बांसडीह (बलिया) से रविशंकर पांडेय
नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी (ईओ) मणिमंजरी राय की मौत के रहस्य की गुत्थी सुलझाने के लिए जिलाधिकारी श्रीहरिप्रताप शाही ने एसडीएम बांसडीह दुष्यंत कुमार मौर्य के नेतृत्व में टीम बनाई थी. घटना के बाद ही पुलिस ने नगर पंचायत के ईओ कार्यालय को सील कर दिया था.
गुरुवार को एसडीएम बांसडीह, पुलिस क्षेत्राधिकारी दीपचंद्र, तहसीलदार गुलाब चंद्रा, सदर कोतवाल विपिन सिंह के नेतृत्व में टीम नगर पंचायत मनियर पहुंच गई. इसके बाद टीम ने ईओ के चैंबर को खोलकर उसके कागजात को खंगाला. इस दौरान उनके चैंबर में मिले कागजातों को सूचीबद्ध किया गया. यह प्रक्रिया पूरे दिन चलती रही. उपजिलाधिकारी दुष्यंत कुमार मौर्य ने बताया कि फाइलों की लिस्टिंग की जा रही हैं. सभी फाइलों को खंगाला जा रहा हैं. जांच से सम्बंधित जो फाइलें मिलती हैं, उसे आत्महत्या प्रकरण की जांच कर रहे आईओ को सौंपा जाएगा.
ईओ मणिमंजरी राय मामले में आरोपित अभी भी फरार चल रहे हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए इलाहाबाद और राजधानी तक उनके ठिकाने पर छापेमारी कर रही है. इस मामले में नगर पंचायत मनियर के अध्यक्ष भीम गुप्ता, आपरेटर अखिलेश और टैक्स लिपिक विनोद को आरोपी बनाया गया है.
बता दें कि बीते छह जुलाई को शहर के आवास विकास कालोनी स्थित फ्लैट में नगर पंचायत मनियर की ईओ मणिमंजरी राय का शव कमरे में लटकता मिला था. इससे प्रशासन के भी होश उड़ गए थे. ईओ के पिता जय ठाकुर राय ने घटना के बाद बेटी की हत्या का आरोप लगाया था. पुलिस ने ईओ के भाई की तहरीर पर नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, आपरेटर अखिलेश, टैक्स लिपिक विनोद सिंह, सिकंदरपुर नगर पंचायत के ईओ संजय राव, चालक सहित अन्य पर मुकदमा कायम किया. इसमें फर्जी भुगतान सहित अन्य तरह के दबाव का आरोप लगाया गया था. पुलिस ने मामले में प्रथम द्रष्टया चालक चंदन वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
उधर, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्वांचल अरविद गांधी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को नगर पंचायत मनियर के अध्यक्ष भीम गुप्ता के परिजनों से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल से उनकी पत्नी अनीता गुप्ता ने कहा कि उनके पति भीम गुप्ता को राजनीतिक द्वेष से फंसाया जा रहा है. उनके अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय से संबंध खराब नहीं थे. इसके बारे में राजनीतिक साजिश से अफवाह फैलाई जा रही है. इस मामले में उनके पति दोषी हैं तो निश्चय ही कार्रवाई की जाए. कहा कि वह मुख्यमंत्री से चाहती हैं कि वह मामले की सीबीआई जांच करा दें, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. प्रतिनिधिमंडल में पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता, पूर्व चेयरमैन प्रदीप गुप्ता, बांसडीह नगर अध्यक्ष विजय कुमार गूलर, कमलेश वर्मा, गोपाल जी गुप्ता, मुंनजी, संतोष गुप्ता, कृष्णा आदि मौजूद थे.
इसी क्रम में बांसडीह नगर व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष विजय कुमार गुल्लर के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी बांसडीह दुष्यंत कुमार मौर्य से मिला और मणि मंजरी राय आत्महत्या केस में ‘दोषी बचे नहीं, निर्दोष फंसे नहीं’ के तहत एक मुख्यमंत्री के नाम से 10 सूत्री ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मांग की गई है कि एफआईआर में आरोपित भीम गुप्ता सहित अन्य को तब तक न गिरफ्तार किया जाए जब तक पूर्ण जांच में उन्हें दोषी नहीं पाया जाता. क्योंकि अभी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले में मुख्य दोषी कोई दूसरा होगा तो उनकी छवि खराब होने से जो क्षति होगी फिर वापस नहीं हो सकती. ज्ञापन सौंपते वक्त मुख्य रुप से मनोज साहू, रमेश रौनियार और गोपाल जी गुप्ता आदि मौजूद रहे.