पानी अब उतरने लगा है ….

दियारे पर दो-तीन दशक पहले घनी आबादी वाले गांव थे, जिनमें पचासों हजार की आबादी बसी हुई थी.अचानक गंगा ने अपना रास्ता बदला और ये गांव उसमें समाते चले गए.

गांगा जी बिलववले बाड़ी, उहे फेरू बसाइहें…

मुख्यमंत्री का आदेश था कि कोई भी बाढ़ पीड़ित खुले आसमान के नीचे नहीं रहे… मगर तादाद इतनी ज्यादा है कि सभी को छत की ओट नसीब नहीं हुई….

जिस तरह चाहो बजाओ यार, हम आदमी नहीं, झुनझुने हैं!

दुबेछपरा रिंग बांध को बनाने में जितनी लागत आई थी, उससे डेढ़ या पौने दोगुना उसे बचाने की कवायद में जाया हो चुका है. खुद बैरिया विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह का दावा है 29-30 करोड़ रुपये उनकी सरकार ने बांध को बचाने पर खर्च किया, मगर लोगों को प्राकृतिक आपदा से बचाने में विफल रहे. ऐसे में कई सवाल किसी भी संवेदनशील आदमी के दिमाग में कौंध सकते हैं.

हिन्दी में हस्ताक्षर नहीं तो पुरस्कार वापस

सम्मानित होने के लिए लोग समारोह स्थल पर पहुंचे. अंग्रेजी में हस्ताक्षर देख आयोजक ने कहा कि हिन्दी में हस्ताक्षर न करने पर पुरस्कार वापस ले लिये जायेंगे.

अपराध इतिहास-भूगोल ही नहीं, बलिया के अर्थशास्त्र को भी डावांडोल कर रहा

दीप तले अंधेरे की कहावत चरितार्थ करता है इनका अपना घर, अपना इलाका. क्या वजह है कि यहां की प्रतिभाएं अन्यत्र रंग दिखाती हैं, जबकि यहां लाचार दिखती हैं? ये सवाल अब भी अनुत्तरित है.

प्रतिबंध के लिए पाकिस्तान को ढाल बनाना बेमानी

एक तरफ तो वहां स्थिति सामान्य होने का दावा किया जा रहा है और दूसरी तरफ प्रतिबंध भी कायम है. अब प्रतिबंध न हटाने के लिए पाकिस्तान को ढाल बनाया जा रहा है.

लकड़सुंघवा टू बच्चा चोर वाया मुंहनोचवा-चोटीकटवा

मेरी टेंशन की वजह दूसरी भी थी. जिस मकान में हम रह रहे थे, वह यूपी कॉलेज के एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर का मकान था. इलाके में भी सम्मानित लोग थे

इसरो टीम के जज्बे को सलाम किया मोदी ने

चंद्रयान 2 का इसरो सेंटर से संपर्क टूटने पर हताश वैज्ञानिकोंं के काम की सराहना और जज्बे को सलाम किया. उनके परिवार के मौन समर्थन का आभार जताया.

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न कविता न कहानी, ‘नारी जीवन’ को मिला पुरस्कार

कहानी में ट्विस्ट अभी बाकी था. जो शिक्षक विजेता का नाम पुकार रहे थे वे लगातार दर्शकों की राय भी पूछते जा रहे थे. कुछ हो-हो की आवाज़ों और तालियों के बीच सभी लोग पुरस्कार ले कर जा रहे थे. सभी लोग विजेता का नाम चिल्ला रहे थे

हैप्पी टीचर्स डे दुलारी मैडम.

मैडम ने कहा जब तक जरूरी न हो विद्यादान के पैसे नहीं लेने चाहिए. मैडम की यह बात हम बच्चों के दिल को छू गयी. दुलारी मैम आज भी हमारे दिल में बसी हैं. आप जहां कहीं भी हों-हैप्पी टीचर्स डे दुलारी मैडम.

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सारे बवाल की जड़ तो ‘मन का काम’ न मिलना ही है

शिक्षा की बेहतरी के लिए कितनी पुस्तकें हैं, कितने ही दार्शनिक सिद्धांतों और पद्तियों का आविष्कार किया गया. कितने धर्मों की स्थापना हुई और कितनी शिक्षा पद्तियां अपनाई गईं. लेकिन वो सभी शिक्षा पद्तिया सही मायनों में असफल हो गईं.

जय ‘प्रोफेशनल’ अतुलित बल धामा…

तमाम ट्रे्ंड्स की तरह खुद को बतौर प्रोफेशनल और प्रैक्टकल पेश करना भी उसमें शुमार है. सेल्फ-अटेस्टेड होता है किसी का अपना परिचय. बस सतर्क होने की जरूरत है.

WhatsApp जोक का भी असर होता है!

वो कुत्ता अपनी बीवी को इसलिए बेचने जा रहा था क्योंकि वो बहुत सुंदर थी. भई वाह! बीवी खूबसूरत हो तो कोठे बेच देंगे, बदसूरत हो तो घर से बाहर खदेड़ देंगे… वाह. बीवी खूबसूरत हो तो कोठे पर बेचे देंगे, खूबसूरत न हो तो खुद कोठे कोठे घूमते फिरेंगे.

भटके युवा सिर्फ कश्मीर में नहीं… हमारे आपके इर्द गिर्द भी हैं

तुम्हारी दो कौड़ी की राजनीति और झंडा ढोने ने तुम्हारे पिता की हड्डियों को गला दिया, कल परिवार इस उम्मीद में था कि तुम पढ़ लिखकर दो पैसा लाते और बहन की शादी में पिता का सहयोग करते पर तुम सहयोग कहा से करते तुमने तो अपने खर्चे से उन्हें कर्ज में डाल दिया.

आरोग्य और मोक्ष प्रदान करता है, ददरी का कार्तिक पूर्णिमा स्नान: कौशिकेय

भृगु-दर्दर क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा को सभी देवी-देवता, पवित्र तीर्थ,नदियां आती हैं

क्या देश की सबसे बड़ी त्रासदी है आरक्षण?

क्या देश की सबसे बड़ी त्रासदी है आरक्षण? आरक्षण विरोधियों की माने तो अयोग्य व्यक्ति जब ऊँचे पदो पर पहुँच जाते है तो ना समाज का भला होता है और ना ही देश का और सही बात तो यह है कि आरक्षण जैसी चीजें मूल जरूरतमंदों के पास तक तो पहुँच ही नही पाती. बस कुछ मलाई खाने वाले लोग इसका फायदा उठाते है.

बढ़िया फिजीक और खूबसूरती वाले बयान पर निर्भया की मां ने दिया पूर्व डीजीपी को ये जवाब

 ‘निर्भया की मां के फिजिक को देखकर पता चलता है कि निर्भया कितनी सुंदर रही होगी.’ ऐसा कहना है कर्नाटक के पूर्व डीजीपी एचटी  सागंलियान का. सागंलियान ने एक कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली महिलाओं को ‘निर्भया अवॉर्ड’ से सम्मानित करने के दौरान निर्भया की मां को लेकर यह आपत्तिजनक बयान दिया.

भईया, मुख्यमंत्री तौ अमित शाहै होइहैं

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 मार्च को ही आ गया था. भाजपा गठबंधन ने अप्रत्याशित जीत दर्ज करते हुए 403 सीटों में से 325 सीटों पर कब्जा कर लिया है. भाजपा ने 312, अपना दल ने 9 और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 4 सीटों पर कब्जा जमाया है. अब सवाल सूबे के मुख्यमंत्री का है .