द्वाबा में भी बड़े उत्‍साह से याद किए गए चंद्रशेखर

बैरिया (बलिया)। भारत के पूर्व प्रधानंमंत्री युवा तुर्क चंद्रशेखर की 91वी जयंती पर द्वाबा के सामाजिक संस्‍था लोकनायक सेवा संस्‍थान ने बैरिया डाकबंगले पर पुष्पाजलि सभा का आयोजन किया. जहां द्वाबा के कई गणमान्‍य लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. इस मौके पर  लोकनायक सेवा संस्‍थान के संरक्षक पूर्व जिला पंचायत सदस्‍य शैलेश सिंह ने कहा कि चंद्रशेखरजी भारतीय राजनीति के एक ऐसे महापुरूष थे, जिन्‍होंने कभी अपने सिद्धांतों से समौझता नहीं किया. देश में चाहे आर्थिक सुधारों की बात हो या कोई अन्‍य राष्‍ट्रीय मुद्दे, सभी पर बेबाक राय के लिए चंद्रशेखर की एक अलग पहचान थी.
देश की लोकतांत्रिक प्रणाली और संसदीय राजनीति में अटूट श्रद्धा रखने वाले चंद्रशेखर को राष्‍ट्र हमेंशा याद रखेगा. उन्‍होंने देश की सेवा करते हुए, दो बातों से कभी समझौता नहीं किया. पहला कि वे आजीवन समाजवाद और समाजवादी व्‍यवस्‍था के पक्षधर रहे. कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल के अभिन्‍न अंग रहते हुए भी उन्‍होंने अपने युवा साथियों के माध्‍यम से देश को समाजवादी दिशा में ले जाने का प्रयास किया. जब उन्‍हें लगा कि कांग्रेस को कुछ निरंकुश ताकतें अपने हिसाब से चलाना चहती हैं तो वे बिना वक्‍त गंवाए देश को उबारने के लिए लोकनायक जयप्रकाश नारायण के सांथ आकर खड़े हो गए. इसकी कीमत उन्‍हें जेल में नजरबंदी के रूप में चुकानी पड़ी थी.
इस मौके पर मौजूद द्वाबा के विभिन्‍न क्षेत्रों से मोतीचंद पांडेय, राजनारायण सिंह, रामईश्‍वर सिंह, मधुबनी के प्रधान रामजी प्रसाद, अरविंद सिंह शक्ति, राजप्रताप यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्‍य बलवीर सिंह, निभर्य नारायण सिंह, परमात्‍मा यादव, धर्मेन्द्र  सिंह, रिसाल,शंकर दयाल वर्मा, शंभूनाथ यादव, अरूण यादव, सुरेंद्र सिंह, श्रीराम सिंह, भूवर सिंह आदि  दर्जनों लोगों ने चंद्रशेखर के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.