पीड़ितों की मदद के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कसी कमर

यूं तो बाढ़ पीड़ितों के पुर्नवास और भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए प्रशासन पिछले 10 दिनों से कटिबद्ध है. लेकिन इसकी वास्तविक रंगत तब देखने को मिली, जब पीड़ितों की मदद के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कमर कस लिया.

दो दर्जन गांवों के पैतीस हजार लोगों का संकट गहराया

दुबेछपरा रिंग बांध टूटने से इलाके के लगभग दो दर्जन गांवों की 35 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. इन ग्रामीणों के सर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिला प्रशासन और स्वयं ग्रामीण बीते कई दिनों से बांध को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे. फिलवक्त दुबेछपरा ढाले पर भगदड़ के हालात हैं. हाईवे पर ट्रैफिक ठहर सा गया है. दुबे छपरा रिंग बांध प्राथमिक विद्यालय के सामने करीब 20 फीट की दूरी में टूटा है.

परेशानी का सबब बना बाढ़ देखने वाला हुजूम

दुबेछपरा रिंग बंधा टूटने कि खबर पूरे जिले में जंगल के आग कि तरह फ़ैल गयी. लोग एक दूसरे से इसकी जानकारी लेकर दुबेछपरा रिंग बंधे की ओर भागे जा रहे हैं. आलम यह है कि रिंग बंधा टूटने के एक घण्टे के भीतर वहां लगभग दस हजार से भी अधिक लोग बाढ़ देखने पहुच गए.

द्वाबा के ग्रामीणों के जज्बे को सलाम, रिंग बांध फिलहाल सुरक्षित

ग्रामीणों के मेहनत रंग लाई. दुबेछपरा रिंग बांध अभी तक सुरक्षित. मौसम बिगड़ा जरूर, लेकिन बारिश नहीं हुई. प्रशासन और ग्रामीणों के सांझा प्रयास से बचाव कार्य जारी. गोपालपुर, दूबेछपरा व उदईछपरा के ग्रामीणों ने जागकर गुजारी रात.

राहत सामग्री का लूटपाट कर रहे हैं दबंग – राजश्री

आरोप लगाया कि कई बाढ़ प्रभावित गांवों जैसे नौबरार, इब्राहिमाबाद, उदयपुरा बेलहरी, चांदपुर, शिवपुर नम्बरी, शिवपुर दियर, जवहीं कंसपुर आदि गांवों में जो थोड़ी बहुत राहत पहुंच रही है, उससे दलित, गरीब अति पिछड़े वर्ग के लोग वंचित हो रहे हैं क्योंकि क्षेत्रीय दबंगों द्वारा राहत सामग्रियों का बंदरबंाट किया जा रहा है.

बाढ़ पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाया

राष्ट्रनायक चन्द्रशेखर मैराथन समिति ने गुरुवार को भरौली से लेकर दूबेछपरा तक के बाढ़ व कटान पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाने का पूरा-पूरा प्रयास किया.

जानिए बृहस्पतिवार को जिले में क्या क्या हुआ

बलिया जिले के बैरिया तहसील क्षेत्र में बीते छह दिनों में एनडीआरएफ के जवानों ने जान पर खेल कर भूख से बाढ़ में मर रहे लगभग 460 मवेशियों की जान बचाई है.

जहां देखों वहीं पानी, मगर पीने के पानी कहीं नहीं

गंगा और उनके छोरों के बीच चल रहा है आइस पाइस. नेता लोग आते हैं, घुमते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, चले जाते हैं. पानी में रहकर भी पानी के लिए मोहताज. संकट की इस घड़ी में कई गांवों के प्रधान ‘लापता’ है. मवेशी से लेकर बच्चों तक, पूरी दुनिया हाईवे पर है

दुबे छपरा रिंग बांध वेंटिलेटर पर, भगदड़ सरीखे हालात

बैरिया तहसील अंतर्गत गोपालपुर, उदई छपरा और दुबेछपरा को बाढ़ से सुरक्षा देने वाले रिंग बांध की हालत नाजुक है. शासन द्वारा घोषणा कर प्रभावित गांवों को खाली करवाया जा रहा है.

एनडीआरएफ व पीएसी राहत व बचाव कार्य में जुटी

बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. एनडीआरएफ की 05 टीमें व 03 फ्लड पीएसी बचाव कार्य में लगी हुई है. बुधवार तक बाढ से प्रभावित गांवों की संख्या 192 तथा प्रभावित जनसंख्या 01 लाख 87 हजार 127 हो गयी है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 9085 हो गयी है.

आखिर कैसे गुजारा कर रहे हैं बाढ़ पीड़ित

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विस्थापितों की मदद के लिए आगे आईं स्वयंसेवी संस्थाएं

बलिया जिले में बाढ़ की विनाश लीला से द्रवित होकर कई स्वयंसेवी संस्थाएं विस्थापित लोगों की मदद में हाथ बंटाने लगी हैं.

गंगा पार के गांवों में हालात बदतर, नहीं पहुंची राहत टीम

गंगा ने अब तक बाढ़ के सारे रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए अपनी विकरालता से फेफना, बलिया एवं बैरिया विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन पांच सौ गांवों को अपने चपेट में ले लिया है. सबसे विकराल स्थिति गंगा पार की ग्राम सभाओं में है

बाढ़ पीड़ितों ने एम्बुलेंस और दवा की मांग की

जिलाधिकारी ने सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय सागरपाली में राहत शिविर का निरीक्षण किया. वहां लेखपाल ही नदारद थे. वहां मौजूद मेडिकल टीम से दवाओं की उपलब्धता आदि के संबंध में पूछताछ की.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चार मोबाइल मेडिकल टीमें तैनात

बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जनपद मुख्यालय पर स्वास्थ्य विभाग का एक कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है, जिसका नम्बर 05498-220782 है। सीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि इसके नोडल अधिकारी डॉ. जेआर तिवारी नामित किये गये है. जिनका मो0 नम्बर 9415285405 है.

सेना एलर्ट, कोरंटाडीह से मांझी तक भारी वाहनों पर पाबंदी

बलिया में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है. जनपद की सीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर 13 स्थानों पर गंगा ओवरफ्लो कर रही है. जनपद में गंगा घाघरा एवं टोंस तीनों नदियां एक साथ बढाव पर है. गंगा खतरा बिंदु के उच्चतम स्तर को भी पार कर गई है.

सांसद भरत सिंह ने भी जाना बाढ़ पीड़ितों का हाल

सांसद भरत सिंह ने सोमवार को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस दौरान सांसद ने बाढ़ पीड़ितों का दर्द जाना और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दूबे छपरा रिंग बंधे को सुरक्षित करने का निर्देश दिया.

23 अगस्तः सुखपुरा में भी क्रांतिकारियों की फौज खड़ी थी

अगस्त क्रांति 1942 मे बलिया के लोग आजादी पाने के लिए अग्रेजी हूकुमत से लड़ रहे थे. सुखपुरा मे भी क्रांतिकारियों की फौज खड़ी थी. बलिया के तरफ जा रहे पांच सिपाहियों का बंदूक 18 अगस्त को सुखपुरा में क्रांतिकारियों ने छीन लिया.

कैबिनेट मंत्री ने गंगा उस पार का जायजा लिया

प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय ने सोमवार को गंगा उस पार के बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लिया. इस दौरान पीड़ितों की पीड़ा को देख तत्काल उन्होंने जिलाधिकारी से वार्ता कर समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश दिए. जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने राहत सामग्री तत्काल पहुंचाने का आश्वासन दिया.

तीन अपहृत किशोरियों से दुष्कर्म

भीमपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में तीन किशोरियों को अगवा कर उनके साथ दुष्कर्म किया गया. इस मामले में पीड़िता की तहरीर पर थाने में सात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.

लोगों को बचाना ही है फर्स्ट च्वाइस – कमिश्नर

बाढ़ में फंसे लोगों को बचाना ही हमारी पहली प्राथमिकता है, सबसे पहले जीवन बचाया जाना चाहिए. ऐसा मानना है आयुक्त आजमगढ़ मण्डल नीलम अहलावत का. उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सबसे पहले जीवन को बचाना है.

बाढ़ में बह गई मासूम, किशोरी को सांप ने डंसा

बैरिया थाना क्षेत्र बीएसटी बंधे पर इब्राहिमाबाद नौबरार पंचायत के घूरी टोला गांव के सामने रविवार की शाम बाढ़ के पानी की तेज धारा में प्रतिमा (8) पुत्री विशुन तुरहा बह गई. उधर, सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा कोथ के मटुरी गांव में शनिवार की शाम खेत में जाते समय किशोरी को सांप ने डस लिया.