सुनो यूपी जरा अपने ही पड़ोसी बिहार के बोल

उत्तर प्रदेश (यूपी) में लोकतंत्र का एक महापर्व विधान सभा चुनाव एक बार फिर हाजिर है. आलम यह है कि कमोवेश सभी दलों के रहनुमा आमलोगों के लिए सोने का महल तक लेकर मुखातिब हैं.

निष्‍पक्ष चुनाव के लिए जयप्रकाशनगर में घंटों मंथन

जयप्रकाशनगर में बैरिया के उपजिलाधिकारी, सीओ, थानाध्‍यक्ष, तहसीलदार ने दो दर्जन से भी अधिक पुलिस प्रशासन के सांथ जयप्रकाशनगर के बूथों का जायजा लिया.

सुभाष यादव की बसपा में वापसी, आजमगढ़ मंडल इकाई अध्यक्ष बनाए गए

लोकननायक जयप्रकाश नारायण के गांव के मूल निवासी बैरिया के पूर्व विधाय‍क सुभाष यादव की पुन: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में वापसी के बाद बैरिया की राजीति भी पूरी तरह गर्म हो गई है.

जेपी का गांव : जब हो गए कंगाल, तब याद आई सिताबदियारा सुरक्षा बांध

वर्ष 2011 से 2016 तक यूपी-बिहार ने मिलकर लगभग 70 करोड़ रुपये घाघरा में कटान रोकने के नाम पर बहा दिए. इसके बावजूद भी गांव घाघरा कटान से सुरक्षित नहीं हो सके.

जेपी के क्रांति मैदान में मानव श्रृंखला बनाकर कहा नशे को ‘ना’

आज दूसरी बार उसी मैदान में राज्‍य सभा सांसद हरिवंश के संग संपूर्ण सिताबदियारा वासी शराब बंदी कानून के समर्थन में एक सांथ खड़े हुए. इसमें स्‍कूली बच्‍चों के सांथ-सांथ आमलोगों ने भी खुलकर सांथ दिया.

शराब बंदी के समर्थन में ऐतिहासिक होगी मानव श्रृंखला – हरिवंश

सिताबदियारा से लवकुश सिंह बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला में करीब दो करोड़ लोगों के शामिल करने की योजना है. संपूर्ण बिहार में …

चालू हो गया महुली का पीपा पुल, आवागमन शुरू

पीपा पुल के पुन: स्‍थापित होते ही पोषक क्षेत्र के दर्जनों गांवों में एक बार फिर खुशी की लहर दौड़ गई, जबकि खवासपुर, सिताबदियारा, टोला शिवन राय, जयप्रकाशनगर, बैरिया, रानीगंज आदि के लोगों के बीच पुल के चालू होने की खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं.

जयप्रकाशनगर के गंगा तट से दो लाख की नाव चोरी

बैरिया थाना क्षेत्र अतर्गत जयप्रकाशनगर के भवन टोला, टीपूरी घाट से दो लाख की कीमत वाली एक बड़ी नाव की चोरी का मामला सामने आया है.

आखिरी ओवर में गेंद बाउंड्री पार, कप बैजनाथ छपरा के हवाले

एक माह से चल रहे लोकनाय‍क जयप्रकाश नारायण क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच शुक्रवार को जेपी ट्रस्‍ट के जेपी नारायण ग्रामीण प्रौद्योगिकी केंद्र के मैदान में खेला गया. फाइनल में सिताबदियारा और बैजनाथछपरा की टीमें आमने सामने थी.

टाउन हॉल बलिया में खादी प्रदर्शनी में उमड़ रही भीड

टाउन हॉल बलिया में प्रारंभ 10 दिवसीय खादी और ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के उत्पाद बलिया वासियों को आकर्षित कर रहे हैं. खादी वस्तुओं पर 30 फीसदी की भारी छूट होने के कारण खादी के जयपुरी रजाई, गद्दा, कंबल, शॉल, सदरी, शर्ट एवं रंग-बिरंगे कपड़े युवाओं को बहुत पसंद आ रहे हैं.

छपरा और बलिया से भी नजदीक हुआ सिताबदियारा से आरा

सिताबदियारा ग्राम से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर बिहार के आरा भोजपुर की सीमा की ही एक पंचायत है खवासपुर. यह आरा के बड़हरा प्रखंड का हिस्‍सा है. इसी के सीध में गंगा नदी के उपर पिछले वर्ष की भांति बन रहा पीपा पुल इस वर्ष मकर संक्रांति के दिन से चालू हो जाएगा. वर्ष में आठ माह चलने वाला यह पीपा पुल क्षेत्रीय लोगों के लिए वरदान स्‍वरूप है.

भोजपुरी लोकधुन लहरों के राजहंस भिखारी ठाकुर

असीमीत जमीनी जानकारी, सपाट शैली व अलौकिक इल्म ने तब के ‘लोकगायक’ भिखारी ठाकुर को अंतर्राष्ट्रीय उंचाई दी. अति सामान्य इस व्यक्ति की लोक समझ, शोध प्रबंधों का साधन बन गई. भोजपुरी के प्रतीक भिखारी ठाकुर अपनी प्रासंगिक रचनाधर्मिता के कारण भारतीय लोक साहित्य में ही नहीं, सात समुंदर पार मारीशस, फीजी, सूरीनाम जैसे देशों में भी अत्यंत लोकप्रिय हैं.

बैरिया से सपा नेता सूर्यभान सिंह ने भी पेश की दावेदारी

वरिष्ठ समाजसेवी व सपा नेता सूर्यभान सिंह ने भी समाजवादी पार्टी से बैरिया 363 विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी की दावेदारी ठोक दी है. सपा सुप्रीमो मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष के यहां अपना आवेदन देते हुए सूर्यभान सिंह ने तर्क रखा है कि अगर बैरिया विधानसभा क्षेत्र में टिकट बदलता है तो उन्हें प्राथमिकता दी जाए.

एक्स रे मशीन नहीं है, लेकिन टेक्नीशियन है, गाड़ी नहीं है, लेकिन ड्राइवर तैनात है

लोकनायक जयप्रकाश नाराय़ण की जन्म भूमि पर बना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बलिया स्वास्थ्य विभाग की संवेदनशीलता का उदाहरण माना जा सकता है. बीते दो मई को अपने बैरिया आगमन पर प्रदेश के मुख्यमन्त्री ने इस सीएचसी का लोकार्पण करते हुए जेपी के गांव वासियों व आस पास के लोगों को सौगात दी.

जेपी ट्रस्ट प्रांगण में अक्षय नवमी का भोज

कार्तिक मास की नवमी तिथि को अक्षय नवमी कहते हैं. मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास की नवमी तिथि को आंवला नवमी कहते हैं. माना जाता है कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु आवंले के पेड़ पर ही निवास करते हैं.

छठ महापर्व में यहां नहीं है कहीं भी नहाने लायक घाट

जेपी के गांव सिताबदियारा में गंगा और घाघरा दो नदियों का संगम है, किंतु छठ में व्रत धारियों को नहाने लायक घाट कहीं भी सही हाल में नहीं है. यहां विगत चार-पांच वर्षों में कटान ने हर घाट की दशा ही बिगड़ दी है.

तो मजूर मियां इस साल भी करेंगे छठ व्रत

लोक आस्था का पर्व छठ केवल हिंदू ही नहीं करते, जेपी के पैतृक गांव लाला टोला सिताबदियारा में एक मुस्लिम परिवार भी है, जो उसी आस्था से सूर्य उपासना का छठ हिंदुओं के सांथ मिलकर करता है. इतना ही नहीं छठ घाटों पर व्रतियों की सेवा करने से भी लाला टोला निवासी मजूर मियां कभी पीछे नहीं रहते.

गोवर्धन पूजा पर समाजसेवियों का अभिनंदन

संसार टोला में शुक्रवार की रात गोवर्धन पूजा के अवसर पर आयोजित सम्‍मान समारोह में जयप्रकाशनगर के समाजसेवी सूर्यभान सिंह ने इस आयोजन को सिर्फ यदुवंशियों तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे पूरे समाज से जोड़ने की कोशिशों को नया आयाम दिया.

उहवें जे बाड़ी छठि मईया आदित रिझबे जरूर

लोक आस्था का महापर्व छठ के साथ हर्षोल्लास के अलावा कई रहस्यों को भी समेटे हुए है. अध्यात्म और योग के मेल का उदाहरण भी यह पर्व है. छठ का एक अर्थ छठ चरणों का हठयोग होता है. छठ व्रती चार दिनों तक बिना अन्न-जल ग्रहण किए रहते हैं.

सुगनी जे रोवय वियोग से आदित्य होऊ न सहाय

छठ पर्व की मान्यता-मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस महाव्रत को निष्ठा भाव से विधिपूर्वक संपन्न करता है वह संतान सुख से कभी अछूता नहीं रहता है. इस महाव्रत के फलस्वरूप व्यक्ति को न केवल संतान की प्राप्ति होती है बल्कि उसके सारे कष्ट भी समाप्त हो जाते हैं.

मांझी जयप्रभा ब्रिज एप्रोच से 20 फीट नीचे पलटी कार

गाजीपुर-हाजीपुर एनएच-31 मुख्य सड़क पर मांझी स्थित जयप्रभा सेतु के एप्रोच से बिहार सीमा में एक कार लगभग 20 फीट नीचे जा गिरी.

गोवर्धन पहाड़ मंदिर में दुगोला गवनई मुकाबला 4 को

संसार टोला में इस बार भी गोर्वधन पूजा का बड़ा आयोजन किया गया है. यहां बने गोर्वधन पहाड़ के प्रांगण में यह पूजा 31 अक्टूबर से ही से ही शुरू हो जाएगी

गौ माता के प्रति श्रद्धा का पर्व है गोवर्धन पूजा

दीपावली की अगली सुबह गोवर्धन पूजा की जाती है. लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं. इस त्योहार का भारतीय लोकजीवन में काफी महत्व है. इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है. इस पर्व की अपनी मान्यता और लोककथाएं हैं.

किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत रह जाएंगे परती

जयप्रकाशनगर रेगुलेटर से धीमी गति से पानी निकलने के कारण यहां के किसानों के सैकड़ो एकड़ खेत परती ही रह जाएंगे.

जयप्रकाशनगर रेगुलेटर के पास युवक डूबा, मौत

बीएसटी बांध पर बाबू के डेरा के सीध में बने रेगुलेटर के पास वाले नाले में शनिवार को एक युवक पानी हेलते समय काल के गाल में समा गया.