प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय बुधवार को 11 बजे मंगल पाण्डेय डिग्री कालेज नगवां तथा दोपहर एक बजे सदर अस्पताल में बन रहे ट्रामा सेंटर के निर्माण कार्यों की समीक्षा व निरीक्षण करेंगे. यह जानकारी देते हुए जिला विकास अधिकारी जेएन राय ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को अपनी अद्यतन प्रगति विवरण के साथ उपस्थित होने को कहा है.
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बिजली मोटर फुंक जाने से दो दिन से नगवा की बत्ती गुल है. अब दस हजार की आबादी वाले इस गांव में पानी के लिए भी त्राहि त्राहि मची है. कब तक आपूर्ति बहाल होगी, इसका भरोसा देने वाला भी कोई नहीं है. विभागीय स्तर कार्रवाई शुरू हो चकी है, लेकिन कब तक मोटर बदलेगा, आपरेटर की माने तो इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है. सफेद हाथी की तरह नगवा में में एक ओवरहेड टैंक भी है.
जिले में वन नहीं है, लेकिन करीब 23 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वृक्षों से आच्छादित है. इसे आगे बढ़ाने की कवायद में इस साल करीब सात लाख पौधे लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसमें अकेले वन विभाग पांच लाख 45 हजार 114 पौधे लगाएगा. शेष करीब एक लाख 42 हजार 125 पौधे जिले के करीब नौ विभाग लगाएंगे. इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए शहीद मंगल पांडेय विचार मंच के तत्वावधान में नगवा गांव को हरा भरा रखने के लिए स्थानीय इंटर कॉलेज और स्मारक परिसर में पौधरोपण किया गया.
शहीद मंगल पांडेय राजकीय महिला महाविद्यालय नगवा का निर्माणाधीन भवन तत्काल कम्पलीट करके लोकार्पित किया जाए. इसी उद्देश्य से सोमवार को मंगल पांडेय विचार मंच के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी बच्चालाल को सौंपा. ज्ञापन में कहा गया है कि कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम जानबूझकर भवन निर्माण में विलंब कर रही है. विभाग कोई न कोई बहाना बना कर इस मामले को टालता जा रहा है, जबकि महिला महाविद्यालय की छात्राएं शहीद मंगल पांडेय स्मारक के एक कमरे में एक दशक से पढ़ने को मजबूर हैं.
देश के पहले स्वतंत्रता सेनानी या फिर पहले शहीद मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवा में उनके नाम पर एक महिला महाविद्यालय बीते दस साल से बस बन ही रहा है. कब तक बन जाएगा? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है. 8 अप्रैल 2005 को अमर शहीद के बलिदान दिवस के मौके पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इस महाविद्यालय को बनाने की घोषणा की थी. लगे हाथ उन्होंने इसके लिए धन भी मुक्त करवा दिया. तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कला, विज्ञान व वाणिज्य की स्नातक शिक्षा के मान्यता भी प्रदान करवा दी.
मंगल पांडेय विचार मंच उत्तर प्रदेश की बैठक रविवार को अमर शहीद के पैतृक गांव नगवा में हुई. मंच के सदस्य दयानंद मिश्र ने कहां की मंगल पांडेय उस शख्सियत का नाम है, जिन्होंने ब्रिटानिया हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद की. उन्होंने एक ऐसी चिंगारी पैदा की, जिसके आग में ब्रिटानिया हुकूमत खाक हो गई. उन्हीं के बदौलत आज हम स्वतंत्र भारत के नागरिक हैं. बैठक की अध्यक्षता करते हुए कृष्ण कांत पाठक ने कहा कि उनकी स्मृतियों को संजोए रखने के लिए समय-समय पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व के संबंध में वाद विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी और सफल प्रतिभागियों को मंच की ओर से सम्मानित किया जाएगा.