बलिया। नगरा ब्लाक क्षेत्र के खैरा निस्फी ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण के नाम पर हुए लाखों रुपये के कथित गोलमाल प्रकरण में अब नया मोड़ आ गया है. पंचायत के करीब चार दर्जन से अधिक लाभार्थियों ने शपथ पत्र के साथ पूर्व की जांच पर सवाल उठाते हुए दोबारा जांच कराने की मांग की है. ग्रामीणों की शिकायत पर डीपीआरओ ने दोबारा जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर तत्काल रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
जांच टीम में जिला खंड प्रेरक शैलेश ओझा व एडीओ पंचायत रमेश प्रसाद को शामिल किया गया है. टीम ने जांच भी शुरू कर दी है. इसके पूर्व मे सीडीओ संतोष कुमार के निर्देश पर बीडीओ यूके पाठक ने एडीओ एजी रमाकांत से इस मामले की जांच कराई थी. जांच में भारी पैमाने पर शौचालय की धनराशि में बंदरबांट का खेल सामने आया था. जांच अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट बीडीओ को सौंप दी थी. इसी बीच करीब चार दर्जन लाभार्थियों ने बीडीओ व डीपीआरओ को शपथ पत्र देकर एडीओ एजी की जांच रिपोर्ट को गलत ठहराया है.
पूर्व प्रधान शांति गिरी का कहना है कि जांच अधिकारी ने जिन लाभार्थियों को अज्ञात बताया है वे मौके पर मौजूद हैं. इन लाभार्थियों में सुरेश, सुगिया, शारदा, शांति, सुमित्रा, अनीता हैं. जिन लाभार्थियों ने शपथ पत्र दिया है उनमें माया देवी, गुलाब, हरेराम, लालबहादुर, मांती, अखिलेश, गोरख, कमलेश, रीता आदि शामिल हैं. खंड विकास अधिकारी उपेंद्र कुमार पाठक का कहना है कि दो सदस्यीय जांच टीम ने जांच प्रारंभ कर दी है. रिपोर्ट मिलने के बाद ही कार्रवाई होगी.
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