नारद मुनि की पत्रकारिता आज भी प्रासंगिक-नारद जयंती पर वेब संगोष्ठी का आयोजन

बलिया. शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया विभाग के प्रचार विभाग की तरफ से विश्व संवाद केंद्र,गोरखपुर ने आदि पत्रकार देवर्षि नारद की जयंती पर एक वेब संगोष्ठी का आयोजन किया. इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त, बलिया विभाग (बलिया, रसड़ा व मऊ) के दायित्वधारियों के साथ पत्रकारिता जगत से जुड़े लोग,प्रोफेसर,अधिवक्ता, चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों के साथ साथ खण्ड व नगरों के विशिष्ट लोग जुड़े.
वेब संगोष्ठी के विषय पर बोलते हुए मुख्य वक्ता दी.द.उ.विश्वविद्यालय गोरखपुर के वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर डा.संजीत गुप्ता ने नारद जयंती व वर्तमान पत्रकारिता पर विचार रखे. उन्होंने बताया कि महर्षि नारद मनोवैज्ञानिक और धर्मनिष्ठ व्यवहार व लोक कल्याण के कारण आज भी प्रासंगिक है. नारद जी द्वारा रचित नारद स्मृति में समाज व्यवस्था की अवधारणा उल्लिखित है जिसके तहत धर्म पूर्वक आचरण पर विशेष बल दिया गया है. नारद जी की यह खूबी थी कि वह अपने आचरण से असुरों को भी धर्मानुकूल बना लेते थे.
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक जिम्मेदारी भरा कार्य है और लोगों के सामने सच्चाई लाने का भरसक प्रयास पत्रकार द्वारा किया जाता है. आगे कहा कि कोविड काल के दौरान पत्रकारिता से जुड़े लोगों की भूमिका और बढ़ गई है. कोविड के दौर में पत्रकारिता को काफी चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि सकारात्मक पत्रकारिता समाज और राष्ट्रहित में आवश्यक है. पत्रकार समाज का दर्पण है और चौथा स्तम्भ है.
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कांत पाठक ने बताया कि नारद मुनि भेद भाव रहित आचरण करते थे जिससे उनकी लोकप्रियता हर जगह थी. वह ब्रह्मांड में निर्बाध विचरण के साथ सबकी सुधि लेते थे. नारद जी पत्रकारिता जगत के प्रेरणास्रोत हैं.
संगोष्ठी का संचालन मारुति नन्दन व आभार व्यक्त लव जी ने किया। तकनीकी सपोर्ट प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख पुनीत पाण्डेय ने किया .संगोष्ठी में सह प्रान्त कार्यवाह विनय जी, प्रान्त प्रचार प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी , सह प्रान्त प्रचार प्रमुख शैलेश, विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश के साथ अन्य विशिष्टजन जुड़े रहे.

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