जीआरपी थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार की दोपहर बलिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर रूकी कामाख्या एक्सप्रेस की जनरल बोगी से बोरे में बांध कर रखे गए 146 दुर्लभ प्रजाति के कछुए बरामद किए.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. दुर्घटना के बाद गांव के लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित ड्राइवर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
वहीं अभियुक्त के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए न्यायालय भेजा गया. गिरफ्तार करने वाली टीम में उनि मुन्ना लाल यादव, हेका संदीप कुमार सिंह, हेका अनिल कुमार आदि रहे.
उभांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दिन में लगभग डेढ़ बजे घाघरा नदी पर बने तुर्तीपार रेलवे पुल के समीप 40 वर्षीय एक अज्ञात व्यक्ति का शव पुलिस ने बरामद किया है.
अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार जनार्दन राय संचालन महासचिव बीरबल राम एवं सभी आगंतुकों के प्रति पार्टी के उपाध्यक्ष सुशील पाण्डेय “कान्हजी” ने आभार व्यक्त किया.
जब तक घर के लोगो की आग लगने की जानकारी हुई और आग को बुझाने का प्रयास किए तब तक मोती चंद्र वर्मा बुरी तरह से झुलस गए और उनकी मौत हो गई रात को ही इसकी सूचना बजुआरा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमित सिंह को दी.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरे दिन बलिया में रहेंगे और पिछले दिनों लखनऊ में दुर्घटना में मृत पार्टी नेताओं के परिवार को सांत्वना देने के साथ ही पार्टी नेताओ से भी मिलेंगे.
बैरिया थाना क्षेत्र के मिश्र गिरी के मठिया पांडेपुर निवासी मुन्नी खातून पत्नी आस मोहम्मद ने बुधवार की शाम को पुलिस को फोन करके बताया कि वह अपनी पुत्री के साथ सुदिष्ट बाबा के मेले से ई-रिक्शा पर घर आ रही थी.
उनकी गारंटी है कि देश 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनकर रहेगा. वे विकास खंड दुबहड़ के सवरूबांध में विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान जन संवाद कर रहे थे.
समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित गड़वार स्थित वृद्धाश्रम में कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया. सीडीओ ओजस्वी राज अपनी पत्नी के साथ वृद्धाश्रम में सभी वृद्धजनों में कंबल, फल व दूध का वितरण किया.
खबर है कि मूलरूप से सिंहपुर निवासी शैलेश रंजन कश्यप परमांदापुर में अपनी पत्नी रेखा के साथ किराए के मकान में रहते थे. इस बीच बीते बुधवार की शाम संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता ने फांसी लगा लीं.
थोड़ी देर बाद चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया. घटना के समय वे डेहरी गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर घर लौट रहे थे.
मादक पदार्थ तस्करी के एक मामले की सुनवाई करते हुए सिविल कोर्ट के अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत ने दो आरोपियों को बुधवार की सुबह दस—दस वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई.