एसपी ने बताया कि 15 नवंबर, 2022 को सूचना मिली थी कि ग्राम भलुही में पूर्व प्रधान हृदयनारायण सिंह का अपने घर के बरामदे में सोते हुए थे। रात्रि में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी. इसके सम्बन्ध मे मृतक के पुत्र इन्द्रपाल सिंह द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 214/22 धारा 302 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया. मृतक हृदयनारायण सिंह के शव को थाना सुखपुरा पुलिस द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया था.
Tag: accused
शनिवार की शाम को सलेमपुर चौरा में ग्राम समाज की जमीन पर गोबर रखने का विवाद अरविंद सिंह चौरा और मन्नू सिंह के बीच कहासुनी हो रही थी अरविंद सिंह की गाड़ी अर्जुन पटेल 32 वर्ष चलाता है वह भी वही खड़ा था कि मन्नू सिंह के पक्ष में किशनप्रताप सिंह खड़े थे इस बीच विवाद बढ़ने पर पिस्टल से गोली चला दी गई जिसमे अर्जुन पटेल उम्र 32 वर्ष को गोली लग गई.
थाना प्रभारी दुबहड़ राजेश कुमार मिश्र सहित हमराही फोर्स द्वारा मुखबिर की पक्की एवं सटीक सूचना पर गैंगेस्टर एक्ट का वांछित अभियुक्त बिट्टू जायसवाल पुत्र रविन्द्रनाथ जायसवाल निवासी- तरवा बेलउझा, थाना- हलधर पुर, जनपद- मऊ को दुबहड़ थाना अंतर्गत बुल्लापुर चट्टी से सोमवार के दिन सुबह में गिरफ्तार किया गया.
पदाधिकारियों ने बताया कि आरोपित मंत्री से सदस्यों का नाम व समिति का जायजा लेने पर वह भड़कते थे तथा कागजात दिखाने से इनकार कर देते थे. फर्जीवाड़ा की जानकारी तब हुई जब समिति के प्रबंधक रामप्रसाद, उपाध्यक्ष बलिराम प्रजापति ,महावीर, जितेंद्र व मनोज आजमगढ़ मंडल चिटफंड कार्यालय में जाकर द्वितीय पत्रवाली निकलवाए तो पता चला कि सभी सदस्यों का हस्ताक्षर फर्जी है.
बलिया पुलिस की गठित टीम ने 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर मृतक आनन्द विक्रम सिंह के भाई संदीप सिंह का शव भी कुएं. से बरामद किया गया. घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल चाकू भी बरामद कर लिया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि संदीप सिंह व प्रवीण सिंह उर्फ भोलू के बीच में पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद था जिस कारण भोलू सिंह व उसके अन्य साथियों द्वारा संदीप सिंह की हत्या कर शव को कुएं में छिपा दिया गया और संदीप सिंह को उसके घर से ले जाते समय पिता व भाई ने देख लिया था जिस कारण अभियुक्तों द्वारा उसके भाई व पिता की भी हत्या कर दी गई.
पूर्व विधायक ने कहा कि बलिया में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है. सुरहा ताल में आई बाढ़ से 30 गांव प्रभावित हैं इसके बावजूद भी यहां के नुमाइंदे व प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा है. पूरा बलिया शहर पानी पानी है. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहें हैं. नेटवर्क रहता नहीं और आनलाइन पढ़ाई के नाम पर छात्रों को ठगा जा रहा है.