Singers mesmerized in Vishal Gadha Mahotsav - Dozens of artists including Pawan Singh performed

विशाल गड़हा महोत्सव में गायकों ने किया मंत्रमुग्ध – पवन सिंह सहित दर्जनों कलाकारों ने दी प्रस्तुति

अखिल भारतीय भोजपुरी विकास सेवा संस्थान से संबद्ध गड़हा विकास मंच द्वारा आयोजित होने वाले स्व. हरिशंकर गड़हा महोत्सव में भोजपुरी गायकों ने अपना जलवा बिखेरना शुरू कर दिया.

ददरी मेला स्पेशल- भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर के नाटक बिदेशिया का मंचन

बलिया. बिदेशिया को देख कभी हंसते, कभी रोते रहे लोग. वैदिक प्रभात फाउंडेशन के कल्पवास शिविर महाबीर घाट गंगा तट पर रात्रि में भिखारी ठाकुर के नाटक बिदेशिया का मंचन जागरुक संस्थान बलिया के …

बलिया जिले की पांच महान विभूतियों को संकल्प सम्मान 2019

कोलकाता के लिटिल थेस्पियन ग्रुप द्वारा एसएम अजहर के निर्देशन में ‘पतझड़’ नाटक का मंचन हुआ.उमा झुनझुनवाला का शानदार अभिनय देख बलिया के कला प्रेमी चकित रहे.

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बलिया न्यूज अपडेट में पढ़ें खबरें एक साथ संक्षेप में

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आज से बलिया में होगा रंगकर्मियों का जमावड़ा

संकल्प साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था बलिया द्वारा अपने 15वीं वर्षगांठ पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह “संकल्प रंगोत्सव” का आयोजन किया गया है.

करि के गवनवाँ भवनवाँ में छोड़ि के, अपने परइलऽ पुरुबवा बलमुआँ…

तोहरे कारनवाँ परानवाँ दुखित बाटे,
दया क के दरसन दे दऽ हो बलमुआँ।
काइ कइलीं चूकवा कि छोड़लऽ मुलुकवा तूँ,
कहलऽ ना दिलवा के हलिया बलमुआँ।
साँवली सुरतिया सालत बाटे छतिया में,
एको नाही पतिया भेजवलऽ बलमुआँ।
कवना नगरिया डगरिया में पिया मोर,
करत होइबऽ घर-बास हो बलमुआँ।

24 दिसंबर को पटना में होगी रिलीज कल्पना की ‘द लेगेसी ऑफ भिखारी ठाकुर-2’, 105 साल के रमाज्ञा राम ने दी है अपनी आवाज़

भोजपुरी के शेक्सपीयर कहे जाने वाले लोक कलाकार भिखारी ठाकुर के जीवन को जीवंत करने के प्रयास में बरसों से लगी सुप्रसिद्ध गायिका कल्पना 24 दिसंबर को पटना के विद्यापति भवन में एक समारोह के दौरान ‘द लेगेसी ऑफ भिखारी ठाकुर वोल्यूम-2’ को रिलीज़ करेंगी.

भिखारी ठाकुर के जयंती पर होंगे विविध कार्यक्रम

महान लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की जयंती और जनवादी शायर अदम गोंडवी की पुण्यतिथि पर विचार गोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है

साहित्य के पुरोधा के गांव को तारणहार का इंतजार

लोक साहित्य व संस्कृति के पुरोधा, भोजपुरी के शेक्सपियर का गांव कुतुबपुर काश. स्थानीय सांसद व केन्द्रीय राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी के सांसद ग्राम योजना के तहत गोद में होता तो शायद पुरोधा के गांव को तारणहार की प्रतीक्षा नहीं होती. गंगा नदी नाव से उस पर छपरा से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित कुतुबपुर गांव आज भी अंधेरे में है. कार्यक्रमों की रोशनी व राजनेताओं का आश्वासन भी उस गांव को रोशन नहीं कर सका.

चीथड़ों में गुजर बसर कर रहे हैं  भिखारी ठाकुर के परिजन

रविवार को लोक संस्कृति के वाहक कवि व भोजपुरी के शेक्सपियर माने जाने जाने वाले भिखारी ठाकुर का जयंती मनाई गई, लेकिन क्या कोई यकीन कर सकता है कि भक्तिकालीन कवियों व रीति कालीन कवियों के संधि स्थल पर कैथी लिपि में कलम चलाकर फिर रामलीला, कृष्णलीला, विदेशिया, बेटी-बेचवा, गबरघिचोरहा, गीति नाट्य को अभिनीत करने वाले लोक कवि भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर का परिवार चीथड़ों में जी रहा हो.

भोजपुरी लोकधुन लहरों के राजहंस भिखारी ठाकुर

असीमीत जमीनी जानकारी, सपाट शैली व अलौकिक इल्म ने तब के ‘लोकगायक’ भिखारी ठाकुर को अंतर्राष्ट्रीय उंचाई दी. अति सामान्य इस व्यक्ति की लोक समझ, शोध प्रबंधों का साधन बन गई. भोजपुरी के प्रतीक भिखारी ठाकुर अपनी प्रासंगिक रचनाधर्मिता के कारण भारतीय लोक साहित्य में ही नहीं, सात समुंदर पार मारीशस, फीजी, सूरीनाम जैसे देशों में भी अत्यंत लोकप्रिय हैं.