बलिया। जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने मंगलवार को पूरे दिन गंगा किनारे कटान वाले क्षेत्रों में भ्रमण करते रहे. उन्होंने जरूरतमंद जगहों पर कटान से बचाव कार्य करने के निर्देश दिये. वहीं कई जगह हो रहे कार्य में और तेजी लाने को कहा.
जिलाधिकारी मंगलवार की सुबह अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल के साथ शहर से सटे इलाकों में जाकर सम्भावित बाढ़ से निपटने की स्थिति को भांपा. इसके बाद बड़काखेत व कोरंटाडीह की तरफ निकल गये. डाकबंगले के आसपास संभावित कटान की सूचना मिलने के बाद वहां जाकर मौके का जायजा लिया. बाढ़ विभाग के अधिकारी को निर्देश दिया कि यहां किसी भी हाल में कटान नहीं होनी चाहिए. इसके बाद पचरूखिया, गंगापुर, बलिहार की तरफ निकल गये.
गंगापुर में हो रहे कटानरोधी बचाव कार्य का निरीक्षण किया. निर्देश दिया कि कार्य तेजी के साथ गुणवत्तापरक हो. मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि गुणवत्ता खराब हो तो सीधे मुझे बताएं. सम्भावित बाढ़ की स्थिति में बलिहार में धूपा रामप्यारी बालिका विद्यालय को बाढ़ राहत शिविर बनाने का निर्देश दिया. इस दौरान एडीएम मनोज सिंघल सहित अन्य अधिकारी साथ रहे.
दूबेछपरा रिंग बंधे के मरम्मत कार्य का जिलाधिकारी ने लिया जायजा, कार्य की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश
बैरिया/मझौवा संवाददाता के अनुसार जिलाधिकारी सुरेन्द्र विक्रम प्रशासनिक व बाढ़ विभाग के इंजीनियरोें के साथ मंगलवार की दोपहर गंगा नदी के डेंजर जोन दूबेछपरा पहुंचकर बंधा मरम्मत कार्य का जायजा लिया. बाढ़ निरोधक कार्यों और क्षतिग्रस्त स्परों का बारीकी से निरीक्षण किया. कार्य की धीमी रफ्तार पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने बाढ़ विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई. सचेत किया कि अगर समय रहते सभी बाढ़ निरोधक कार्य पूरे नही हुए तो सजा भुगतने को तैयार रहें. हर हाल में गुणवत्ता को ध्यान में रखकर कार्य कराया जाए.
गंगापुर में जियो विधि से हो रहे कटानरोधी कार्यों का भी जायजा लिया. उल्लेखनीय है कि 17.50 करोड़ रूपये की लागत से बह चुके करीब साढ़े सात सौ मीटर बंधे को बनाकर सुरक्षित किया जाना है. साथ ही पुराने बंधे की रिपेयरिंग व बाहर से बोल्डर से पीचिंग व एक स्पर का काम पौने सात करोड़ की लागत से होना है. जिलाधिकारी ने लेबर की संख्या बढ़वाकर सभी कार्यों को जल्द से जल्द करा लेने को कहा. इस मौके पर बैरिया एसडीएम अरविन्द कुमार, तहसीदार मिश्री सिंह चौहान, सदर एसडीम निखिल टीकाराम फुंडे, एसडीओ बाढ़ चंद्रमोहन शाही, सहायक अभियंता मुना यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे.