तीन बच्चों की मां पांचवें प्रेमी के साथ हुई फरार, पति पोस्टर लेकर ढूंढने में लगा
सीमा हैदर और अंजू के इश्क का मामला तो सरहद के आरपार का है, आजमगढ़ के चकब्राभानी गांव से भी एक ऐसी ही खबर आयी है. वहां के अनिल राजभर ने पत्नी के गुमशुदा होने की तहरीर दी थी, लेकिन अब तक कुछ भी पता नहीं चल सका है.
छोटे छोटे तीन बच्चों को साथ लिये अनिल राजभर अपनी पत्नी की तलाश में जुटे हुए हैं – और जगह जगह पोस्टर लगा कर लोगों से अपील कर रहे हैं कि किसी को कुछ पता चले तो उनको बताये.
अनिल राजभर और रीना की प्रेम कहानी 9 साल पुरानी बतायी जाती है. बात उन दिनों की है जब अनिल राजभर घर परिवार के पालन पोषण के लिए चंडीगढ़ में रहते थे. रीना से वहीं मुलाकात हुई और धीरे धीरे प्यार बढ़ता गया. एक दिन दोनों ने शादी का फैसला किया.
एक दिन दोनों विंध्याचल मंदिर पहुंचे और शादी कर ली. शादी के बाद एक बेटी हुई. बेटी जब चार साल की हुई तो दो जुड़वा बच्चे हुए. सब कुछ ठीक ही चल रहा था, और दोनों छोटे बच्चे भी दो साल के हो गये – लेकिन फिर वही हुआ जिसका अनिल को शक था.
अनिल ने पुलिस और मीडिया को जो कहानी बतायी है, वो भी सरहद पार से सचिन मीणा के घर आयी सीमा हैदर और सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंची अंजू से मिलती जुलती ही लगती है, लेकिन थोड़ा आगे बढ़ कर है.
आरोप है कि रीना झांसा देकर शादी रचाती है और फिर फरार हो जाती है. कभी साल भर में ही, तो कभी तीन साल और कभी 9 साल बाद भी. अनिल का कहना है कि रीना ने ये जरूर बताया था कि उसके कई सारे दोस्त हैं, लेकिन उसने ये भी वादा किया था कि वो अनिल के साथ ही पूरी जिंदगी बिताएगी.
अनिल हाल फिलहाल फूलपुर में काम करते हैं. बताते हैं, एक दिन जब काम से लौटा तो रीना किसी से फोन पर बात कर रही थी. अनिल को शक हुआ, तो पूछा भी. बार बार पूछने के बाद भी रीना रात भर टालमटोल करती रही. अगले दिन सुबह अनिल फिर काम पर चले गये.
शाम को जब अनिल काम से लौटे तो घर पर पत्नी को न पाकर पैरों तले जमीन खिसक गयी. शक पक्का निकला. बच्चों से पूछने पर मालूम हुआ कि 8 बजे के करीब रीना ने बताया था कि वो शौच के लिए बाहर जा रही है. ये 3 जुलाई, 2023 का वाकया है.
अनिल ने बाहर जाकर खोजा. परिचितों से फोन कर के भी पूछा, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला. थक हार कर 4 जुलाई को पुलिस के पास पहुंचा और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.
महीना भर से ज्यादा वक्त बीत चुका है, न तो पुलिस को कोई जानकारी मिली है, न अनिल को. अनिल बच्चों के साथ जगह जगह पोस्टर लगाते फिर रहे हैं.