सभी को अपने कर्म का फल भोगना पड़ता है संसार में : साधना

प्रवचनकर्ता ने कहा कि राजा दशरथ की भी मृत्यु अपने पुत्र भगवान राम के वियोग में तड़प- तड़प कर ही हुई. भगवान अपने पिता को कर्म फल से छुड़ाने में असमर्थ रहे.

व्यक्ति के विकास में बाधक है अहंकार:चौबे

जनपद के अगरौली दोपही गांव में श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ. कथावाचक ने कहा कि व्यक्ति के विकास में सबसे बड़ी बाधा अहंकार है.