द्वाबा के मालवीय कहे जाने वाले स्वतंत्रता सेनानी पं. अमरनाथ मिश्र एक सच्चे कर्मयोगी थे. वे न केवल स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि एक सच्चे कर्मयोगी के रूप में शैक्षिक उन्नयन के प्रणेता, सच्चे समाज सेवी, राजनीतिज्ञ, धार्मिक- आध्यात्मिक उत्थान के प्रणेता एवं एक विकास पुरुष थे.