर मिलता है.

संस्कार के अभाव से ही समाज में फैलती हैं कुरीतियां : आचार्य शास्त्री

आचार्य शास्त्री ने कहा कि अच्छे संस्कार कथा से ही लोगों को प्राप्त हो सकते हैं. इसलिए कथा सुनने के लिए माता पिता अपने बच्चों को भी अवश्य साथ लेकर जाएं.

कृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुन भाव-विभोर हुए श्रोता

यह कौन महान पुरुष है जिनके चरणों में तीनों लोक का स्वामी बैठा हुआ है. ऐसे महान सुदामा को दरिद्र का उपमा देकर लोग उनका अपमान करते हैं.

वामन जन्मोत्सव का वर्णन सुन भक्ति में झूमे श्रद्धालु

ब्यासी गांव स्थित अखार के दत्तुमठ में श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन वामन भगवान के जन्म महोत्सव की कथा प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य गौरव कृष्ण शास्त्री ने सुनायी.