शिवपुर कपूर दियर का शवदाह गृह भी कटान को भेंट

लालगंज के शिवपुर कपूर दियर में स्थित शवदाह गृह कटान की जद में आऩे की वजह से ढह गया है. शवदाह गृह में दो शेडों में एक का अतापता भी नहीं है, जबकि दूसरा वहीं उलटा पड़ा है. शवदाह गृह के साथ वहीं बना कार्यालय और शौचालय भी अस्त व्यस्त हो गया है.

जानिए शुक्रवार को जिले में क्या क्या हुआ

बलिया के नौरंगा गांव से अखिलेश ठाकुर की तस्वीरें यह बयां करने के लिए काफी हैं कि संकट की इस घड़ी में भी बलिया वाले बिंदास खुशी तलाश लेते हैं. संघर्ष कर खुद को स्थापित करना बलिया की माटी की फितरत है. नाव की जरूरत क्या है, यह अपना देसी जुगाड़ है न. इसे चला रही हैं नौरंगा की ओलंपिक मेडल विनर बेटियां. इ हे ह असली बलिया वाली बड़की पूड़ी….जेकरा के देखते दिल्ली बंबई वाला लोग के लार चुए लागेला. प्रधान जी, भी जरूरतमंदों को राहत सामग्री बांटने में मशगूल हैं.

192 गांवों की साढ़े तीन लाख आबादी बाढ़ प्रभावित

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस के निर्देशन में बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. शुक्रवार तक 192 गांवों की कुल 03 लाख 54 हजार 796 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 15,885 हो गयी है.

रिंग बंधे को बचाने में एनडीआरएफ ने झोंकी ताकत

एनडीआरएफ के डीआईजी रणदीप राणा के दिशा निर्देशन में एनडीआरएफ की तीन टीमें लगातार दिन रात एक-कर बंधे को बचाने में जुटी हुई है. जिला प्रशासन तथा ग्रामीणों का सहयोग भी टीम को मिल रहा है.

मोबाइल नेटवर्क प्रॉब्लम है तो कंट्रोल रूम में बताएं

बलिया में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए यह आशंका है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में दूरभाष/मोबाइल टॉवर काम न करे. इसके चलते नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

भरौली में भी तबाही का मंजर, कोई पुरसाहाल नहीं

भरौली से धनंजय कुमार लिखते हैं कि उनके इलाके बाढ़ से मची तबाही के बाद प्रसासन की तरफ से अभी तक कोई मदद नही पहुंची है. केवल कागजों में ही सिमट कर रह गया है राहत कार्य.

द्वाबा के ग्रामीणों के जज्बे को सलाम, रिंग बांध फिलहाल सुरक्षित

ग्रामीणों के मेहनत रंग लाई. दुबेछपरा रिंग बांध अभी तक सुरक्षित. मौसम बिगड़ा जरूर, लेकिन बारिश नहीं हुई. प्रशासन और ग्रामीणों के सांझा प्रयास से बचाव कार्य जारी. गोपालपुर, दूबेछपरा व उदईछपरा के ग्रामीणों ने जागकर गुजारी रात.

सांसद ने बाढ़ पीड़ितों में बांटी दवायें व खाद्य सामग्री

सांसद भरत सिंह ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव के द्वारा दौरा किया. उन्होंने लोगों का दुःख दर्द सुना. सासंद अपने सहयोगियों के साथ नाव के द्वारा शिवपुर दियर नम्बरी, जवहीं दियर, परानपुर, हल्दी क्षेत्रों का दौरा किया.

राहत सामग्री का लूटपाट कर रहे हैं दबंग – राजश्री

आरोप लगाया कि कई बाढ़ प्रभावित गांवों जैसे नौबरार, इब्राहिमाबाद, उदयपुरा बेलहरी, चांदपुर, शिवपुर नम्बरी, शिवपुर दियर, जवहीं कंसपुर आदि गांवों में जो थोड़ी बहुत राहत पहुंच रही है, उससे दलित, गरीब अति पिछड़े वर्ग के लोग वंचित हो रहे हैं क्योंकि क्षेत्रीय दबंगों द्वारा राहत सामग्रियों का बंदरबंाट किया जा रहा है.

बाढ़ की विभीषिका पर रिहाई मंच ने उठाए सवाल 

रिहाई मंच के अध्यक्ष डॉ. अहमद कमाल ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी बलिया को बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ रही है. इसको लेकर उन्होंने सरकार को घेरा.

बाढ़ पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाया

राष्ट्रनायक चन्द्रशेखर मैराथन समिति ने गुरुवार को भरौली से लेकर दूबेछपरा तक के बाढ़ व कटान पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाने का पूरा-पूरा प्रयास किया.

देर रात कमिश्नर पहुंचीं दुबेछपरा रिंग बांध पर

आजमगढ़ मंडल की मंडलायुक्त नीलम अहलावत ने बुधवार को देर रात बलिया जनपद के दुबेछपरा रिंग बांध पर प्रभावित स्थल का स्थलीय मुआयना किया. साथ में मौजूद जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने उन्हें स्थिति से अवगत कराया.

जहां देखों वहीं पानी, मगर पीने के पानी कहीं नहीं

गंगा और उनके छोरों के बीच चल रहा है आइस पाइस. नेता लोग आते हैं, घुमते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, चले जाते हैं. पानी में रहकर भी पानी के लिए मोहताज. संकट की इस घड़ी में कई गांवों के प्रधान ‘लापता’ है. मवेशी से लेकर बच्चों तक, पूरी दुनिया हाईवे पर है

एनडीआरएफ की टीम पर बनारस में हमला

वाराणसी के बाढ़ग्रस्त छित्तूपुर इलाके में बाढ़ पीड़ितों एक तबके ने एनडीआरएफ जवानों पर हमला कर दिया. बताया जाता है कि पहले पीएसी वालों से उनकी कुछ नोक झोंक हुई थी, उसके आधे घंटे बाद जब उसी स्थान पर एनडीआरएफ की टीम पहुंची तो उन्होंने उन पर हमला बोल दिया.

दुबे छपरा रिंग बांध वेंटिलेटर पर, भगदड़ सरीखे हालात

बैरिया तहसील अंतर्गत गोपालपुर, उदई छपरा और दुबेछपरा को बाढ़ से सुरक्षा देने वाले रिंग बांध की हालत नाजुक है. शासन द्वारा घोषणा कर प्रभावित गांवों को खाली करवाया जा रहा है.

बाढ़ पीड़ितों तक नहीं पहुंच रही राहत सामग्री – तिवारी

सर्वाधिक विषम स्थिति गंगा पार दियारे स्थित ग्रामसभा शिवपुर दीयर नम्बरी, जवहीं तथा परानपुर की है, जहां बाढ़ पीड़ित टकटकी लगाए प्रशासन के राहत कार्यों का प्रतीक्षा कर रहा है.

युद्ध स्तर पर चले बचाव व राहत का काम -शिवपाल

सिंचाई मंत्री ने जिले के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण, कहा- धन की कमी नहीं होने देंगे, बाढ़ में घिरे लोगों को पहले राहत सामग्री पहुंचे, कमिश्नर को बलिया में कैम्प करने और मण्डल स्तरीय अधिकारियों को भी राहत कार्य में लग जाने का निर्देश

बाढ़ पीड़ितों को रोटी, पशुओं को चारा तक नसीब नहीं

बलिया में गंगा का जलस्तर लाल चिह्न से ढाई मीटर ऊपर पहुंच गया है. घाघरा के जलस्तर में भी निरन्तर वृद्धि से जिले में संकट गहरा गया है. बलिया में सबसे अधिक प्रभावित इलाका है गंगा उस पार का. नौरंगा गांव में तो मवेशियों को चारा तक नसीब नहीं हो पा रहा है.

एनडीआरएफ व पीएसी राहत व बचाव कार्य में जुटी

बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. एनडीआरएफ की 05 टीमें व 03 फ्लड पीएसी बचाव कार्य में लगी हुई है. बुधवार तक बाढ से प्रभावित गांवों की संख्या 192 तथा प्रभावित जनसंख्या 01 लाख 87 हजार 127 हो गयी है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 9085 हो गयी है.

लोक निर्माण मंत्री आज बलिया में

प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास, राजस्व, अभाव सहायता पुनर्वास एवं लोक सेवा प्रबन्धन विभाग के मंत्री शिवपाल सिंह यादव 25 अगस्त को बलिया में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

बाढ़ राहत में अच्छा काम करने वाले प्रधान पुरस्कृत होंगे -डीएम

बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस लगातार बाढ़ राहत शिविरों का जायजा ले रहे हैं. बाढ़पीड़ितों को ज्यादा से ज्यादा जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वे निर्देश दे रहे हैं. इस दौरान एसपी प्रभाकर चैधरी …

आखिर कैसे गुजारा कर रहे हैं बाढ़ पीड़ित

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