जंगलों के खत्म होने के साथ ही वन्य प्राणियों का होने लगा विनाश

वन एवं वन्यजीव के संरक्षण की बात देखें तो हमारी संस्कृति में वृक्षों की पूजा का विधान बनाया गया है, ताकि उनका संरक्षण किया जा सके.

भोगवादी प्रवृत्ति के कारण बढ़ा पर्यावरण-पारिस्थितिकी असंतुलन : डॉ.पाठक

यदि हमें पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी असंतुलन के दुष्परिणामों से बचना है तो हमें भारतीय संस्कृति में निहित संकल्पनाओं को अपनाकर विकास और जीवन यापन करना होगा.