भाग्य का उदय होने पर ही राम कथा का आयोजन: भगवताचार्य

अगर राम कथा सुनने की फुर्सत न मिले तो केवल राम नाम के जाप से जीव को मुक्ति मिल जाती है. उन्होंने कहा कि बिना राम के जीव का कल्याण सम्भव नहीं.