On the occasion of Mauni Amavasya in Ballia, crowd gathered on the banks of Ganga and Saryu rivers.

बलिया में मौनी अमावस्या के मौके पर गंगा एवं सरयू नदियों के किनारे उमड़ा जनसैलाब

बक्सर में गंगा स्नान के लिए बिहार के श्रद्धालुओं का लगा रहा तांता

आज के गंगाजल से शिवरात्रि पर होगा महादेव का जलाभिषेक

छितेश्वर नाथ मंदिर : खुदाई के दौरान ऊपर की जगह नीचे जाता रहा शिवलिंग

तपस्वी को एक दिन सपने में भोलेनाथ ने( सीता अवनी) छितौनी में होने का संकेत दिया. और कहा कि इतनी दूर मत जाओ मैं यही हुं , फिर आस पास के ग्रामीणों के सहयोग से उक्त स्थान पर खुदाई की गई . खुदाई के उपरांत छितौनी में ही इस शिवलिंग का विग्रह प्राप्त हुआ. इस शिव लिंग को ऊपर लाने का बहुत प्रयास किया गया. जब जब शिवलिग को ऊपर लाने का प्रयास होता तब तब शिवलिंग उतना ही नीचे चला जाता. तभी भगवान भोलेनाथ महात्मा के रूप में प्रकट होकर गाँव के लोगों को दर्शन देकर इसी तरह शिवलिंग की पूजा अर्चना करने की सलाह दी और इस शिवलिंग को छितेश्वर नाथ महादेव का नाम देकर अंतर्ध्यान हो गए.

सुरहताल के किनारे स्थित है बाबा अवनीनाथ महादेव का प्राचीन मंदिर

बलिया – बांसडीह मार्ग स्थित बड़सरी गांव से करीब एक किमी पश्चिम सुरहताल के किनारे बाबा अवनीनाथ महादेव मंदिर प्राचीन काल से स्थापित है. जहां पहुंचने पर पर्यावरण से सुसज्जित स्थल पर एक अलग अनुभूति तो होती है. बुजुर्गों के अनुसार उक्त मंदिर की ऐसी महत्ता है कि जो अवनी नाथ महादेव मंदिर में जाकर अपनी विनती सुनाता है उसकी मन्नत पूर्ण हो जाती है.

नदांव पहुंची पंचकोशी परिक्रमा, नर्वदेश्वर महादेव का जलाभिषेक

पंचकोशी परिक्रमा यात्रा के दूसरे दिन बक्सर जनपद के नदांव पहुंची. इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों ने अपने स्तर से पूरी तैयारी की थी. गांव में साफ-सफाई और नर्वदेश्वर महादेव मंदिर को भी चकाचक किया गया था. यहां मेलार्थियों ने नारद सरोवर में स्नान किया और नर्वदेश्वर मंदिर में जलाभिषेक भी किया.

अपायल में महावीर पूजन और पहलवानों का जमावड़ा कल

समीपवर्ती गांव अपायल में मंगलवार 8 नवंबर को महावीर जी का पूजन अर्चन किया जायेगा. साथ ही सुबह में गाजे बाजे के साथ गांव में भ्रमण कर 10:00 बजे से महादेव जी का जुलूस निकाला जाएगा. तत्पश्चात दिन के 12:00 बजे से विराट दंगल का आयोजन भी है.