इस शोभायात्रा में प्रभु श्रीराम दरबार की झांकी, राम, लक्ष्मण, विश्वामित्र की झांकी व लव, कुश व माता सीताजी की झांकी कुल तीन झांकियां अत्यंत मनमोहक लग रही थी.
गौरतलब है कि 1922 से नगवा में अनवरत रामलीला का मंचन ग्रामीणों के द्वारा किया जा रहा है, जिसके 100 वर्ष पूरे होने पर कमेटी के सभी नए तथा पुराने कलाकारों को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया.