अब गंगा की उतरती लहरों का कहर

जगदीशपुर गांव में गंगा की उतरती लहरों से शनिवार शाम चार बजे के लगभग कटान तेजी के साथ शुरू हो गया. देखते ही देखते राम अनन्त पांडेय, राजनाथ पाण्डेय, रामदेव पाण्डेय, श्रीनिवास पाण्डेय के सांझे मकान गंगा में समाहित हो गए. वहीं चतुरी गोड़, भुआली गोड़, भभूति गोड़ के मकान भी गंगा के आगोश में चले गए.

बाढ़ शरणालय बने रहने से पठन पाठन में बाधा

बाढ़ के दिनों में रामनाथ पाठक इण्टर कॉलेज मुरारपट्टी को बाढ़ शरणालय बनाया गया था. यहां दर्जनों बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग शरण लिए थे.

गंगा से कटान रोकने के हरसम्भव उपाय करेंगे – डीएम

रामगढ़ के पास गंगा नदी से कटान होने की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने कटानस्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. उन्होंने ग्रामीणों से भी बातचीत की. कटान की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली. बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि कटान को रोकने की हरसम्भव प्रयास जारी रखें.

गंगा का जलस्तर घटाव पर, मगर कटान से धुकधुकी

गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 56.02 मीटर है, जो घटाव पर है और खतरा बिन्दु से नीचे है. मगर गंगा का कटान द्वाबा के तटवर्तियों की धुकधुकी बढाए हुए है. इसीके मद्देनजर मंगलवार को रामगढ़ में गंगा के कटान का जायजा लेने पहुंचे जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस और पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी.

उफनाई मगई के पानी में डूबा कोट मझरिया का बुजुर्ग

नरहीं थाना क्षेत्र के कोट मझरिया (अंजोरपुर) गांव निवासी हरि गोविंद मिश्र (70) बंधा पार कर गांव आते वक्त रविवार को मगई नदी के उफनाए पानी में डूब गए. सोमवार को उनका शव इंदरपुर गांव के सामने उतराया मिला.

हर हाल में जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने की कवायद

बाढ खत्म होने के बाद जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस का पूरा ध्यान अब हर पीड़ितों के बीच राहत सामग्री पहुंचाने पर है. उन्होंने रविवार को सदर तहसील क्षेत्र में हो रही राहत सामग्री वितरण व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने अधीनस्थों को निर्देष दिया कि गरीब, मजदूर किसानों को वरीयता के आधार पर राहत सामग्री का वितरण होना चाहिए.

राहत बांटने में भी भेदभाव कर रही है सपा – भरत सिंह

केंद्र सरकार की मदद के बावजूद प्रदेश सरकार बाढ़ पीड़ित लोगों को मदद पहुंचाने में नाकाम रही है. सामग्री वितरण में भी समाजवादी पार्टी के लोगों को चिन्हित करके राहत दी जा रही है. यह घोर अन्याय है. ऐसा कहना है जिले के सांसद भरत सिंह का.

गंगा ने तटवर्तियों की फिर बढ़ाईं धड़कनें

गंगा प्रति घंटा आधा सेमी की रफ्तार से बढ़ रही है. हालांकि फिलहाल खतरा बिन्दु से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर डीएसपी हेड पर 62.190 मी, चांदपुर में 56.80 मी तथा माझी में 53.85 मी है. टोंस नदी का जलस्तर पिपरा घाट पर 57.700 मी है, जो बढ़ाव पर है.

बाढ़ विस्थापितों के लिए रहनुमा बने शिक्षा के मशाल वाहक

बाढ़ की त्रासदी से दो चार हुए विस्थापितों के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने नजीर प्रस्तुत किया, वह अपने आप में अतुलनीय है. बाढ़ विस्थापितों की मदद को निकले शिक्षकों ने अपनी सेवा, लगन व जज्बे के दम पर जहां पीड़ितों दुआ से लवरेज हुए, वहीं प्रशासनिक अमले ने भी शिक्षा विभाग की जमकर पीठ थपथपाई.

पांच ट्रक राहत सामग्री रसड़ा विधायक ने रवाना किया

विधायक उमाशंकर सिंह ने फेफना विधानसभा के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री से लदे ट्रकों को बृहस्पतिवार को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. पांच ट्रक राहत सामग्री में थाली, गिलास, ब्रेड, आटा, आलू, चुड़ा, लाई, गुड़, बिस्कुट, मोमबत्ती, दवाई, माचिस तथा मवेशियो के लिये भूसा और पराग डेयरी आदि सामान शामिल था.

बाढ़ पीड़ितों के लिए निशुल्क चिकित्सा शिविर

रसड़ा (बलिया): पूर्वांचल ग्रामीण चेतना राघोपुर के तत्वधान में कोइरिया के डेरा पर बाढ़ पीड़ितों के लिये चिकित्सा शिविर लगाया गया. शिविर में 270 मरीजों की जांच कर निःशुल्क दवा वितरित किया गयी. इसे भी …

बाढ़ राहत से ज्यादा राजनीति की चिंता

बाढ़ की भयंकर तबाही से हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गए, पीड़ितों की जिंदगी थम सी गई, वे सड़क पर जीवन बसर करने को मजबूर हैं. वहीं कुछ लोगों के लिए बाढ़ पीड़ितों के बहते आंसू सेल्फी लेने और सोशल मीडिया पर अपनी राजनीति चमकाने का जरिया बन गये है.

रबी से पहले हो किसानों शत प्रतिशत पंजीकरण

एक लाख, नब्बे हजार किसानों के पंजीकरण कराने के लक्ष्य के सापेक्ष एक लाख, सात हजार पांच सौ सत्तर किसानों का पंजीकरण हुआ है. 62385 किसानों का डीबीटी करा दिया गया है. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत शेष 4 नलकूपों का उर्जीकरण 15 सितम्बर तक कराने का निर्देश दिया गया.

बाढ़ में मरे लोगों के आश्रितों को चार-चार लाख बंटे

जिला पंचायत के डाक बंगले में सोमवार को बाढ़ में डूब कर मरे कुल चार लोगों के परिजनों को दैवी आपदा राहत कोष से चार-चार लाख की सहायता राशि विधायक जयप्रकाश अंचल ने प्रदान की. विधायक अंचल ने बताया कि दुबेछपरा रिंग बन्धे व बन्धे के भीतर बसे गांवों की सुरक्षा के लिए स्परों का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए प्रस्ताव भेज दिया गया हैं.

चिकित्सा शिविरों में हुआ बाढ़ पीड़ितों का उपचार

वरिष्ठ कांग्रेस नेता सीबी मिश्र के सौजन्य से रविवार को पाण्डेयपुर ढ़ाला पर होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर लगाया गया. इसी क्रम में चांद दियर बाढ़ विभाग के डाक बंगले में समाजवादी लोहिया वाहिनी की ओर से चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.

कुल पौने तीन लाख लोग रहे बाढ़ की चपेट में

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 42,296 लोग और 678 पशुओं का उपचार किया गया है. 2,85,640 लोग और 16,115 पशु प्रभावित हुए है. राहत शिविरों में 26,600 लोग शरण लिए हुए हैं और 45,935 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. 41 मेडिकल टीमों को प्रभावित गांवों में मोबाईल टीम के रूप में लगा दिया गया है.

बाढ प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव हो-नारद

प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि बाढ पीडितों को राहत सामग्री एवं बाढ्र से प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई, फागिंग, दवा का छिड़काव, क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत युद्ध स्तर पर किया जाय.

सोहावं में बाढ़ पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

पूर्वांचल ग्रामीण चेतना समिति राघोपुर ने कारितास इण्डिया के सहयोग से शुक्रवार को बाढ़ पीड़ित 235 परिवारों को सोहांव स्थित मिशन पर भोजन सामग्री के अलावा दैनिक उपभोग की बस्तुएं वितरित किया

सनबीम की सुनहली किरणों से दमका ओझवलिया

सनबीम पब्लिक स्कूल, माफी पीपरा के छात्र छात्राओं ने बाढ़ राहत कार्य में पीड़ितों की सेवा कर एक नई मिसाल कायम की.

बाढ़ राहत से क्यों वंचित है करइल क्षेत्र

गंगा और घाघरा के साथ टोंस की बाढ़ से सबसे ज्यादे प्रभावित होता है. सर्वाधिक बाढ़ का कहर गंगा नदी द्वारा भरौली से लेकर ब्यासी, दुबहर, हल्दी, गायघाट, रामगढ़, लालगंज होते हुए मांझी तक बरपाया जाता है.

अब फिक्र उनकी जो मौत के मुंह में डेरा डाले रहे

जिले में एक अच्छी खासी आबादी ऐसे लोगों की भी है, जो प्रलय का आभास करवा रही आपदा के दौरान भी किसी न किसी वजह से मौत के मुंह में अर्थात टापू में तब्दील हो चुके अपने घर या गांव में डेरा डाले रहे.

बाढ़ का पानी निकलने के बाद खुले विद्यालय

पहली सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालय एवं अन्य सरकारी कार्यालय खुल गए. विद्यालयों में बच्चे तो अभी नहीं आ रहे हैं, परंतु ज्यादातर कैंपस की स्थिति बहुत ही खराब है.

कैबिनेट मंत्री नारद राय की बैठक आज 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय गुरुवार की रात जिले में आ जाएंगे. प्रभारी अधिकारी वीआईपी ने बताया कि मंत्री श्री राय 02 सितम्बर दिन शुक्रवार को 04 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ राहत में लगे अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे.

किसी बाढ़ पीड़ित को लोगों ने भूखा नहीं सोने दिया

गंगा व घाघरा का पानी उतरने के साथ बन्धों पर शरण लिए लोग अब अपने घरों को वापस लौटने लगे हैं. वापस लौटेने वाले लोगों का जीवन अब कुछ दिनों तक आंगन से बाहर तक कीचड़ में गुजरने वाला है. घर से बाहर आकर आश्रय लेने और फिर अपने घर वापसी में परिस्थितियां काफी कुछ बदल गयी है.

करेंट से पति की मौत, महिला गंभीर

खेत में निराई गुड़ाई करते वक्त करेंट की चपेट में आकर बृहस्पतिवार को दंपति गंभीर रूप से झुलस गए. जिला अस्पताल में उपचार के दौरान पति ने दम तोड़ दिया. पत्नी की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है.