कहा- विजयदशमी तक राम मंदिर न बना तो अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के बैनर तले राम भक्त देश के हिंदू अयोध्या से लखनऊ कूच करेंगे
हरदोई। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम के नाम पर खिलवाड़ व जुमलेबाजी करने वालों की पीढ़ियां जिंदा नहीं रहतीं. मुलायम सिंह यादव की गोलियों से उस समय नहीं रुका रामभक्त आज भी रुकने को तैयार नहीं. विजयदशमी तक अखिल ब्रह्मांड के नायक का घर यानी राम मंदिर न बना तो अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के बैनर तले राम भक्त देश के हिंदू अयोध्या से लखनऊ कूच करेंगे. अवसर था यूपी के हरदोई जिले में गांधी भवन सभागार में अखंड भारत संकल्प दिवस कार्यक्रम का.
अब करोड़पति का ही बेटा डॉक्टर बनेगा
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कभी भारत में हिंदू समृद्ध व सशक्त हुआ करता था पर आज 19 करोड़ हिंदू समाज बेचारा है. उसे एक तरफ दो वक्त के भरपूर भोजन के लाले हैं तो देश को चलाने वाले फोर लेन व आलीशान माल की प्रशंसा करते नहीं थकते. वर्ष 1975 में डाक्टर बनने के लिए 25 रुपये मासिक व 300 रुपये सालाना फीस जमा होती थी लेकिन अब जो पिता एक करोड़ वार्षिक खर्च करने की हैसियत रखेगा वहीं बेटे-बेटी को डाक्टर बना पाएगा. यानी गरीब का बेटा अब गरीब ही रहेगा. तब पढ़ाई नि:शुल्क होती थी आज पढ़ाई रोजगार बना दी गई है.
12 से 13 अन्नदाता आत्महत्या कर रहे हैं
चार करोड़ शिक्षित बेरोजगार घूम रहे हैं पर रोजगार नहीं हैं. 40 बरस पहले कोई किसान कर्ज में डूबा नहीं था अब देश के किसानों पर 12 लाख करोड़ का कर्ज है. किसान को उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा. धान व गेहूं का प्रति कुंतल 2500 रुपया मिलना चाहिए लेकिन सरकार उसे लागत भी नहीं दे पा रही. नतीजतन देश का किसान आत्महत्या कर रहा है. भारत में अब तक तीन लाख 10 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं तो हर वर्ष 12 से 13 अन्नदाता अपनी इहलीला समाप्त कर रहे हैं.
राम मंदिर में श्री राम सुकून में नहीं रहेंगे
उन्होंने बिना नाम लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश में यदि 19 करोड़ लोग भूखे सोएंगे तो भी राम को अच्छा नहीं लगेगा और 13000 किसान आत्महत्या करेगा तो भी राम मंदिर में श्री राम सुकून में नहीं रहेंगे. हिंदू परिषद का यही उद्देश्य है कि उसे राम लला का मंदिर भी चाहिए और 19 करोड़ हिंदुओं को भोजन भी. किसानों को उचित मूल्य व शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी भी.
राम मंदिर चाहिए, ट्रिपल तलाक नहीं
उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्ष 1984 में दो सीटों के बाद भाजपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार मांगी जोकि वर्ष 2014 में उन्हें मिल भी गई लेकिन सरकार ने राम मंदिर न देकर देश को ट्रिपल तलाक कानून थमा दिया. देश का हिंदू या तोगड़िया प्रधानमंत्री की हवेली में कमरा या चपरासी का पद नहीं बल्कि अखिल ब्रह्मांड के नायक श्री राम का घर मांग रहा है जो उसे देना होगा. उन्होंने बताया कि इस वर्ष की विजय दशमी तक राम मंदिर के लिए संसद में कानून न बना तो देश का हिंदू, हिेंदू परिषद के बैनर तले लखनऊ से कूच करेगा और मंदिर बनवाकर रहेगा.
लंका दहन को हनुमान नहीं रावण जिम्मेदार
सभागार में बैठे कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से ही प्रश्न पूछते पूछते उन्होंने लंका दहन के लिए हनुमान को नहीं बल्कि रावण को जिम्मेदार ठहराया. कहा कि हनुमान की पूंछ में आग रावण ने लगाई वह सिर्फ बचाव में पूरी लंका में घूमे. जिम्मेदार स्वयं रावण है. इस बात को कहकर भी उन्होंने केंद्र सरकार की ओर कहीं न कहीं इशारा किया और मुस्कराए भी. उनकी इस बात पर पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी उत्साहित हो उठे. पत्रकारों के इस प्रश्न पर कि मोदी सरकार के कार्यों से वह कितने संतुष्ट हैं, उन्होंने कहा कि वह उनका मूल्यांकन नहीं करना चाहते पर इतना जरूर कहेंगे कि चार साल में उन्हें राम मंदिर के लिए कुछ करना चाहिए था.