- कमिश्नर ने की कोविड-19, संचारी रोग नियंत्रण व स्वच्छता कार्य की समीक्षा
- गलत रिपोर्टिंग करने पर सर्विलांस प्रभारी डॉ. एके मिश्रा को लगाई फटकार
संचारी रोग नियंत्रण व स्वच्छता अभियान की कार्रवाई की जानकारी ली
बलिया। वैश्विक महामारी कोरोना जिले को अपनी गिरफ्त में तेजी से लेने लगी है. शहर में तो स्थिति काफी भयावह है. शनिवार की आई रिपोर्ट में 49 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं. अब यहां मरीजों की संख्या 368 हो गई है. कुल एक्टिव केस 188 हैं. कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने कमिश्नर को भी सकते में ला दिया है.
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने शनिवार को विकास भवन सभागार में संचारी रोग नियंत्रण, कोविड-19, स्वच्छता और लॉकडाउन के संबंध में समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि इन सभी अभियान में स्वास्थ्य विभाग की अहम भूमिका है, लिहाजा जिसको जो जिम्मेदारी मिली है, उसका निर्वहन गंभीरता से करें. समीक्षा के दौरान जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. एके मिश्र की लापरवाही सामने आने पर उन्होंने कड़ी फटकार लगाई. चेतावनी दी कि रिपोर्टिंग सही ढंग से करें. जिला सर्विलांस सेल का खराब कार्य होने पर संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य आजमगढ़ से भी सवाल किया और इस पर ध्यान देने को कहा. जिले भर में सर्वे में लगी टीम के कार्यों के बारे में जानकारी ली. कहा कि प्रतिदिन की सही रिपोर्ट उपलब्ध कराते रहें.
मंडलायुक्त ने कहा कि यह पहली बैठक है, लिहाजा चेतावनी देकर छोड़ रहा हूं. अगली बार से अगर लापरवाही मिली तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय होगी. स्वच्छता को लेकर चलाए जा रहे अभियान के बाबत नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी दिनेश विश्वकर्मा से जरूरी जानकारी ली. कहा कि सफाई कार्य में तनिक भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए. संचारी रोग नियंत्रण के सम्बंध में भी की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की.
प्रदेश मुख्यालय पर बात कर कराया अवगत
कोविड-19 की समीक्षा के दौरान संतोषजनक स्थिति नहीं मिलने पर नाराज मंडलायुक्त ने बैठक के दौरान ही स्वास्थ विभाग लखनऊ में किसी उच्चाधिकारी को फोन मिलाया और पूरी स्थिति से अवगत कराया. सीएमओ व अन्य स्वच्छता के अधिकारियों की लापरवाही की जानकारी दी.
नदारद महिला सीएमएस और एक्सईएन विद्युत से स्पष्टीकरण तलब
बैठक में महिला अस्पताल की सीएमएस व बिजली विभाग के एक्सईएन के नदारद रहने पर कमिश्नर ने नाराजगी जताई और दोनों का स्पष्टीकरण तलब किया. महिला अस्पताल से जुड़ी व्यवस्था के बारे में पूछताछ की तो वरिष्ठ चिकित्सक जवाब देने को खड़ी हुई. इस पर उन्होंने सवाल किया कि महिला सीएमएस कहां है? बताया गया कि वह 23 जून से ही जिले में नहीं हैं. संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य ने इसकी पड़ताल की तो पाया कि महिला सीएमएस न तो आज़मगढ़ से छुट्टी लेकर गईं है और न ही जिलाधिकारी के स्तर से. इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही यह भी कहा कि उन पर आवश्यक कार्रवाई के लिए जिले से पत्र भिजवाया जाए.
इसी प्रकार बिजली विभाग की समीक्षा शुरू हुई तो अधीक्षण अभियंता गायब थे. उनकी जगह पर एक अधिकारी आए थे, जो कमिश्नर के सवालों का जवाब नहीं दे पाए. पूछने पर बताया कि व्यक्तिगत कार्य से दिल्ली गए हैं. इस पर मंडलायुक्त ने कहा कि इनका स्पष्टीकरण तलब किया जाए कि इस परिस्थिति में किनसे अवकाश लेकर गए. संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं होने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा जाए.
बाढ़ से निपटने की रहे पूरी तैयारी
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बैठक की शुरुआत बाढ़ विभाग की समीक्षा से की. उन्होंने जिले में बाढ़ व कटान से बचाव के लिए चल रहे प्रोजेक्ट के बारे में अधीक्षण अभियंता से जानकारी ली. कई प्रोजेक्ट के कार्य अभी अधूरे रहने पर कारण पूछा. कहा कि बाढ़ का पानी आने के बाद जो कार्य हुआ है, वह भी बेकार हो जाएगा. इसलिए जितना जल्द हो कार्य पूरा करा दें. यह भी निर्देश दिया कि जो भी कार्य चल रहे हैं, उसकी चारों एंगल से फोटोग्राफी जरूर कराएं और मुझे प्रतिदिन की फोटो उपलब्ध कराएं.
दुबेछपरा रिंग बंधा टूटने के बाद की गयी कार्रवाई के बाबत जानकारी ली. कमिश्नर ने बाढ़ की स्थिति में लोगों को राहत देने की तैयारी के बारे में भी पूछताछ की. कहा कि बाढ़ चौकी, शरणालय, नाव व नाविक के साथ पशुओं के लिए चारा आदि की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित कर लें.
इससे पहले जिलाधिकारी एसपी शाही ने गंगापुर के सामने चल रही बड़ी परियोजना के बारे में बताया. यह भी कहा कि बैरिया की तरफ जाने वाले एनएच में कई जगह गड्ढे हो गए हैं, उसे भरने के लिए पत्र लिखा गया है. कमिश्नर ने स्वयं से स्तर से भी पत्र भेजने का आश्वासन दिया. बैठक में एसपी देवेंद्र नाथ, संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन जैन व अन्नपूर्णा गर्ग व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे
बेदुआ और मलिन बस्ती की सफाई में सुधार की गुंजाइश – कमिश्नर
कमिश्नर ने पूरे शहर का किया भ्रमण, ईओ को दिए निर्देश
विकास भवन में समीक्षा बैठक करने के बाद कमिश्नर विजय विश्वास पंत सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए शहर में निकल गए. सबसे पहले वह वार्ड नंबर 8 में पहुंचे और लोगों से बातचीत कर सफाई के बारे में जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने कूड़ा डंप होने वाले जगहों को देखा. स्टेशन चौक रोड के बीच में देखने के बाद लोहापट्टी पहुंच गए. वहां के दर्जन भर लोगों से बातचीत करके सफाई व्यवस्था का सत्यापन किया. बेदुआ की सफाई ठीक नहीं होने की जानकारी मिलने पर वह तत्काल बेदुआ पहुंच गए. वह कूड़ा डंप होने वाली जगह बता रही थी कि इधर सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है. अंबेडकरनगर मलिन बस्ती में निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि यहां भी सफाई व्यवस्था जो होनी चाहिए वह नहीं है. ईओ को निर्देश दिया कि बेदुआ व अम्बेडकरनगर में सफाई व्यवस्था और बेहतर करने की गुंजाइश है. उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारी के भ्रमण के दौरान सिर्फ सफाई ना मिले, बल्कि हमेशा ऐसी सफाई रहे. संकेत दिया कि आजमगढ़ में रहकर भी यहां की सफाई व्यवस्था पर मेरी पैनी नजर रहेगी. इस दौरान डीएम एसपी शाही, एसपी देवेंद्र नाथ, एडीएम राम आसरे, संयुक्त मजिस्ट्रेट अन्नपूर्णा गर्ग व विपिन कुमार जैन समेत अन्य अधिकारी साथ थे.
विधायक ने की मनरेगा उपायुक्त के कार्य की सराहना
कमिश्नर विजय विश्वास पंत के पहले से तय कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों संग बैठक भी होनी थी. शाम को हुई इस बैठक में विधायक सुरेंद्र सिंह पहुंचे और कमिश्नर के साथ कोविड-19 व स्वच्छता को लेकर चर्चा की. उन्होंने कहा कि इस महामारी की वजह से पैदा हुए आपातकाल में मनरेगा योजना काफी सहायक साबित हुई. विधायक ने मनरेगा उपायुक्त विपिन कुमार जैन की सराहना करते हुए कहा कि इनकी वजह से ही पूरे जिले में मनरेगा के तहत गुणवत्तापरक काम तो हुआ ही, बल्कि श्रमिकों को समय से भुगतान भी हुआ. स्वच्छता व संचारी रोग नियंत्रण को लेकर भी कमिश्नर, डीएम व विधायक के बीच चर्चा हुई.
गांव में मिली गंदगी, सफाईकर्मी को सस्पेंड करने का आदेश
कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने देवकली गांव में भ्रमण कर साफ-सफाई व योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति देखी. उन्होंने सोशल डिस्टेंस बनाकर लोगों से बातचीत कर गांव में संचालित योजनाओं के बाबत जानकारी ली.
भ्रमण के दौरान कई जगह गंदगी मिलने पर नाराज हुए और सफाईकर्मी को सस्पेंड करने का आदेश डीपीआरओ को दिया. साथ ही सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने को कहा. उन्होंने राशन वितरण, पोषाहार वितरण के अलावा अन्य योजनाओं के बारे में ग्रामीणों से पूछ सत्यापन किया. उन्होंने पूरे गांव में भ्रमण किया, कई लोगों के घर के पास रुककर ग्राम स्तर के अधिकारियों कर्मचारियों की कार्यशैली के बारे में जानकारी ली. गांव में एकाध जगह नाली ध्वस्त होने पर उसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल किया.
कुछ ग्रामीणों ने बरसात के पानी का निकास नहीं होने की भी समस्या बताई. इस पर कमिश्नर ने बीडीओ राजेश यादव को निर्देश दिया कि इसके लिए जरूरी कार्यवाही करें. डीएम, एडीएम, संयुक्त मजिस्ट्रेट द्वय व अन्य अधिकारी कर्मचारी साथ थे.