अटल जी की पुण्यतिथि पर कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

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मनियर , बलिया. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान कवि अटल बिहारी वाजपेई जी के परिनिर्वाण दिवस पर मनियर परशुराम स्थान पर काव्य गोष्ठी का आयोजन युवा संगठन के अध्यक्ष गोपाल जी द्वारा मंगलवार की रात को किया गया.

 

इसमें सांसद रविंद्र कुशवाहा ने अटल जी के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दिया. देर रात पहुंची विधायिका केतकी सिंह ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी.

सांसद रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि माननीय अटल बिहारी वाजपेई ,पंडित दीनदयाल उपाध्याय, पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी पूरा कर रहे हैं.

विधायक केतकी सिंह ने कहा कि बीजेपी का उद्देश्य कभी सत्ता में आना नहीं रहा है. जनता सिर्फ उपभोग की वस्तु नहीं बल्कि जनता प्रेम और सम्मान की वस्तु है. जनता को जो हम देते हैं उसे वह सूद समेत वापस लौटाती है।राजनीतिक चरित्र हमें अटल जी के जीवन से सीखनी चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता देवेंद्र नाथ त्रिपाठी एवं संचालन भाजपा मंडल अध्यक्ष सुतांशु गुप्ता ने किया.

उसके बाद कविता पाठ बृज मोहन प्रसाद अनाड़ी, सतीश चंद यादव ,श्री मंगल यादव, बादशाह प्रेमी, सुभाष पांडेय, सुभाष यादव सहित आदि ने किया .

हास्य कवि बादशाह प्रेमी ने अपनी कविताओं एवं व्यंग से जनता को खूब हंसाया. बाल्टी लेकर जा रहे ग्वाला को देख कहा कि ग्वाला तेरी हाय कहानी, बाल्टा में दूध और दूध में आधा पानी. सुभाष चंद यादव ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया. सुभाष पांडेय ने सुनाया की धरि के हाथ हमारे माथे पर जब मैया खिलावे, साग ,रोटी भात छप्पन भोग लागेला.

वीर रस की कविता सुनाते हुए कहा कि जाकर सरहद से वापस जे आ न सकल ,जोड़ दी हाथ दउनके नमन के बदे. मंगल यादव ने सुनाया कि भारत रत्न रहले वतन की शान अटल जी. दूसरी कविता सुनाया कि आजाद वतन धरा भारत के हर दम कुर्बानी मांगेली.

 

कवियों की कविता पर लोगों ने ताली बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया. कवि सम्मेलन की अध्यक्षता बृज मोहन प्रसाद अनाड़ी एवं संचालन बादशाह प्रेमी ने किया.
(मनियर संवादाता वीरेंद्र सिंह की रिपोर्ट)