मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने बताया है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर 23 दिसंबर को पूर्वान्ह 11 बजे किसान सम्मान दिवस समारोह का आयोजन ऑफीसर्स क्लब में किया जा रहा है.
ऐसे में कड़ी मेहनत करने वाले लोगों के लिए यह यात्रा वरदान साबित होगी. कहा, आज प्रधानमंत्री ने मोदी की गारंटी तब शुरू होती है जब हर किसी से उम्मीद खत्म हो जाती.
चौपाल में विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों ने किसानों के साथ पानी का बचाव व उपयोगिता, प्रत्येक किसानों को सुचारू रूप से पानी कैसे मिले, नलकूपों के रख- रखाव सुरक्षा तथा लो वोल्टेज पर नलकूप न चलाने आदि पर विचार किया गया.
काफी प्रयास के दौरान अगर नौकरी नहीं मिलती तो लोग हार मानकर निराश होकर घर बैठ जाते हैं. ऐसे तमाम लोगों के लिए एक किसान प्रेरणास्रोत का माध्यम बनकर सामने आया है.
मंगलवार को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की निगरानी में तहसील सदर, विकासखंड हनुमानगंज के राजस्व ग्राम पकड़ी में खरीफ फसल धान की क्राफ्ट कटिंग की कार्यवाही संपन्न हुई.
इस मेले में सभी गांव के कृषि करने वाले किसान, कृषि, उद्यान, पशुपालन, रेशम, सहकारिता, सिंचाई, विद्युत, एग्रो आदि विभागों के अधिकारी, बैंकर्स, एनजीओ एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक भाग लेंगे.
जिलाधिकारी ने किसानों से अपील किया कि वह शासन स्तर से जनपद में खोले गए धान क्रय केंद्रों पर ही अपनी उपज बेचें. उन्होंने डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिया कि धान खरीद में कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए.
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार बृहस्पतिवार को क्रय केंद्र मंडी स्थल एवं मंडी समिति का निरीक्षण कर वहां पर क्रय किए गए धान, बाजरा और मक्का के बारे में विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.
तहसील-बॉसडीह के ग्राम-रतनौली में धान की पराली जलाने की घटना सेटेलाईट के माध्यम से प्रकाश में आया है. मौके का निरीक्षण जिलाधिकारी बलिया के निर्देशानुसार बुधवार को सम्बन्धित कृषि विभाग के कर्मचारी, लेखपाल, थानाध्यक्ष, नायब तहसीलदार एवं उप कृषि निदेशक बलिया के द्वारा मौके पर पहुॅचकर किया गया.
छात्रों ने रोजगार से संबंधित प्रश्न कर जानकारी हासिल की. मृदा विज्ञान वैज्ञानिक, डॉ अनिल पाल द्वारा वर्मी कम्पोस्ट की तैयारी के बारे में बताया और एफ वाई एम के बारे में भी संपूर्ण जानकारी प्रदान किया.
किसान बोआई से पहले बीज शोधन कर ले जिससे की फसल रोग रहित रहेगी. बीज शोधन के लिए कृषि रक्षा इकाइयों को ट्राइकोडर्मा, ब्युवेरिया वैसिआन 100 रु प्रति किलो के दर से उपलब्ध है.
बेटा पॉलिटेक्निक कर नौकरी की तलाश में है. उसे भी इस कार्य में लगाया है. क्योंकि नौकरी की अपेक्षा इसमें आय भी अधिक है. लिहाजा बच्चों की रुचि भी अब बढ़ने लगी है.
आपके इस निर्णय का मैं पुनः स्वागत और आपका धन्यवाद करता हूँ की भविष्य में भी किसान हित के निर्णय आप लेते रहे. जिससे किसानों की आय बढ़े और देश की खाद्य सुरक्षा और मजबूत होती रहे.