बलिया। विकलांग दिवस पर अनेक विविध कार्यक्रम हुए. पुलिस लाइन के आरडी त्रिपाठी हाल में पूर्वांचल चेतना समिति राघोपुर रसड़ा के तत्वावधान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डीएम गोविन्द राजू एनएस ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस मौके पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को डीएम ने पुरस्कृत किया.
विकलांग दिवस पर विभिन्न तरह की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. बालकों के बीच हुए बैसाखी दौड़ में डबलू प्रथम, रामभरोसे द्वितीय तथा अंकित तृतीय रहे. बालिका वर्ग में वंदना प्रथम, लाडली द्वितीय तथा रंजना तृतीय रही. इसी प्रकार ट्राईसाईकिल दौड़ में पंकज प्रथम, शैलेश द्वितीय तथा अमर तृतीय स्थान पर रहे. छोटे बच्चों के बीच बिस्किट पकड़ने का खेल हुआ. इसमें बृजेश, कृष्णा व गोलू अव्वल रहे. दृष्टिहीन बच्चों के बीच चम्मच दौड़ प्रतियोगिता में शोभा, राधिका व प्रीति अव्वल रही. क्रॉसिंग द रिवर खेल में अमृतेश, कन्हैया व मिथिलेश ने बाजी मारी.
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि दिव्यांग जन की सहायता के लिए शासन कटिबद्ध है. इसके लिए विकलांग कल्याण विभाग ही बना दिया गया है. विकलांग दिवस मनाने के उद्देश्यों के बारे में भी बताया. कहा कि इस अवसर पर चर्चा होती है जिससे विकलांगों को उनके हक व अधिकार की जानकारी मिलती है. हर क्षेत्र में विकलांगों ने अपनी प्रतिभा को दिखाया है. अगर हम सब एक टीम भावना से कार्य करने की ठान लें तो कोई भी विकलांग सुविधा से वंचित नहीं रह सकेगा. सीएमओ डॉ. पीके सिंह ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा विकलांगों के हित में किये जाने वाले कार्यों के बारे में बताया. विकलांग कल्याण अधिकारी नरेन्द्र विश्वकर्मा ने पेंशन, राहत आदि सम्बन्धी बातें बतायी.
इससे पहले कार्यक्रम में पहजीपाह के बच्चों ने शानदार स्वागत गीत प्रस्तुत किया. फादर ज्ञानप्रकाश ने सभी अतिथियों को सम्मानित किया. दिव्यांग सुनीता ने स्वरोजगार के हुनर को साझा किया. कार्यक्रम में रोटरी क्लब, इनव्हीलर क्लब का भी सहयोग रहा.
दिव्यांगों ने की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति
विकलांग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग बालक बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. हर प्रस्तुति पर जमकर तालियां बजी. जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने भी शानदार कार्यक्रम करने वाले बच्चों की पीठ थपथपाकर उत्साहवर्धन किया. दृष्टिहीन बच्चों ने भ्रूण हत्या पर सुन्दर जागृत गीत प्रस्तुत किया. रतसड़ क्षेत्र के दिव्यांगों ने मदर टेरेसा की जीवनी पर आधारित शानदार नृत्य प्रस्तुत किया.