प्रशासन की लापरवाही से टूटा रिंग बांध – भरत सिंह

सांसद ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के सभी नागरिकों के साथ हर प्रकार से खड़ा हूं. किसी भी कीमत पर उनसे अन्याय नहीं होने दूंगा. उनकी हर सम्भव मदद की जायेगी तथा साथ ही बाढ़ खण्ड के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई एवं न्यायिक जांच कराकर दण्डित कराने का काम करूंगा.

फेफना विधायक ने राहत में भेदभाव का लगाया आरोप

बाढ़ जैसी दैवीय आपदा में पीड़ितों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है. ऐसे संकट की घड़ी में सच्ची मन से दिल से सेवा होनी चाहिये. बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों के मदद में क्षेत्रवाद, दलवाद और होना चाहिए, लेकिन फेफना विधानसभा क्षेत्र में चन्द लोगो के इशारे पर प्रशासनिक सहायता में भी भेदभाव किया जा रहा है.

कमिश्नर ने मातहतों की कसी नकेल

आयुक्त आजमगढ़ मण्ड़ल नीलम अहलावत ने राहत केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों को सभी सुविधायें एवं मदद समय से मिल जाय. राहत केन्द्र प्रभारियों की यह जिम्मेदारी है कि बाढ़ पीडितों को कोई तकलीफ न हो.

बीसीडीए की टीम अब बाढ़ पीड़ितों में दवा बांटेगी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके सिंह के अनुरोध पर जनपद के लगभग डेढ़ सौ दवा प्रतिनिधियों, चिकित्सकों के संगठन नीमा तथा बलिया केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसो0 के लोगो ने संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आगामी पंद्रह दिनों तक पीड़ितों के बीच दवा वितरण एवं उपचारिता का बीड़ा उठाया है.

अप्रैल में ही चेते होते तो आज नहीं टूटता रिंग बांध

बलिया तत्कालीन जिला प्रशासन व बाढ़ विभाग के अधिकारियों की अदूरदर्शिता के आरण अंततः शनिवार की दोपहर गंगा की लहरों ने रिंग बंधे को पराजित कर ही दिया. रिंग बन्धा टूटने से गोपालपुर, दूबेछपरा, उदईछपरा, प्रसाद छपरा आदि गांवों की लगभग 50 हजार आबादी पर मानों कहर टूट पड़ा है.

पीड़ितों की मदद के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कसी कमर

यूं तो बाढ़ पीड़ितों के पुर्नवास और भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए प्रशासन पिछले 10 दिनों से कटिबद्ध है. लेकिन इसकी वास्तविक रंगत तब देखने को मिली, जब पीड़ितों की मदद के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कमर कस लिया.

दो दर्जन गांवों के पैतीस हजार लोगों का संकट गहराया

दुबेछपरा रिंग बांध टूटने से इलाके के लगभग दो दर्जन गांवों की 35 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. इन ग्रामीणों के सर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिला प्रशासन और स्वयं ग्रामीण बीते कई दिनों से बांध को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे. फिलवक्त दुबेछपरा ढाले पर भगदड़ के हालात हैं. हाईवे पर ट्रैफिक ठहर सा गया है. दुबे छपरा रिंग बांध प्राथमिक विद्यालय के सामने करीब 20 फीट की दूरी में टूटा है.

दुबेछपरा में शासन-प्रशासन का इम्तहान शुरू

हादसे की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे राम गोविंद चौधरी, नारद राय और नीरज शेखर. मंत्रियों ने मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा- हमारे लिए यह परीक्षा की घड़ी है.

बलिया-बैरिया रोड पर अब दोपहिया वाहनों पर भी प्रतिबंध

राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति भी गंभीर हो सकती है. इसको देखते हुए भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस बंधा पर लोगों का अधिक दबाव न हो इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों मीडिया कर्मियों तथा राजनेताओं के अलावे पब्लिक को जाने से मना किया जा रहा है

परेशानी का सबब बना बाढ़ देखने वाला हुजूम

दुबेछपरा रिंग बंधा टूटने कि खबर पूरे जिले में जंगल के आग कि तरह फ़ैल गयी. लोग एक दूसरे से इसकी जानकारी लेकर दुबेछपरा रिंग बंधे की ओर भागे जा रहे हैं. आलम यह है कि रिंग बंधा टूटने के एक घण्टे के भीतर वहां लगभग दस हजार से भी अधिक लोग बाढ़ देखने पहुच गए.

आखिरकार दुबेछपरा रिंग बांध टूट गया

प्राथमिक विद्यालय दुबेछपरा के सामने तेजधार के साथ गंगा का पानी दुबेछपरा गांव में दाखिल हो गया. गांव में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई. सभी लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर जा पहुंचे हैं. दुबेछपरा रिंग बंधा टूटने की खबर पाते ही जिला मुख्यालय पर मौजूद आजमगढ़ की मंडलायुक्त नीलम अहलावत, जिला अधिकारी गोविंद राजू एऩएस, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी तथा आसपास की पुलिस व एनडीआरएफ की टीम जल पीएसी मौके पर पहुंच गई.

बाढ़ से मरने वाले के आश्रित को मिलेंगे चार लाख

बाढ़ से मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के आश्रित को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दी जाएगी. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जो कर्मचारी ड्यूटी में लापरवाही करे अथवा मना करे उसके विरूद्ध तत्काल कड़ी कार्रवई की जाएगी.

रामइकबाल ने बांटा फल, ब्रेड एवं अन्य खाद्य सामग्री

शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों के बीच दुबहड़ से हल्दी चट्टी तक फल ब्रेड सहित विभिन्न खाध सामग्री का वितरण किया गया.

भरत सिंह ने गंगा पार गांवों में पहुंचाई सहायता

सांसद भरत सिंह ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र गंगा नदी के उस पार नौरंगा, चक्की और भुवाल छपरा, उदई छपरा गांवों में नाव से पहुंचकर वहां के लोगो का दुःख दर्द सुना.

गंगा, घाघरा घटाव पर, टोंस स्थिर

बाढ़ नियंत्रण कक्ष की सूचना के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 60.360 मी है. घाघरा का जलस्तर डीएसपी हेड पर 62.830 मी, चांदपुर में 58.23 मी तथा माझी में 56.50 मी है. ये दोनों नदियां घटाव पर है. टोंस नदी का जलस्तर पिपरा घाट पर 62.20 मी है जो स्थिर है.

शिवपुर कपूर दियर का शवदाह गृह भी कटान को भेंट

लालगंज के शिवपुर कपूर दियर में स्थित शवदाह गृह कटान की जद में आऩे की वजह से ढह गया है. शवदाह गृह में दो शेडों में एक का अतापता भी नहीं है, जबकि दूसरा वहीं उलटा पड़ा है. शवदाह गृह के साथ वहीं बना कार्यालय और शौचालय भी अस्त व्यस्त हो गया है.

जानिए शुक्रवार को जिले में क्या क्या हुआ

बलिया के नौरंगा गांव से अखिलेश ठाकुर की तस्वीरें यह बयां करने के लिए काफी हैं कि संकट की इस घड़ी में भी बलिया वाले बिंदास खुशी तलाश लेते हैं. संघर्ष कर खुद को स्थापित करना बलिया की माटी की फितरत है. नाव की जरूरत क्या है, यह अपना देसी जुगाड़ है न. इसे चला रही हैं नौरंगा की ओलंपिक मेडल विनर बेटियां. इ हे ह असली बलिया वाली बड़की पूड़ी….जेकरा के देखते दिल्ली बंबई वाला लोग के लार चुए लागेला. प्रधान जी, भी जरूरतमंदों को राहत सामग्री बांटने में मशगूल हैं.

192 गांवों की साढ़े तीन लाख आबादी बाढ़ प्रभावित

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस के निर्देशन में बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. शुक्रवार तक 192 गांवों की कुल 03 लाख 54 हजार 796 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 15,885 हो गयी है.

रिंग बंधे को बचाने में एनडीआरएफ ने झोंकी ताकत

एनडीआरएफ के डीआईजी रणदीप राणा के दिशा निर्देशन में एनडीआरएफ की तीन टीमें लगातार दिन रात एक-कर बंधे को बचाने में जुटी हुई है. जिला प्रशासन तथा ग्रामीणों का सहयोग भी टीम को मिल रहा है.

मोबाइल नेटवर्क प्रॉब्लम है तो कंट्रोल रूम में बताएं

बलिया में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए यह आशंका है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में दूरभाष/मोबाइल टॉवर काम न करे. इसके चलते नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

भरौली में भी तबाही का मंजर, कोई पुरसाहाल नहीं

भरौली से धनंजय कुमार लिखते हैं कि उनके इलाके बाढ़ से मची तबाही के बाद प्रसासन की तरफ से अभी तक कोई मदद नही पहुंची है. केवल कागजों में ही सिमट कर रह गया है राहत कार्य.

द्वाबा के ग्रामीणों के जज्बे को सलाम, रिंग बांध फिलहाल सुरक्षित

ग्रामीणों के मेहनत रंग लाई. दुबेछपरा रिंग बांध अभी तक सुरक्षित. मौसम बिगड़ा जरूर, लेकिन बारिश नहीं हुई. प्रशासन और ग्रामीणों के सांझा प्रयास से बचाव कार्य जारी. गोपालपुर, दूबेछपरा व उदईछपरा के ग्रामीणों ने जागकर गुजारी रात.

सांसद ने बाढ़ पीड़ितों में बांटी दवायें व खाद्य सामग्री

सांसद भरत सिंह ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव के द्वारा दौरा किया. उन्होंने लोगों का दुःख दर्द सुना. सासंद अपने सहयोगियों के साथ नाव के द्वारा शिवपुर दियर नम्बरी, जवहीं दियर, परानपुर, हल्दी क्षेत्रों का दौरा किया.