बांसडीह, बलिया. मनियर थाना पुलिस ने पिछले दिनों स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) चलाने वाले अख्तर अंसारी के कर्मचारी से हुई लूट के मामले का खुलासा कर लिया है। पुलिस जांच में जो सामने आया उससे सीएसपी के मालिक हैरान रह गए क्योंकि लूट किसी और ने नहीं बल्कि बैंक से पैसा निकाल कर ले जा रहे कर्मचारी मनीष ने ही की थी।
25 जनवरी को मुड़ियारी गांव निवासी अख्तर अंसारी ने मनियर पुलिस के पास लूट की शिकायत दर्ज कराई थी। बताया गया था कि सीएसपी के उनके कर्मचारी मनीष यादव जब बैंक से 1 लाख 70 हजार रू0 निकाल कर ले जा रहा था तो मोटर साइकिल सवार बदमाशों ने उसे लूट लिया था।
बलिया एसपी डॉ0 विपिन ताडा ने घटना स्थल का तत्काल निरीक्षण करते हुए मनियर पुलिस एवं स्वाट टीम को घटना की जांच का आदेश दिया था। पुलिस की जांच में सामने आया कि वादी मुकदमा अख्तर अंसारी का कर्मचारी मनीष ही घटना का साजिशकर्ता व मुख्य सूत्रधार है।
मनीष ने अपने साथी इंद्रजीत यादव उर्फ गोलू के साथ योजना बद्ध तरीके से रुपए बैंक से निकाल कर उक्त रुपए एवं मोबाइल फोन व मोटर साइकिल को अपने सहअभियुक्त साथी इंद्रजीत यादव को दे दिया। इसके बाद उसने अख्तर अंसारी को सूचना दी कि अज्ञात बदमाशों ने रुपए, मोबाइल व मोटरसाइकिल लूट ली है।
मनियर पुलिस ने अभियुक्त की निशानदेही पर 1 लाख 66 हजार रू0, एक मोबाइल फोन व एक पल्सर मोटर साइकिल बरामद की है। दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभियुक्तों ने बताया कि इस वारदात को उन्होंने यू-ट्यूब पर वीडियो देखकर प्लान किया था। घटना लूट की नही थी अपितु मालिक का पैसा हड़पने के लिए लूट की मनगढ़ंत कहानी बनाई गयी थी। उक्त घटना के सफल एवं त्वरित अनावरण हेतु पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक बलिया ने 10,000- रू0 पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है ।
(बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)