बलिया में बनी पीपीई किट को भारत सरकार की मंजूरी मिल गयी है. अब यहां की बनी किट अन्य जिलों या राज्यों के लिए भी उपलब्ध हो सकेगी. बलिया जैसे छोटे जिले के लिए यह किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष ने अपने एक बयान में कहा कि इस बार जिले में गंगा और घाघरा नदी में आई बाढ़ से किसानों की फसल डूब गई. ऊपर से अतिवृष्टि ने फसलों को चौपट कर दिया.
चौधरी ने कहा कि अब हमें इस तरह काम करना है जिससे वर्ष 2022 में प्रदेश में सपा की ही सरकार बने. हमारी सरकार में जाति-धर्म के भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं होगी.