दारुण आघात दे गया महान गणितज्ञ वशिष्ठ बाबू का जाना

उनकी संगिनी ने उनका साथ छोड़ दिया और अपने मायके चली गयीं. एक प्रतिभा संपन्न शख्स इस वेदना को नहीं सह सका जो उन्हें जिन्दगी भर के लिए अस्थिर कर दिया.