बलिया के गौरवशाली इतिहास की झांकी है महावीरी झण्डा जुलूस

बलिया का वो पहला महावीरी झण्डा जुलूस जिसमें हमारे पूर्वज जगन्नाथ सिंह जूते के नोक पर जार्ज पंचम का तगमा जूते के फीते में बांध कर निकले थे

वीर कुंवर सिंह की गाथा से अलग पहचान बनाने वाली तिस्ता सिंह की हालत गंभीर

यह तिस्ता है. तिस्ता सिंह. छपरा की रहनेवाली. कम उम्र में ही सधी हुई कलाकार. अपने बड़े भाई तुल्य, बिहार के चर्चित कलाकार उदय नारायण सिंह की बिटिया. पटना एम्स में भर्ती है. बीमारी यह थी कि इसका बुखार जा नहीं रहा था.

सुखपुरा के अमर शहीदों को नमन कर अगराया बलिया, बच्चों में दिखा गजब उत्साह

सुखपुरा के अमर शहीदों को नमन कर अगराया बलिया, बच्चों में दिखा गजब उत्साह

श्रीनाथ बाबा का ऐतिहासिक रोट पूजा 26 अगस्त को, विधायक ने पूजा व्यवस्था का लिया जायजा

श्रीनाथ बाबा जन्म स्थली गांव स्थित श्रीनाथ बाबा मठ पर 26 अगस्त को

खेसारीलाल यादव की फ़िल्म संघर्ष के रिलीज की तैयारी पूरी , 24 अगस्त से सिनेमाघरों में

अक्सर भोजपुरी सिनेमा को एक अलग नज़रिये से देखा जाता है, मगर पिछले दिनों जब से इस इंडस्ट्री में भी साफ सुथरी फिल्मों का चलन बढ़ा है, उसके बाद एक से एक फिल्में आ रही है, जिसे दर्शक तो पसंद कर ही रहे हैं. फ़िल्म क्रिटिक भी सरप्राइज्ड हैं.

आखिर पवन सिंह की हिरोइन ने क्‍यों उठाई तलवार – जानिये 31 अगस्‍त से

कहते हैं औरत को कभी अबला नहीं समझना चाहिए. क्‍योंकि जब उनकी अंदर की शक्ति जगती है, तो वो संहार तक करने की क्षमता रखती हैं. ऐसा ही कुछ हुआ एक अबला के नारी के साथ, जिसने तलवार उठाई कर जंग का ऐलान कर दिया.

स्वतन्त्रता दिवस पर SSB मोटर ट्रेनिंग स्कूल के छात्रों ने 51 पौध रोपित किये

स्वतन्त्रता दिवस पर SSB मोटर ट्रेनिंग स्कूल के छात्रों ने 51 पौध रोपित किये

राधिका विलास में छात्रों ने उत्साह उमंग के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस

राधिका विलास में छात्रों ने उत्साह उमंग के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस

गड़वार के युवा कवि अदनान कफील दरवेश को ‘भारत भूषण अग्रवाल’ पुरस्कार

अदनान की यह कविता माँ की दिनचर्या के आत्मीय, सहज चित्र के जरिेए “माँ और उसके जैसी तमाम औरतों” के जीवन-वास्तव को रेखांकित करती है. अपने रोजमर्रा के वास्तविक जीवन अनुभव के आधार पर गढ़े गये इस शब्द-चित्र में अदनान आस्था और उसके तंत्र यानि संगठित धर्म के बीच के संबंध की विडंबना को रेखांकित करते हैं.

…और बैरिया कस्बे में अचानक महिलाओं ने बारिश के लिए शुरू किया परम्परागत टोटका

एक घंटे तक चला भागम-भाग, गाली गलौच, पानी फेंकौव्वल व हास परिहास का दौर

पिछले साल हुए बवाल को लेकर प्रशासन रही हलकान, सकुशल समापन पर सब बोले जय हनुमान

शान्ति पूर्ण सम्पन्न हुआ महावीरी झण्डा जुलूस, प्रशासन ने ली राहत की सांस

युवा रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी को मिला भिखारी ठाकुर ‘बिदेसिया’ सम्मान’

युवा लोकगीत गायक शैलेंद्र मिश्र को मिला भिखारी ठाकुर ‘समाजी’ सम्मान

वरिष्ठ पत्रकार व कहानीकार विनय बिहारी सिंह को ‘नरेंद्र शास्त्री’ सम्मान

पिछले दिनों बलिया की सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था ‘पहल’ ने वरिष्ठ पत्रकार व कहानीकार विनय बिहारी सिंह को नरेंद्र शास्त्री’ सम्मान से विभूषित किया.

आत्मीय और जीवंत कथाकार थे अमरकांत

अमरकांत अत्यंत आत्मीय कथाकार, उपन्यासकार थे. उतने ही सहज और पारदर्शी. उनकी रचनाएं दिल को छू कर देर तक दिमाग पर छाई रहती हैं. अमरकांत की अनुपस्थिति से रिक्तता का बोध होना स्वाभाविक है. वे प्रेमचंद की परंपरा के कथाकार थे. उन्होंने उस समय अपनी पहचान बनाई जब नई कहानी आंदोलन जोर पकड़ चुका था.