जनाड़ी गांव स्थित बाबा बलखण्डी नाथ शिव मंदिर पर शनिवार की देर शाम भगवान श्रीकृष्ण का छठिहारोत्सव धूमधाम से मनाया गया.भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया.
बलिया जिले के सभी मंदिर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए सज गए हैं। वहीं कुछ कमेटियों द्वारा पंडाल बनाकर उसमें मूर्ति स्थापित कर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव भी मनाया जा रहा है
पवित्र श्रावण मास के प्रथम सोमवार को क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन पूजन को श्रद्धालुओं की लंम्बी कतार लगी रही। बेल्थरा रोड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के शिवालयों सहित अन्य देवालयों में भक्तों की भारी भींड़ उमड़ी रही।
बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु दो बजे भोर से ही लाइन में लग गए. सड़कों पर हर—हर महादेव के के नारे गूंज रहे है, वहीं महिलाएं व युवतियां भोलेनाथ के गीत गा रही थीं.
ग्राम पंचायत अखार में नवनिर्मित राम जानकी मंदिर में रामदरबार का प्राण प्रतिष्ठा के भव्य कार्यक्रम का आयोजन बासदेव बाबा के स्थान पीपरतर के पास निकट नव निर्मित मंदिर में किया गया है.
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में उपस्थित राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई द्वारा कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण में एकदिवसीय शिविर आयोजित किया गया.
तलवार से केक काटकर जन्मदिन मनाने वाले आरोपी को फेफना पुलिस ने तलवार के साथ सेमरा घाट की तरफ जाने वाले कालीदास बाबा मंदिर के पास से शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार किया.
मुख्य यजमान धीरेंद्र पाठक ने बतलाया कि आगामी 18 अप्रैल को कलश यात्रा के साथ विधिवत पूजन अर्चन के उपरांत 23 को प्राण प्रतिष्ठा , हवन,भंडारा आयोजित किया जाएगा.
संकट मोचन फिल्म इंटरनेशनल के बैनर तले बनी भोजपुरी फिल्म आंखें एक बेहतरीन पारिवारिक प्रेम कहानी पर आधारित फिल्म है, जिसमें प्रदीप पांडेय चिंटू, यामिनी सिंह और आस्था सिंह मुख्य भूमिका में हैं.
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर में स्थापित हो रहे प्रभु के प्रतिमा के उपलक्ष में श्रीराम जानकी मंदिर छड़हर पर पिछले 12 तारीख से विभिन्न पूजन एवं अनुष्ठान चल रहे हैं .
श्रीराम मंदिर, नूतन विग्रह प्राण प्रतिष्ठा महा जनसम्पर्क अभियान बलिया समिति के निर्देशन व विश्व हिंदू परिषद के संयोजकत्व में बलिया में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में नूतन विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर घर घर पूजित अक्षत प्रदान किया जाना है.
राहगीरों व ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा लाया गया. जहां गंभीरावस्था में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने चार को जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
भगवती की बात को सुनकर राक्षस राजी हो गया और शाम होते ही नाला खोदना शुरू कर दिया. अभी वह सोनाडीह से कुछ दूरी पहले तक ही नाला खोद पाया था कि सूर्योदय हो गया.