पूरे देश में इतना पेट्रोल पंप नहीं फैला सकता, जितना अकेले बलिया को चाहिए – सत्यप्रकाश मालवीय

स्वागत कक्ष में ठसाठस भीड़ उठकर खड़ी हो गई, क्योंकि मंत्रीजी बाहर आ गए थे जनता से मिलने. ‘आप लोग उन्हें आगे करें या वहीं से बताएं, जो पेट्रोल पंप के अलावा कोई और काम लेकर आए हैं?’ एक भी आवाज नहीं निकली.

कुलदीप नैयरः चंद्रशेखर कहां गच्चा खा गए और वीपी सिंह बाजी मार ले गए

कुलदीप नैयर भारतीय उपमहाद्वीप की पत्रकारिता के शिखर पुरुष थे. उन्हें भरोसा था कि एक न एक दिन दक्षिण एशियाई देश अपनी अलग अलग पहचान को बरकरार रखते हुए यूरोपीय संघ की तर्ज पर साझा संघ बनाएंगे.

जिलाधिकारी की देखरेख में जननायक चंद्रशेखर विवि की जमीन की हुई नापी

जिलाधिकारी सुरेन्द्र  विक्रम ने वीसी योगेन्द्र सिंह के अलावा चकबंदी व राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बसंतपुर स्थित जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे. वहां बकायदा जमीन की नापी जोखी कराई गई.

बलिया के गौरव व भारतीय राजनीति के फक्कड़ कबीर थे चंद्रशेखर

भारतीय राजनीति के फक्कड़ कबीर के नाम से प्रसिद्ध पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर को आज उनके जन्म भूमि बलिया जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में श्रद्धापूर्वक मनाया गया.

जनपक्षधरता की राजनीति के सजग प्रहरी थे चंद्रशेखर – हरेंद्र सिंह

बलिया की पौराणिक ऐतिहासिक संस्कृति और राजनीतिक परम्परा के विरासत के प्रतिनिधि चंद्रशेखर मानवीय मूल्यों एवं जनसरोकारों का समाजवादी राजनीतिक चिंतक की दसवी पुण्यतिथि बांसडीह स्थित सिनेमाहाल पर मनाई गई.

चंद्रशेखर दबे कुचले लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आजीवन प्रयासरत रहे

शनिवार को गोपालजी  स्नाकोत्तर महाविद्यालय में युवा तुर्क पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया. साथ ही पौधरोपण भी किया गया.

पौधरोपण कर पूर्व प्रधानमंत्री को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

गुरुकुल विद्यापीठ कठहीं कृपालपुर के प्रागंण में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की दसवीं पुण्यतिथि पर शनिवार को भव्य आयोजन कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

चंद्रशेखर विवि को ऊंचाई तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेंगे – उपेंद्र तिवारी

पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की दसवीं पुण्यतिथि बसन्तपुर स्थित जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय पर शनिवार को मनाई गई. इस मौके पर विश्वविद्यालय परिसर मे एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया.

राजनीतिक अस्थिरता के दौर में बरबस याद आते हैं चंद्रशेखर

किसान सेवा केन्द्र मधुबनी के अतिथि हाल में युवा तुर्क पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 10वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनायी गयी. काफी की संख्या में पहुचे लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के चित्र पर मल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला

A seminar was organized in JNCU on the occasion of the death anniversary of former Prime Minister Chandra Shekhar.

आर्थिक सुधारों के सात साल, आखिर हम कहां जा रहे हैं – चंद्रशेखर

भारत में आर्थिक सुधारों को लागू किये जाने के इतने वर्ष बाद भी इस पर मंथन का दौर जारी है. पिछले दो दशकों के अनुभव हमें बता रहे हैं कि आर्थिक उदारीकरण के पैरोकारों ने जिस स्वर्णिम भविष्य का हमसे वादा किया था, वह सच्चाई से दूर, छल से भरा हुआ और भ्रामक था.

पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर शिद्दत से याद किए गए चंद्रशेखर

पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर दुबहड़ स्थित राजपूत ढाबा पर शुक्रवार को उनके व्यक्तित्व एवं जीवनशैली पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.

चंद्रशेखर की पुण्यतिथि पर गोष्ठी और श्रद्धांजलि सभा आज

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर की दसवीं पुण्यतिथि आठ जुलाई को बांसडीह स्थित सपा कार्यालय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है.

भूमि विकास एवं जल संसाधन मंत्री आज बलिया में

उत्तर प्रदेश के जल सम्पूर्ति, भूमि विकास एवं जल संसाधन, परती भूमि विकास, वन एवं पर्यावरण, जन्तु उद्यान, उद्यान, सहकारिता मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी 8 जुलाई शनिवार को 11 बजे चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 10वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धान्जलि सभा में भाग लेंगे.

कुलपति के पुतले की शवयात्रा निकाल जताया विरोध

सिकन्दरपुर (बलिया)। बस स्टेशन चौराहे पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह के पुतले की शवयात्रा निकालने के बाद उसे फूंककर विरोध प्रकट किया. कार्यकर्ताओं ने …

रसड़ा में कुलपति का पुतला फूंक कर जताया आक्रोश

प्यारेलाल चौराहे पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह का पुतला फूंककर विरोध प्रकट किया.

मास्टिक एस्फाल्ट तकनीक से बनी बलिया की पहली सड़क का लोकार्पण

नगर पंचायत अध्यक्ष दिनेश कुमार गुप्त के देख रेख में बने जनपद के पहले रबर रोड (मास्टिक एस्फाल्ट तकनीक से बनी सड़क) का शुक्रवार को एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू ने लोकार्पण किया.

तैयारी पूर्ण: बीएड प्रवेश परीक्षा 18 केन्द्रों पर दो पाली में

संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2017-19 के लिये बलिया जनपद में कराने हेतु जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय , बलिया को नोडल केन्द्र बनाया गया है .

जन नायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का बना नोडल केन्द्र

चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की स्थापना हो जाने पर संस्थापक कुलपति प्रो. योगेंद्र सिंह के प्रयास से पहली बार बलिया में राज्य स्तरीय बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 3 मई 2017 को होने जा रही है.

द्वाबा में भी बड़े उत्‍साह से याद किए गए चंद्रशेखर

भारत के पूर्व प्रधानंमंत्री युवा तुर्क चंद्रशेखर की 91वी जयंती पर द्वाबा के सामाजिक संस्‍था लोकनायक सेवा संस्‍थान ने बैरिया डाकबंगले पर पुष्पाजलि सभा का आयोजन किया.

चंद्रशेखर जयंती पर छात्रवृति परीक्षा एक्सीलेंसी अवार्ड विजेता सम्मानित

देवस्थली विद्यापीठ में संस्थापक पूर्व प्रधानमन्त्री चंद्रशेखर जी 91वी जयन्ती सादगी के साथ मनायी गयी. इस अवसर पर छात्रवृति परीक्षा शेखर एक्सीलेंसी अवार्ड में चयनित प्रतिभागियो को स्मृति चिन्ह देकर समानित किया गया.

चंद्रशेखर को राजनीति का आदर्श पुरुष बताया

जनता इंटर कॉलेज नवानगर में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर की जयंती पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक भगवान पाठक ने उन्हें राजनीति का आदर्श पुरुष बताया.

चंद्रशेखर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर रोशनी डाली

राजपूत ढाबा पर सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 91 वीं जयन्ती समाजवादी कार्यकर्ता नागेंद्र सिंह टप्पु के नेतृत्व में धूमधाम के साथ मनाई गईं.

चंद्रशेखर हाफ मैराथन के विजेता बने नगवां के अनिल यादव

20वीं शताब्दी में भारतीय राजनीति के केन्द्र बिन्दु रहे जननायक चन्द्रशेखर की 90वीं जयंती पर कृतज्ञ जनपद ने उस युवा तुर्क को न सिर्फ दिल से कृतज्ञता ज्ञापित किया, बल्कि तन्मयता से श्रद्धा के फूल भी चढ़ाये.

भारत में तो भ्रष्ट, पांच फीसदी से भी कम लोग हैं – चंद्रशेखर

चंद्रशेखर जी आजादी की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर 14 अगस्त 1997 को रेडिफ डॉट कॉम पर लोगों के सांथ चैट के लिए उपलब्धं हुए थे और उनके ऐसे सवालों का खुलकर जबाब दिया, जो लोगों को आज भी मथते हैं. लवकुश सिंह प्रस्तुत कर हैं तब के समय के कुछ चनिंदा सवाल-जबाब के मुख्य अंश

नहीं भूलती जेपी के घर चंद्रशेखर की वह आखिरी शाम

राजनीति के इस बिगड़े स्‍वरूप के बीच चंद्रशेखर ही एक ऐसे राजनेता थे, जिनके लिए कभी जन-जन रो पड़ा. जी हां बात 10 अक्‍टूबर 2006 की है, जब चंद्रशेखर आखिरी बार जयप्रकाशनगर आए थे.